पाकिस्तान ने 54 वर्ष बाद सामरिक दृष्टि से महत्वपूर्ण राजस्थान के कई स्थानों पर हमले किए हैं।
इससे पहले पाकिस्तान ने राजस्थान में 1971 में बमबारी की थी। भारत और पाकिस्तान के बीच बढ़ते तनाव को देखते हुए करीब 1,070 किमी लंबी सीमा को पूरी तरह सील कर दिया गया है। प्रमुख शहरों में ‘एयर डिफेंस सिस्टम’ को सक्रिय किया गया है। सरहदी जिलों में दिशानिर्देश जारी किए गए हैं। पुलिस, डॉक्टर और पैरा मेडिकल स्टाफ समेत राज्य के सभी सरकारी विभागों के अधिकारी-कर्मचारियों की छुट्टियां रद्द कर दी गई हैं।
पुलिसकर्मियों को अपने मुख्यालयों में रहने और किसी भी आपात-स्थिति के लिए 24 घंटे ड्यूटी पर तैनात रहने के निर्देश दिए गए हैं। वर्तमान हालात को देखते हुए उत्तर-पश्चिम रेलवे ने भी अपने सभी अधिकारियों और कर्मचारियों की छुट्टियां रद्द कर दी हैं। गृह मंत्रालय ने सीमा से सटे इलाकों में रात 12 बजे से सुबह 4 बजे तक रोजाना ‘ब्लैकआउट’ रखने के निर्देश दिए हैं।
राजस्थान के नाल, फलौदी और उत्तरलाई में पाकिस्तान की ओर से ड्रोन और मिसाइल दागे गए थे। लेकिन भारत की सजग रक्षा प्रणाली ने इसका मुंहतोड़ जवाब दिया और ड्रोन तथा मिसाइलों को हवा में ही नष्ट कर दिया।
भारत-पाकिस्तान के बीच बढ़ते तनाव को देखते हुए जोधपुर, बीकानेर, जैसलमेर, बाड़मेर और श्रीगंगानगर में विद्यालयों में आगामी आदेश तक अवकाश घोषित किया गया है। जोधपुर, बीकानेर, किशनगढ़ और जैसलमेर के हवाई अड्डे बंद कर दिए गए हैं। सीमावर्ती जिलों- श्रीगंगानगर, बीकानेर, जैसलमेर और बाड़मेर में रेड अलर्ट जारी किया गया है। इन जिलों में आतिशबाजी और ड्रोन उड़ाने पर रोक लगा दी गई है।
भारतीय सेना ने अपने एक्स हैंडल से पाकिस्तान के हमले का एक वीडियो जारी किया है। इसके साथ लिखा है, ‘पाकिस्तान ने 8 और 9 मई की मध्य रात्रि को पूरी पश्चिमी सीमा पर ड्रोन और अन्य हथियारों का उपयोग करके कई हमले किए। पाकिस्तानी सैनिकों ने जम्मू-कश्मीर में नियंत्रण रेखा पर संघर्ष विराम का उल्लंघन भी किया। ड्रोन हमलों को प्रभावी रूप से विफल किया गया और मुंहतोड़ जवाब दिया गया। भारतीय सेना राष्ट्र की संप्रभुता और क्षेत्रीय अखंडता की रक्षा के लिए प्रतिबद्ध है। सभी नापाक मंसूबों का बलपूर्वक उत्तर दिया जाएगा।’
सीमा पर उत्पन्न तनावपूर्ण हालातों को देखते हुए मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने राज्यभर में, विशेष रूप से सीमावर्ती जिलों की सुरक्षा-व्यवस्था को सुदृढ़ करने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने राज्य के सभी कर्मचारियों की छुट्टियां रद्द कर, उन्हें मुख्यालय पर तैनात रहने के निर्देश दिए हैं। मुख्यमंत्री सीमावर्ती जिलों के जिलाधिकारी, पुलिस अधीक्षक और रेंज आईजी से लगातार संवाद कर रहे हैं और सेना व केंद्रीय एजेंसियों से समन्वय बनाए रखने पर जोर दे रहे हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि सीमावर्ती क्षेत्रों में आपात-स्थिति के दौरान नागरिकों को किसी भी प्रकार की असुविधा न हो, इसके लिए आवश्यक मानव संसाधनों की उपलब्धता सुनिश्चित की जाए। उन्होंने ‘ब्लैकआउट’ की सख्ती से अनुपालना और नागरिक सुरक्षा को सर्वोच्च प्राथमिकता देने के निर्देश दिए हैं। मुख्यमंत्री ने एसडीआरएफ की इकाइयों को सीमावर्ती इलाकों में तैनात करने के साथ ही श्रीगंगानगर, बीकानेर, जैसलमेर और बाड़मेर के लिए 5 करोड़ रुपए तथा फलौदी, जोधपुर और हनुमानगढ़ के लिए 2.5 करोड़ रुपए की अतिरिक्त वित्तीय सहायता जारी करने के आदेश दिए हैं।
उल्लेखनीय है कि राजस्थान की पाकिस्तान से लगने वाली अंतरराष्ट्रीय सीमा राज्य के चार जिलों-श्रीगंगानगर, बीकानेर, जैसलमेर और बाड़मेर से होकर गुजरती है। यह सीमा क्षेत्र मुख्यतः थार मरुस्थल में स्थित है। गर्मियों में यहां का तापमान 50 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच जाता है। रेत के तूफान और पानी की कमी यहां की आम समस्याएं हैं। ऐसे में भी हमारे सुरक्षाबल यहां तैनात हैं और वे दुश्मन को करारा जवाब दे रहे हैं।
हमले में संभला पंजाब
धूर्त पाकिस्तान ने पंजाब के कई शहरों और सीमाई क्षेत्रों में रिहायशी इलाकों को निशाना बनाते हुए ड्रोन हमले किए, लेकिन भारत ने उनको समय रहते विफल कर दिया
टिप्पणियाँ