पहलगाम आतंकी हमले के बाद भारत द्वारा शुरू किए गए ऑपरेशन सिंदूर में पाकिस्तान को करारी चोट पहुंची। इसके बाद दोनों देशों के बीच सीजफायर हुआ और आज दोनों देशों के बीच DGMO स्तर की बातचीत होनी है। इस मामले में दोपहर 2:30 बजे तीनों सेनाओं के प्रमुख प्रेस कॉन्फ्रेंस होनी थी। लेकिन अब खबर यह आ रही है कि DGMO स्तर की बातचीत शाम को होगी।
समाचार एजेंसी एएनआई ने सूत्रों के हवाले से ये दावा किया है। ऐसे में अब कहा जा रहा है कि इस प्रेस वार्ता का भी समय बदल सकता है।
India-Pakistan Director General of Military Operations (DGMO) talks scheduled this evening: Sources
— ANI (@ANI) May 12, 2025
प्रधानमंत्री मोदी ने हाईलेवल बैठक
DGMO बैठक से ठीक पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सोमवार को ह अपने आवास पर एक हाई लेवल बैठक की। इसमें रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, विदेश मंत्री एस जयशंकर, राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (एनएसए) अजीत डोभाल और चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ जनरल अनिल चौहान के साथ ही रॉ और आईबी के चीफ भी शामिल हुए। इससे पहले 11 मई को, प्रधानमंत्री मोदी ने सशस्त्र बलों को सीमा पार से गोलीबारी और गोलाबारी का पूरी ताकत से जवाब देने के स्पष्ट निर्देश दिए थे, उन्होंने कहा था कि “वहां से गोली चलेगी, तो यहां से गोला।”
क्या है पूरा मामला
गौरतलब है कि पाकिस्तान के आतंकियों ने 22 अप्रैल 2025 को पहलगाम में निर्दोष नागरिकों हिन्दुओं का धर्म पूछकर उनकी हत्या कर दी थी। इसके बाद 7 मई को भारतीय सेना ऑपरेशन सिंदूर लॉन्च किया। जिसके तहत पाकिस्तान में घुसकर आतंकियों के 9 ठिकानों को नेस्तनाबूद कर दिया। चार दिन तक ऑपरेशन सिंदूर चला।
पाकिस्तान ने ही मांगा था बातचीत का समय
समाचार एजेंसी एएनआई ने सूत्रों के हवाले से पाकिस्तान के घुटने टेकने की कहानी बयां की है। एजेंसी ने बताया कि 9 मई की रात और 10 मई को तड़के भारत ने जो एयर स्ट्राइक पाकिस्तान पर की, वो उसकी कमर को तोड़ने वाला था। यहीं उसके सरेंडर का आधार बना। दरअसल, हुआ कुछ यूं कि भारत ने 7 मई को ही पाकिस्तान के आतंकी ठिकानों पर एयरस्ट्राइक की और उसकी जानकारी पाकिस्तान के डीजीएमओ को दी। लेकिन, पाकिस्तान ने उससे अनसुना कर दिया।
फिर क्या था, ऑपरेशन सिंदूर के तहत भारतीय सेनाओं ने पाकिस्तान के आतंकी ठिकानों को नेस्तनाबूद करना शुरू कर दिया। चार दिन तक चले इस अभियान के दौरान पाकिस्तान के हर मंसूबे पर भारतीय सेनाओं ने पानी फेर दिया। भारत ने पाकिस्तान के एयरफील्ड्स को ध्वस्त कर दिया। इसके बाद पाकिस्तान को ये समझ आ गया कि अब बातचीत करना ही उचित रहेगा। इस बीच अमेरिकी विदेश मंत्री मार्क रुबियो ने पाकिस्तान के सेनाध्यक्ष असीम मुनीर से बात की और फिर भारत के विदेश मंत्री डॉ एस जयशंकर से भी बातचीत की और उन्हें बताया कि पाकिस्तान बातचीत करना चाहता है। इसके बाद 10 मई का दिन इसके लिए तय किया गया। दोपहर एक बजे दोनों ही देशों के बीच वार्ता हुई और शाम को सीजफायर हो गया।
टिप्पणियाँ