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बर्मिंघम के पाकिस्तानी मूल के सांसद अब घिरे आर्थिक घोटाले के आरोपों में

लेकिन,बड़ी ही हैरानी की बात ये है कि जो भी ताहिर अली का विरोध करता है वे उसे इस्लामोफोबिया करार दे देते हैं।

Published by
सोनाली मिश्रा

हाल ही मे ब्रिटेन का बर्मिंघम इलाका बहुत चर्चा में रहा है। वहाँ पर कचरे के पहाड़ लगे हुए हैं और वह ऐसा क्षेत्र है, जो मुस्लिम बहुल है और साथ ही वहाँ के सांसद भी पाकिस्तानी मूल के ताहिर अली हैं। ताहिर अली पर जब यह आरोप लगे थे कि अपने संसदीय क्षेत्र बर्मिंघम को कचड़े में छोड़कर वे मीरपुर में हवाई अड्डा बनवा रहे थे। वे लगातार इसी बात पर जोर दे रहे थे कि उनके संसदीय क्षेत्र में जो पाकिस्तानी लोग रहते हैं, उनकी सुविधा के लिए मीरपुर में एक हवाई अड्डा होना चाहिए।

ताहिर अली ने इस घटना के बाद संसद मे कहा था कि जो उन पर मीरपुर में हवाई अड्डे को बनाने को लेकर आक्षेप लगा रहे हैं, वे दरअसल, केवल और केवल इस्लामोफोबिया फैला रहे हैं। ताहिर अली बेअदबी के लिए कठोर कानून बनाने की भी मांग कर चुके हैं। और वह भी केवल अब्राह्मिक मजहबों के पैगंबरों और किताबों के खिलाफ कुछ लिखने पर।

ताहिर अली गाजा पर हुए हमलों को लेकर भी ब्रिटेन की संसद में बात करते हैं। ताहिर अली मुजफ्फराबाद के लिए रेलवे का भी अभियान लंदन में चला रहे हैं। ब्रिटेन के कई नागरिकों का कहना है कि ब्रिटेन के सांसद होकर पाकिस्तान के लिए आप कैसे काम कर सकते हैं? आपकी जिम्मेदारी किसके प्रति है? मीरपुर में हवाई अड्डे का विरोध करने वाले विपक्ष के नेताओं को ताहिर अली ने इंडिया लॉबी के लोग बताया था। जिस आयोजन में यह सब बातें ताहिर अली ने की थीं, उसी आयोजन में सांसद अयूब खान ने ग्रूमिंग गैंग्स को “दक्षिण पंथियों का झूठा नैरेटिव” कहा था।

मगर अब वे दूसरे कारणों से चर्चा में हैं। ताहिर अली पर वित्तीय घोटाले का आरोप लगा है।

बीबीसी के अनुसार, ताहिर अली की जांच एक संसदीय निगरानी समिति द्वारा उनके ऑफिस, दौरों और आवास के खर्चों को लेकर की जा रही है। ताहिर अली की जांच की जा रही है कि क्या उन्होंने इंडिपेंडेंट पार्लियामेंट्री स्टैन्डर्ड अथॉरिटी (आईपीएसए) के नियमों का उल्लंघन तो सांसदों के कर्मियों की नियुक्ति और व्यापार की लागतों को लेकर नहीं किया है?

इस जांच को आईपीएसए के अनुपालन कार्यालय द्वारा किया जा रहा है जो सांसदों द्वारा अपने बजट को खर्च करने के तरीके के बारे में शिकायतों की जांच करता है। इसकी तरफ से जारी व्यक्तव्य में कहा गया है कि “आईपीएसए के अनुपालन अधिकारी ने यह पता लगाने के लिए जांच शुरू की है कि क्या श्री ताहिर अली एमपी ने आईपीएसए की एमपी स्टाफिंग और व्यावसायिक लागत योजना के तहत खर्च नियमों का उल्लंघन किया है। जांच एमपी के कार्यालय लागत, यात्रा और आवास पर खर्च से संबंधित है। जांच पूरी होने तक कोई और जानकारी प्रकाशित नहीं की जाएगी”

मीडिया के अनुसार, अभी यह स्पष्ट नहीं है कि किन मामलों पर जांच की जाएगी। परंतु 2023-24 वित्तीय वर्ष में उन्होंने £59,000 से अधिक व्यय का दावा किया, जिसमें आवास पर £12,651.77, यात्रा पर £9,850.54, आश्रितों की यात्रा पर £685.20, कार्यालय लागत पर £35,691.63 और कर्मचारियों की यात्रा पर £326.33 शामिल हैं। यह स्टाफिंग लागत के अतिरिक्त है।

वहीं सांसद ताहिर अली का कहना है कि उन्हें पूरा विश्वास है कि वे जांच में निर्दोष सामने आएंगे।

इससे पहले सोशल मीडिया पर उन्होंने अपना एक वीडियो साझा किया था, जिसमें उन्होंने कहा था कि क्या सरकार इजरायल पर गाजा की मूलभूत सहायता को रोके जाने को लेकर कोई कदम उठाएगी? गाजा में हालत बहुत खराब हैं और फिलिस्तीनी बच्चे भूख से मर रहे हैं।

इस पर सांसद रूपर्ट ने यह पूछा था कि आप कहाँ के सांसद हैं?

लोग यही सवाल उठा रहे हैं कि ताहिर अली कहाँ के सासंद हैं? उनकी निष्ठा किसके प्रति होनी चाहिए? और साथ ही लोग अब इसे लेकर भी चर्चा कर रहे हैं कि किस प्रकार वे घोटाला कर रहे थे। लोगों का कहना है कि ताहिर अली को हटाया जाना चाहिए।

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