जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद भारत-पाकिस्तान के बीच तनाव बढ़ गया है। भारत के संभावित हमले से पाकिस्तान तिलमिलाया हुआ है। इसी बीच इस्लामाबाद की मशहूर लाल मस्जिद का एक वीडियो वायरल हो रहा है, जिसमें इमाम मौलाना अब्दुल अजीज गाजी दोनों देशों में युद्ध को लेकर लोगों से बात करते दिखे। उन्होंने मस्जिद में मौजूद लोगों से पूछा कि भारत और पाकिस्तान की जंग हुई तो आप में से कितने लोग पाकिस्तान का साथ देंगे। इस दौरान बहुत कम लोगों ने हाथ खड़े किए। उन्होंने कहा कि इसका मतलब अब आप लोग समझने लगे हैं।
मौलाना ने पाकिस्तान की आंतरिक राजनीति और सुरक्षा का सवाल उठाते हुए आवाम से अपील की कि वे भारत के खिलाफ संभावित युद्ध में अपने मुल्क का समर्थन न करें। पाकिस्तान की जंग इस्लाम की जंग नहीं है। पाकिस्तान का युद्ध राष्ट्रीयता के लिए है। हमें इसमें शामिल होने की जरूरत नहीं है। आज पाकिस्तान में जालिमों का निजाम है। हिंदुस्तान में इतना जुल्म नहीं है, जितना पाकिस्तान में हो रहा है। मौलवी ने बलूचिस्तान और खैबर पख्तूनख्वा में हो रहे अत्याचारों का भी हवाला दिया और पाकिस्तानी सरकार पर अपने ही लोगों पर बमबारी करने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि भारत ने कभी लाल मस्जिद या वजीरिस्तान पर बमबारी नहीं की, लेकिन पाकिस्तानी सेना अपने ही लोगों पर हमले करती रही है।
‘भारत में इस्लाम की स्थिति ज्यादा बेहतर’
भारत में इस्लाम की स्थिति पाकिस्तान से कहीं ज्यादा बेहतर बताते हुए मौलाना ने यह भी कहा कि बलूच, पश्तून और पाकिस्तान तहरीक ए इंसाफ (PTI) के कार्यकर्ता पाकिस्तानी सेना के जुल्मों से तंग आ गए हैं। ये सभी सेना के खिलाफ आवाज उठा रहे हैं। उन्होंने कहा कि इन लोगों पर आए दिन ज्यादतियां होती रहती हैं। इन्हें जबरन गायब कर दिया जाता है। इनके साथ अन्याय हो रहा है। वहीं, हम भारत के खिलाफ युद्ध की बात कर रहे हैं, जबकि वहां इस्लाम की स्थिति कहीं हमसे ज्यादा बेहतर है।
बता दें कि 22 अप्रैल को पहलगाम में आतंकियों ने पर्यटकों पर हमला किया था। इस हमले में 26 पर्यटक मारे गए थे। हमले के बाद से भारत पाकिस्तान के खिलाफ कड़े रुख अपनाया रहा है, जिससे वहां दहशत का माहौल है। पाकिस्तान के मुताबिक, भारत उसके खिलाफ स्ट्राइक करने की रणनीति पर काम कर रहा है, जबकि अभी तक भारत की तरफ से पाकिस्तान पर कोई हमला नहीं हुआ है।
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