पाकिस्तान का एक और झूठ दुनिया के सामने आ गया है। उसने कहा था कि ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के दौरान उसने भारत के पाँच लड़ाकू विमान गिरा दिए थे। लेकिन इसके कोई सबूत नहीं मिले हैं। अब खुद पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ ने विदेशी मीडिया से बात करते हुए सच बता दिया है कि यह दावा गलत था।
इंटरव्यू में पूछे गए सवाल पर बगले झांकते नजर आए मंत्री
सीएनएन न्यूज चैनल को दिए इंटरव्यू में जब एंकर ने ख्वाजा आसिफ से पूछा कि भारत के पांच लड़ाकू विमानों को मार गिराने का क्या सबूत है, तो वे कोई ठोस जवाब नहीं दे सके। उन्होंने कहा कि “यह सब सोशल मीडिया पर है” और “भारतीय मीडिया भी इसे स्वीकार कर रहा है”। जबकि सच्चाई यह है कि भारत या उसकी किसी भी मीडिया ने ऐसा कोई दावा नहीं किया। ख्वाजा आसिफ ने बिना प्रमाण के कहा, विमानों का मलबा कश्मीर में पड़ा है और इसकी तस्वीरें सोशल मीडिया पर हैं।इस पर एंकर ने टोकते हुए कहा कि हम सोशल मीडिया की बात नहीं कर रहे, हमें असली सबूत चाहिए। जब एंकर ने पूछा कि इन विमानों को गिराने के लिए कौन-से हथियार या उपकरण इस्तेमाल किए गए, तो ख्वाजा आसिफ जवाब देने से कतराते रहे।
जब एंकर ने पूछा कि क्या चीन के किसी हथियार का इस्तेमाल किया गया था, तो ख्वाजा आसिफ ने कहा, “नहीं, ऐसा कुछ नहीं हुआ। फिर उन्होंने यह भी जोड़ा कि “हमारे पास चीन के जेएफ-17 और जेएफ-10 जैसे विमान हैं, जो पाकिस्तान में ही बनाए जाते हैं। इसके बाद उन्होंने भारत पर तंज कसते हुए कहा कि “अगर भारत फ्रांस से राफेल खरीद सकता है, तो हम भी चीन, रूस या अमेरिका से विमान ले सकते हैं। ख्वाजा आसिफ ने यह भी कबूल किया कि पाकिस्तान ने लंबे समय तक आतंकवादी संगठनों को फंडिंग दी है। उन्होंने कहा, हमने तीन दशक तक अमेरिका के लिए यह गंदा काम किया। यह एक बड़ी गलती थी और इसका खामियाजा हमें भुगतना पड़ा।
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