पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद पाकिस्तान भारत की जवाबी कार्रवाई की दहशत में कई देशों से मदद की गुहार लगा रहा है। इसको लेकर वह संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद पहुंचा। भारत-पाकिस्तान तनाव पर सोमवार (5 मई) देर रात संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (UNSC) के देशों की बंद कमरे में बैठक हुई। UNSC के सदस्यों ने बैठक में पहलगाम आतंकी हमले की निंदा की और इसकी जवाबदेही की जरूरत पर भी जोर दिया।। उन्होंने कहा कि पहलगाम में पर्यटकों को उनके धर्म के आधार पर निशाना बनाया गया। इस दौरान पाकिस्तान से सवाल पूछा गया कि क्या पहलगाम हमले में लश्कर-ए-तैयबा शामिल था? इसके साथ ही सभी सदस्यों ने पाकिस्तान की ओर से तीन दिन में दो मिसाइल परीक्षण किए जाने पर भी चिंता व्यक्त की।
समाचार एजेंसी एएनआई के मुताबिक, सभी सदस्यों ने पाकिस्तान के भारत पर लगाए आरोपों को स्वीकार नहीं किया। उन्होंने इस बात को सिरे से खारिज कर दिया कि आतंकी हमला भारत ने कराया था। हालांकि, बैठक से पहले संयुक्त राष्ट्र के महासचिव एंटोनियो गुटेरेस ने हमले को लेकर पाकिस्तान को परोक्ष तौर पर फटकार लगाई और दोनों देशों से अपील की कि कोई गलती न करें, मिलिट्री ऑपरेशन समाधान नहीं है।
सुरक्षा परिषद की बैठक के बाद अभी तक कोई भी आधिकारिक बयान जारी नहीं किया गया है, लेकिन पाकिस्तान ने दावा किया है कि उसका मकसद काफी हद तक पूरा हो गया है। पाकिस्तान वर्तमान में 15 सदस्यीय सुरक्षा परिषद का अस्थायी सदस्य है। उसने भारत-पाकिस्तान तनाव पर बैठक की अपील की थी। साथ ही यह भी कहा था कि यह बैठक बंद कमरे में हो।
बता दें कि संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में 5 स्थायी सदस्य और 10 अस्थायी सदस्य हैं। स्थायी सदस्यों में चीन, फ्रांस, रूस, यूनाइटेड किंगडम और संयुक्त राज्य अमेरिका शामिल है।
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