प्रतीकात्मक तस्वीर
पहलगाम आतंकी हमले के बाद से भारत के ऑपरेशन सिंदूर और फिर पाकिस्तान के साथ सीजफायर के बाद आज दोनों देशों के बीच DGMO ( Directorate general of minilitary operation’s) स्तर की बातचीत होगी। दोपहर 12 बजे यह बैठक शुरू होगी। इसमें भारत और पाकिस्तान के अलावा कोई और शामिल नहीं होगा। वहीं सेना के कड़े रुख के कारण पाकिस्तान ने अब दोबारा सीजफायर वॉयलेशन नहीं किया है।
समाचार एजेंसी एएनआई ने सूत्रों के हवाले से पाकिस्तान के घुटने टेकने की कहानी बयां की है। एजेंसी ने बताया कि 9 मई की रात और 10 मई को तड़के भारत ने जो एयर स्ट्राइक पाकिस्तान पर की, वो उसकी कमर को तड़ने वाला था। यहीं उसके सरेंडर का आधार बना। दरअसल, हुआ कुछ यूं कि भारत ने 7 मई को ही पाकिस्तान के आतंकी ठिकानों पर एयरस्ट्राइक की और उसकी जानकारी पाकिस्तान के डीजीएमओ को दी। लेकिन, पाकिस्तान ने उससे अनसुना कर दिया।
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फिर क्या था, ऑपरेशन सिंदूर के तहत भारतीय सेनाओं ने पाकिस्तान के आतंकी ठिकानों को नेस्तनाबूद करना शुरू कर दिया। चार दिन तक चले इस अभियान के दौरान पाकिस्तान के हर मंसूबे पर भारतीय सेनाओं ने पानी फेर दिया। इस बीच अमेरिकी विदेश मंत्री मार्क रुबियो ने पाकिस्तान के सेनाध्यक्ष असीम मुनीर से बात की और फिर भारत के विदेश मंत्री डॉ एस जयशंकर से भी बातचीत की और उन्हें बताया कि पाकिस्तान बातचीत करना चाहता है। इसके बाद 10 मई का दिन इसके लिए तय किया गया। दोपहर एक बजे दोनों ही देशों के बीच वार्ता हुई और शाम को सीजफायर हो गया।
पाकिस्तान, जो लगातार तुर्की के ड्रोन और मिसाइलों से भारत को टार्गेट करने की कोशिशें कर रहा था, उसके बातचीत के लिए तैयार होने के पीछे की कहानी बड़ी ही रोचक है। हुआ कुछ यूं पाकिस्तान ने भारत पर पलटवार करने की कोशिश की, लेकिन उससे पहले ही भारत ने उसके एय़र डिफेंस सिस्टम को नष्ट कर दिया। इसके बाद 9-10 मई की दरमियानी रात में जब भारत ने पाकिस्तान के एयरफील्ड्स को ध्वस्त कर दिया तो पाकिस्तान को ये समझ आ गया कि अब बातचीत करना ही उचित रहेगा। तब अमेरिका की मध्यस्थता से उसने भारत से बातचीत की पेशकश की।
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