रोहित शर्मा
नई दिल्ली, (हि.स.)। भारतीय क्रिकेट टीम के कप्तान रोहित शर्मा ने बुधवार को टेस्ट क्रिकेट से संन्यास लेने की घोषणा कर दी। 37 वर्षीय रोहित ने अपने टेस्ट करियर में कुल 67 मैचों में 40.57 की औसत से 4301 रन बनाए। उन्होंने टेस्ट में 40.57 की औसत और 57.05 के स्ट्राइक रेट से ये रन बनाए हैं। टेस्ट क्रिकेट में उनके नाम 12 शतक और 18 अर्धशतक दर्ज हैं। उन्होंने 2013 में कोलकाता के ईडन गार्डन्स में वेस्टइंडीज के खिलाफ डेब्यू करते हुए अपने पहले ही मैच में शतक जड़ा था।
रोहित शर्मा ने इंस्टाग्राम पर अपने संन्यास की घोषणा की। उन्होंने अपने इंस्टाग्राम स्टोरी पर टीम इंडिया के टेस्ट कैप की फोटो के साथ लिखा, ”हैलो, मैं बस यह बताना चाहता हूं कि मैं टेस्ट क्रिकेट से संन्यास ले रहा हूं। सफेट जर्सी में अपने देश का प्रतिनिधित्व करना मेरे लिए बहुत सम्मान की बात है। इतने सालों में मिले प्यार और समर्थन के लिए आपका धन्यवाद। मैं वनडे प्रारूप में भारत का प्रतिनिधित्व करना जारी रखूंगा।”
मिडिल ऑर्डर में संघर्ष, ओपनर बनकर मिली सफलता
शुरुआती दौर में रोहित शर्मा मिडिल ऑर्डर बल्लेबाज के रूप में खेलते रहे, लेकिन लगातार प्रदर्शन में उतार-चढ़ाव के चलते वे टीम में अपनी जगह पक्की नहीं कर पाए। हालांकि, 2019 में जब उन्हें ओपनिंग की जिम्मेदारी सौंपी गई, तो उन्होंने खुद को नई भूमिका में साबित किया और कई शानदार पारियां खेलीं।
2021 में दिखा सुनहरा फॉर्म
वर्ष 2021 रोहित शर्मा के टेस्ट करियर का बेहतरीन साल रहा, जिसमें उन्होंने 47.68 की औसत से 906 रन बनाए। यह साल उनके टेस्ट करियर की सबसे स्थिर और सफल अवधि में से एक रहा।
2024 में फॉर्म में गिरावट, आखिरी मैच में नहीं मिले मौके
2024 में रोहित शर्मा का बल्ला खामोश रहा और उन्होंने साल भर में औसतन सिर्फ 24.76 की दर से रन बनाए। ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी 2024-25 की चौथे टेस्ट में खेलने के बाद उन्हें अंतिम टेस्ट से बाहर कर दिया गया। भारत वह सीरीज 1-3 से हार गया और चौथे टेस्ट के साथ ही रोहित का टेस्ट करियर भी समाप्त हो गया।
इंग्लैंड सीरीज से पहले लिया संन्यास
रोहित शर्मा का यह फैसला इंग्लैंड के खिलाफ जून से शुरू हो रही पांच मैचों की टेस्ट सीरीज से पहले आया है। माना जा रहा है कि भारतीय टीम अब इस सीरीज में नए कप्तान और संभावित ओपनिंग विकल्प के साथ मैदान में उतरेगी।
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