प्रधानमंत्री मोदी का राष्ट्र के नाम संबोधन
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार शाम आठ बजे राष्ट्र को संबोधित किया। उन्होंने ऑपरेशन सिंदूर के लिए भारतीय सेनाओं सैल्यूट किया और सेनाओं के असीम शौर्य को देश की हर बेटी को समर्पित किया। उन्होंने कहा कि ऑपरेशन सिंदूर न्याय की अखंड प्रतिज्ञा है।
पीएम मोदी ने राष्ट्र को संबोधित करते हुए कहा कि हम सभी ने बीते दिनों में देश का सामर्थ्य और संयम दोनों देखा है। सबसे पहले भारत की पराक्रमी सेनाओं, सशस्त्र बलों, खुफिया एजेंसियों, हमारे वैज्ञानिकों को हर भारतवासी की तरफ से सैल्यूट करता हूं। हमारे वीर सैनिकों ने ऑपरेशन सिंदूर के लक्ष्यों की प्राप्ति के लिए असीम शौर्य का प्रदर्शन किया। उनके साहस और पराक्रम को आज देश की हर माता को, देश की हर बहन को, देश की हर बेटी को यह पराक्रम समर्पित करता हूं।
प्रधानमंत्री ने 22 अप्रैल को पहलगाम अटैक को आतंकियों की बर्बरता बताते हुए कहा कि इस बर्बरता ने देश और दुनिया को झकझोर दिया था। निर्दोष नागरिकों को उनके परिवार के सामने, बच्चों के सामने बेरहमी से मार डालना, ये आतंक का बहुत वीभत्स चेहरा था। क्रूरता थी। देश के सद्भाव को तोड़ने की घिनौनी कोशिश थी। मेरे लिए व्यक्तिगत रूप से यह पीड़ा बहुत बड़ी थी। इस आतंकी हमले के बाद सारा राष्ट्र, हर नागरिक, हर समाज, हर वर्ग, हर राजनीतिक दल एक स्वर में आतंक के खिलाफ कड़ी कार्रवाई के लिए उठ खड़ा हुआ। हमने आतंकियों को मिट्टी में मिलाने के लिए भारत की सेना को खुली छूट दे दी है। आज हर आतंकी, आतंक का हर संगठन जान चुका है कि हमारी बेटियों बहनों के माथे से सिंदूर हटाने का अंजाम क्या होता।
भारत ने आतंक के ये हेड क्वार्टर उजाड़ दिए
पीएम मोदी ने कहा कि ऑपरेशन सिंदूर केवल नाम नहीं है, यह देश के कोटि-कोटि लोगों की भावनाओं का प्रतिबिंब है। यह न्याय की अखंड प्रतिज्ञा है। छह मई की रात और सात मई की सुबह पूरी दुनिया ने इस प्रतिज्ञा को परिणाम में बदलते देखा है। भारत की सेनाओं ने पाकिस्तान में आतंक के ठिकानों पर उनके ट्रेनिंग सेंटर पर सटीक प्रहार किया। आतंकियों ने सपने में भी नहीं सोचा था कि भारत इतना बड़ा फैसला ले सकता है। लेकिन जब देश एकजुट होता है , राष्ट्र प्रथम की भावना से भरा होता है तो फौलादी फैसले लिए जाते हैं, परिणाम लाकर दिखाए जाते हैं। जब पाकिस्तान में आतंक के अड्डों पर भारत की मिसाइलों और ड्रोन ने हमला बोला तो उनकी इमारतें ही नहीं उनका हौसला भी थर्रा गया। बहावलपुर और मुरीदके जैसे ठिकाने ग्लोबल टेररिज्म की यूनिवर्सिटी रहे हैं। दुनिया के बड़े आतंकी हमले, चाहे वह 9/11 हो, लंदन ट्यूब बम धमाका हो, या फिर पिछले कई दशकों में भारत में हुए आतंकी हमले, उनकी जड़ें किसी न किसी तरह इन आतंकी ठिकानों से जुड़ी हुई हैं। आतंकियों ने हमारी बहनों का सिंदूर उजाड़ा था, इसलिए भारत ने आतंक के ये हेड क्वार्टर उजाड़ दिए। भारत के इन हमलों में 100 से अधिक खूंखार आतंकियों को मौत के घाट उतारा गया है।
पाकिस्तान ने स्कूलों, गुरुद्वारों, मंदिरों, सामान्य नागरिकों के घरों को निशाना बनाया
प्रधानमंत्री ने आतंक के खिलाफ भारत की जीरो टॉलरेंस की प्रतिज्ञा दोहराते हुए कहा कि आतंक के बहुत सारे आका ढाई से तीन दशकों से खुलेआम पाकिस्तान में घूम रहे थे, उन्हें भारत ने एक झटके में खत्म कर दिया। भारत की इस कार्रवाई से पाकिस्तान घोर निराशा में घिर गया था। बौखला गया था। इसी बौखलाहट में उसने एक और दुस्साहस किया। आतंक पर भारत की कार्रवाई का साथ देने के बजाय पाकिस्तान ने भारत पर हमला शुरू कर दिया। पाकिस्तान ने हमारे स्कूलों, कॉलेजों, गुरुद्वारों, मंदिरों को, सामान्य नागरिकों के घरों को निशाना बनाया। पाकिस्तान ने हमारे सैन्य ठिकानों को निशाना बनाया, लेकिन इसमें भी वह बेनकाब हो गया। दुनिया ने देखा कि कैसे पाकिस्तान के ड्रोन, पाकिस्तान की मिसाइलें भारत के सामने तिनके की तरह बिखर गईं। भारत के सशक्त एयर डिफेंस सिस्टम ने उन्हें आसमान में ही नष्ट कर दिया। पाकिस्तान की तैयारी सीमा पर वार की थी, लेकिन भारत ने पाकिस्तान के सीने पर वार कर दिया।
पीएम मोदी के संबोधन की मुख्य बातें
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