कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देशवासियों से न्याय का वादा किया था। इसके बाद सरकार ने सेना को खुली छूट दे दी। नतीजतन, भारतीय सेना ने महज 15 दिनों में पाकिस्तान में आतंकी ठिकानों पर और पीओके (पाक अधिकृत कश्मीर) में हवाई हमला किया।
संयुक्त राष्ट्र में भारत के पूर्व राजनयिक शशि थरूर ने भी इस कार्रवाई की तारीफ की है। उन्होंने कहा कि यह हमला पूरी तैयारी और सोच-समझ कर किया गया है। थरूर ने कहा कि भारत ने इस हमले के जरिए पाकिस्तान को साफ संदेश दिया है कि अब आतंक फैलाने की साजिशों को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
उन्होंने कहा कि यह आत्मरक्षा में किया गया कदम है और उन्हें भारतीय सेना पर गर्व है। उन्होंने बताया कि सेना ने कम से कम 9 आतंकी लॉन्च पैड और ठिकानों को तबाह कर दिया है। इसमें लश्कर-ए-तैयबा के मुरादके कैंप, अब्बास कैंप, बरनाला कैंप, सरजाल कैंप और महमूना जोया कैंप शामिल हैं। शशि थरूर ने यह भी कहा कि इस हमले में भारतीय सेना की सूझबूझ साफ नजर आती है। सेना ने केवल आतंकियों के ठिकानों को ही निशाना बनाया, किसी सरकारी इमारत या आम नागरिक को नुकसान नहीं पहुंचाया गया।
उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि इस कार्रवाई का मकसद कोई लंबा युद्ध छेड़ना नहीं है, बल्कि पाकिस्तान को यह समझाना है कि वह अपनी जमीन का इस्तेमाल आतंकियों के लिए ना होने दे। थरूर ने यह भी कहा कि निकट भविष्य में पाकिस्तान से बातचीत की कोई संभावना नहीं दिखती, क्योंकि पाकिस्तान की ताकत इतनी नहीं है कि वह भारत का मुकाबला कर सके। उसे समझदारी दिखाते हुए भारत के खिलाफ नफरत फैलाना बंद कर देना चाहिए।पाकिस्तान को अब समझदारी दिखानी चाहिए और भारत के खिलाफ ज़हर उगलना बंद करना चाहिए। पहलगाम हमले में खुफिया एजेंसियों की भूमिका के बारे में पूछे जाने पर थरूर ने कहा कि अभी इसके लिए समय नहीं है।
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