बिहार की सारण पुलिस ने NHRC के निर्देश पर बाल शोषण के खिलाफ बड़ी कार्रवाई करते हुए आर्केस्ट्रा में डांस करने वाली 16 नाबालिग लड़कियों को मुक्त करा, दो आर्केस्ट्रा संचालकों को गिरफ्तार किया है। आर्केस्ट्रा ग्रुप्स में नेपाल, पश्चिम बंगाल, झारखंड और असम की 16 नाबालिग लड़कियों से जबरन नृत्य करवाया जा रहा था। रिपोर्ट्स के मुताबिक, पुलिस अधीक्षक सारण के निर्देश पर महिला थाना की विशेष टीम ने गरखा, अमनौर एवं दरियापुरा थाना क्षेत्रों में 3 मई को छापेमारी अभियान चलाकर सभी नाबालिगों को सुरक्षित बाहर निकाला। गिरफ्तार किए गए आर्केस्ट्रा संचालकों की पहचान धीरज कुमार राय और बाबुदीन साह के रूप में हुई है। दोनों के खिलाफ मामला दर्ज कर आगे की कार्रवाई की जा रही है। सारण पुलिस ने अपने एक्स अकाउंट पर दोनों आरोपियों की तस्वीरें भी साझा की हैं।
रिपोर्ट्स के मुताबिक, संचालक आर्केस्टा को लघु उद्योग के नाम पर फर्जी दस्तावेजों के जरिए चला रहे थे। मौके से फर्जी पुलिस सत्यापन पत्र भी जब्त किए गए हैं। जनवरी 2025 से अब तक 53 नाबालिग लड़कियों को मुक्त कराया जा चुका है। वहीं, 17 आरोपियों को न्यायिक हिरासत में भेजा गया है और अन्य की तलाश जारी है।
राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग (NHRC) के सदस्य प्रियंक कानूनगो ने मंगलवार 6 मई को एक्स पर इस संबंध में पोस्ट कर सारण पुलिस के बेहतरीन कार्य की सराहना की है।
प्रियंक कानूनगो ने लिखा, “पिछले सप्ताह सारण के दौरे के दौरान आर्केस्ट्रा संचालकों द्वारा नाबालिग लड़कियों से रात रात भर नाच गाने का काम करवाए जाने की शिकायत मिली, जिस पर मैंने पुलिस को रेस्क्यू ऑपरेशन चलाने के निर्देश दिए थे। सारण पुलिस ने बेहतरीन काम करते हुए 3 दिन लगातार अभियान चलाकर 17 लड़कियों को रेस्क्यू किया है। आर्केस्ट्रा के मालिक लड़कियों के दस्तावेज अपने कब्जे में रखते हैं, पश्चिम बंगाल व बिहार के अन्य जिलों से लड़कियों को लाकर बेहद छोटे-छोटे कमरों में रखा जाता है, ये सब ट्रैफिकिंग है।”
उन्होंने विवाह समारोह में ऐसे फूहड़ आयोजन बंद होने और एक बड़े सामाजिक जागरण की आवश्यकता पर जोर देते हुए लिखा, “ऐसे शोषण के संवाहकों से खुशी के मौके पर लड़कियों को नचवाकर समाज का पतन ही हो रहा है।”
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