भारत द्वारा सीमा रेखा के उस पार चल रहे तीन मुख्य आतंकी अड्डों और उनसे जुड़े ढांचे को पैनी चोट करके ध्वस्त किया गया
कल रात भारत के जांबाज वीरों द्वारा पाकिस्तान में मौजूद आतंकवाद के अड्डों को धारदार सर्जिकल स्ट्राइक में ध्वस्त करने के फौरन बाद से पाकिस्तनी फौज ही नहीं बल्कि मीडिया भी दुष्प्रचार में जुट गया है। फौज का पीआरओ यह झूठ फैलाने में जुटा है कि ‘भारत के हमले में नन्हे बच्चे, बच्चियां और औरतें मारी गई हैं, मस्जिदें उड़ा दी गई हैं, मदरसों पर चोट की गई है’। तो उधर मीडिया के एंकर आंखों में जबरन आंसू लाकर यह बोल रहे हैं कि ‘अल्लाह, हमें माफ करना, हमसे गलती हो गई।’
भारत द्वारा सीमा रेखा के उस पार चल रहे तीन मुख्य आतंकी अड्डों और उनसे जुड़े ढांचे को पैनी चोट करके ध्वस्त किया गया है। इस आपरेशन सिंदूर के बारे में भारत की ओर से आधिकारिक प्रेस वार्ता में साफ कर दिया गया है कि जिन्ना के देश की सेना के अड्डों या नागरिक ठिकानों को निशाना नहीं बनाया गया है। भारत की ओर से पुष्ट प्रमाणों के आधार पर हमले के लिए वही ठिकाने चुने गए जहां लश्करे तैयबा, जैशे मोहम्मद और हिज्बुल मुजाहिदीन के मुख्यालय और उससे जुड़ी आतंकियों की पनाहगाहें थीं।
लेकिन पाकिस्तानी फौज के पीआरओ ने अपनी फितरत के अनुसार, यह झूठ फैलाना शुरू कर दिया है कि भारत के हमले में नागरिकों की, खासकर बच्चों और औरतों की भी मौतें हुई हैं। पाकिस्तानी फौज का पूरा प्रयास यह दिखाने का है कि भारत ने बच्चों और औरतों को निशाना बनाया है। लेकिन एक्स पर इस बारे में एक यूजर की पोस्ट दिलचस्प है। उसने लिखा है कि ‘वैसे तो मुसलमान मस्जिदों में औरतों और बच्चों को जाने नहीं देते, फिर आधी रात को उन मस्जिदों में वे बच्चे और औरतें कैसे थीं?’
जिन्ना के देश के मीडिया चैनलों से जुड़े कुछ वीडियो भी सोशल मीडिया पर चल रहे हैं जिनमें एक महिला एंकर घड़ियाली आंसू टपकाते हुए बार बार ‘अल्लाह माफ करना’ बोल रही है, और यह भी बोल रही है कि ‘शहीद हुए ये लोग जब अल्लाह से मिलें तो हमारी तरफ से माफी मांगें कि हम नादान निकले।’ आधा सिर दुपट्टे से ढके बैठी वह एंकर पूरी नाटकीयता के साथ यह दिखाने की कोशिश कर रही है उसे हमलों में मारे गए जिहादियों का बड़ा दुख है। और यह सच भी है इसलिए क्योंकि ये आतंकवादी ही तो कुल जमा ‘दौलत’ हैं जिन्ना के देश की जो उसने बंटवारे के बाद से ‘कमाई’ है।
सीमा पर चल रहे आतंक के अड्डों और प्रशिक्षण शिविरों पर भारत की सैन्य कार्रवाई के साथ विश्व के सभी सभ्य देश खड़े हैं। सबने भारत को इस ओर अपना समर्थन जताया है। खुद यूएन के महासचिव ने भी आतंकवाद के विरुद्ध भारत के रुख को सराहा है। भारत के विदेश मंत्री एस. जयशंकर के शब्दों में कहें तो भारत ने दिखा दिया है कि आतंकवाद के को लेकर हमारी ‘जीरो टॉलरेंस’ की नीति है, और रहेगी।
Leave a Comment