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उत्तराखंड : जौनसार बावर जनजाति क्षेत्र में भी डेमोग्राफी चेंज, लोगों ने मुखर होकर जताया विरोध

नानई. नितोशा, अंकनींनाशना, आदी जगह एक भी वन गुजर नही था कुल -45 परिवार व 435 लोग थे। अब यंहा 50 से अधिक परिवार हो रहे है तथा 5000 से अधिक जनसंख्या हो रही है।

by उत्तराखंड ब्यूरो
May 15, 2025, 09:44 pm IST
in उत्तराखंड
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मोरी (उत्तरकाशी) । जौनसार बावर जनजाति क्षेत्र में बड़े पैमाने पर मुस्लिम समुदाय के बसने के विरोध मे  रुद्रसेना देवभूमि उत्तराखंड ने बड़ी मात्रा में व्यापक अभियान चलाया है जिसमें अवैध रूप से क्षेत्र में रह बाहरी लोगों के विरुद्ध मोर्चा खोला है। उत्तराखंड के कई जिलों से अवैध रूप से तैयार किए गए फर्जी कागजातों को भी रद्द करवाया गया है। बंगाण में एक बड़ी पंचायत किरोली थप्पड़ मोरी उत्तरकाशी में की गई।

जिसमें सैकड़ो स्थानीय लोग मौजूद रहे तथा पुरे बंगाण के सभी ग्रामवासी व क्षेत्र के जनप्रतिनिधि भी मौजूद थे रुद्र सेना के संयोजक राकेश उत्तराखंडी ने कहा कि वन गुजर परमिट पर नीचे ओर ऊपर आते थे लेकिन इनके द्वारा क्षेत्र में अवैध डेरे डाले गए हें जिससे क्षेत्र की डेमोग्राफी चेंज हो रही है तथा यह सभी लोग यहां के मूल निवासी नहीं है तथा विभिन्न किसानों के जमीनों पर मकान पर अवैध रूप से
रहे हैं तथा फर्जी दस्तावेज बना दिए हैं।

उन्होंने कहा कि वन गुर्जर परमिट इसलिए बनाया जाता था कि यह खानाबदोश लोग हैं परंतु जब इनके मकान बन गए हें आधार कार्ड जंगल से बाहर बन चुके हैं। उसके बाद यह वन प्रभांग से फर्जी परमिट ले रहे हैं जो बड़ा मामला सामने आया है वही जब यह रूट प्रतिबंधित थे तो यह किस माध्यम से इस क्षेत्र में आए वन विभाग की बडी भूल के कारण आज क्षेत्र की डेमोग्राफी चेंज हो रही है जिन लोगों के परमिट थे उनको नीचे और ऊपर जाते हुए चेक करना चाहिए था परंतु लापरवाही के कारण, इन लोगों ने सरकारी और गैर सरकारी जमीनों पर कब्जा करके रहने लग गए।

उन्होंने प्रमाण देते हुए कहा कि उत्तरकाशी के बंगाण केत्र के 1996 के आंकड़े के अनुसार-यहां मुस्लिम परिवारों की संख्या बताई-

क्रम संख्या गांव परिवार (संख्या) जनसंख्या
1 गोरीयाना 15 118
2 बेगली 7 34
3 अलाई 7 45
4 रूनसून 10 74
5 सटोरी 8 33
6 भंकवाड 12 92
7 मोरा 3 17
8 नुणागाङ 4 18
9 कैरावली तप्पड़ 3 22
10 शांद्रा 6 32
11 छपाई 3 19

जबकी नानई. नितोशा, अंकनींनाशना, आदी जगह एक भी वन गुजर नही था कुल -45 परिवार व 435 लोग थे। अब यंहा 50 से अधिक परिवार हो रहे है तथा 5000 से अधिक जनसंख्या हो रही है। इस हिसाब से अगले 30 वर्ष में इस क्षेत्र में उनकी जनसंख्या 50000 हो जाएगी तत्काल यह बढ़ती जनसंख्या को रोका जाए अब जगह जगह फर्जी तरीके से रह रहे है।

वन गुजर पुनर्वास योजना के लिए कई लोगो को गैँडीखाता हरिद्वार में जमीन मिल चुकी है तथा कई को बंदोबस्त में अवैध पट्टे मिल चुके है खानाबदोश न होकर अब थे जमीदार हो गये थे फिर किस नियम के तहत इनको वन विभाग भी परमिट दे रहा है जो मुस्लम वन गुर्जर हमारे क्षेत्र में रहते है इनके पास घर पर एक या दो भैंस है।

भानू प्रताप राणा ने कहा सभी फर्जी तरह से परमिट ले रहे है व अपने परमिट का गलत दुरूपयोग कर ए्स परमिट को उत्तर प्रदेश व हरियाणा के वन गुर्जरो को दे रहे हैं मजिस्ट्रेट जांच हो। यदि जंगल के अंदर परमिट धारी व्यक्ति नहीं मिला तथा उसके स्थान पर कोई अन्य व्यक्ति भेंस चुगाता हुआ मिला या परमिट से अधिक भैंसे मिली तो उक्त व्यक्ति के विरूद्द तथा सम्बन्धित रेंजर डिप्टी रेंजर फॉरेस्टर तथा फॉरेस्ट गार्ड, के विरूद्व एफ०आई०आर० दर्ज की जाए।

जबकी नानईं, नितोशा, भैंकनी, नाशना, आदी जगह एक भी वन गुजर नही था अब जगह जगह फर्जी तरीके से रह रहे है वन गुजर पुनर्वास योजना के लिए कई लोगो को गैंडीखाता हरिद्वार जमीन मिल चुकी है तथा कई को बंदोबस्त में अवैध पहे मिल चुके है।खानाबदोश न होकर अब ये जमीदार हो गये थे फिर किस नियम के तहत इनको वन विभाग भी परमिट दे रहा है।

विभिन्न जगहों पर इन लोगों द्वारा बढ़ती संख्या के कारण अपने परिवार अलग-अलग कर लिए हैं जिसमें निजी जमीन के बाहर बंजर और सरकारी जमीन पर भवन बना दिए है तथा अवैध रूप से बिजली व पानी के कनेक्शन भी ले लिए। चंद समय पहले क्षेत्र में आए कुछ लोगों ने फर्जी तरीके से अपने सभी दस्तावेज तैयार कर लिए हैं। जो की दुर्भाग्यपूर्ण है सभी दस्तावेजों की जांच कर तत्काल इन पर मुकदमा दर्ज किया जाए तथा सभी दस्तावेज रद्द किया जाए जगह-जगह पर अवैध रूप से बाहरी राज्य से जमाती बुलाई जा रहे हैं।

डा0 राजेंद्र राणा ने कहा की हमारा क्षेत्र डर के साए में है कभी भी बडी घटना घट सकती है। इसलिए तत्काल बाहर से आने वाली सभी गाड़ियां या जमात बंद की जाए। यदि आज के बाद क्षेत्र में कोई भी जमावड़ा हुआ तो इसका हम सीधा मुकाबला या सीधा विरोध करेंगे जिसका जिम्मेदार शासन प्रशासन होगा। जगह-जगह अवैध मदरसे व अवैध मस्जिदे बनाई जा रही हैं इन सभी को तत्काल हटाया जाए तथा बाहर से हफिजी मुला मौलवी बुलाए जा रहे हैं जो बिना वेरिफिकेशन के रहते हैं। तत्काल प्रतिबंधित किया जाए। दुर्भाग्य की बात है 2 वर्ष पहले यह प्रार्थना पत्र शिकायत पत्र. आपके पुरोला उप जिलाधिकारी कार्यालय में दिए गए थे परंतु अभी तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई न अवैध कब्जे हटे जिसके बाद क्षेत्र आक्रोशित है गुस्से में है यदि एक माह के अंदर यह सभी अवैध कृत्य अवैध निर्माण या सरकारी, गैर सरकारी जमीन से कब्जे नहीं हटे तो उग्र आंदोलन होगा तथा अगले 1 महीने बाद किरोली थप में धर्म सभा बुलाई जाएगी जिसमें भारत के विभिन्न अखाडों के संत महात्मा विभिन्न संगठनों के लोग तथा हम सब उपरिथत रहंगे

एसडीएम का बयान

उप जिला अधिकारी पुरोला डॉक्टर मुकेश रमोला ने कहा की जल्द ही अवैध कब्जे की सभी शिकायतों का निस्तारण किया जाएगा तथा एक अलग से टीम बनाई जाएगी जो एक-एक पहलू पर बारीकी से काम करेगी।

एसडीओ वन प्रभाग पुरोला ने कहा जो अवैध रूप से जंगल में रह रहे हैं उनको नोटिस दिया गया है 15 दिन के भीतर इन सभी को जंगलों से हटा दिया जाएगा तथा अवैध रूप से कोई भी व्यक्ति जंगल में नहीं जाएगा जिनके पास परमिट नहीं है उनको जंगल में जाना प्रतिबंधित किया गया है

इस मौके पर व्यास विजय कृष्ण शास्त्री महाराज रूद्र सेना के संगठन मंत्री भानु प्रताप सिंह राणा एकल विद्यालय शिमला संभाग के प्रमुख राजेंद्र राणा आईडी आर्य कीर्ति रावत मम्मी रावत शमशेर सिंह रावत जिला पंचायत सदस्य सुरेश रावत प्रदीप राज प्रधान कलीच,मंडल अध्यक्ष प्रेम सिंह प्रदीप चौहान राजेश चौहान लोकेन्द्र रावत ओमकार नौटियाल खुशहाल पंवार बलवीर सिंह रावत शंभु प्रसाद नौटियाल राजेंद्र नौटियाल करतार सिंह राणा पूर्व प्रधान कुलदीप रावत एंव सेकड़ो लोग मौजूद रहे।

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