कर्णावती । अहमदाबाद के चंदोला क्षेत्र में अवैध बांग्लादेशी बस्तियों पर मेगा डिमोलिशन करने के बाद अहमदाबाद क्राइम ब्रांच ने अब इन सभी अवैध कारोबारों के मास्टरमाइंड लल्ला बिहारी को राजस्थान से गिरफ्तार कर रिमांड के लिए अदालत में पेश किया है। अदालत ने लल्ला बिहारी का छह दिन का रिमांड मंजूर किया है। क्राइम ब्रांच द्वारा पूछताछ के दौरान लल्ला बिहारी ने आठ एजेंटों के नाम बताए हैं, जिनके माध्यम से वह अवैध घुसपैठ कराता था। गुजरात सरकार ने राज्य भर से 210 बांग्लादेशियों को डिपोर्ट करने का निर्णय लिया है।
पहलगाम हमले के बाद गुजरात में रह रहे पाकिस्तानियों और बांग्लादेशियों के खिलाफ राज्य में कार्रवाई की जा रही है। गृह विभाग ने अहमदाबाद के चंदोला क्षेत्र में कड़ी पुलिस सुरक्षा के बीच ऐतिहासिक मेगा डिमोलिशन करते हुए 2,000 से अधिक घरों को ध्वस्त किया है, जहां बांग्लादेशियों की बड़े पैमाने पर अवैध बस्तियां थीं। इस अवैध कॉलोनी में बांग्लादेशी घुसपैठियों को गुजरात में बसाने में मदद करने वाले मुख्य आरोपी लल्ला पठान उर्फ लल्ला बिहारी को पुलिस ने राजस्थान से गिरफ्तार किया है और उसे छह दिन की रिमांड पर लिया गया है।
लल्ला ने अवैध घुसपैठ का सबसे बड़ा नेटवर्क खड़ा किया
लल्ला बिहारी ने चंदोला क्षेत्र में अवैध बांग्लादेशियों को मकान, दुकानें और ऑटोरिक्शा किराए पर देने के अलावा उन्हें अवैध रूप से पानी और बिजली के कनेक्शन भी मुहैया कराए थे। जांच से पता चला है कि लल्ला ने इन सभी गतिविधियों को अंजाम देने के लिए गुजरात में सबसे बड़ा नेटवर्क स्थापित किया है। जांच में सामने आया कि लल्ला यह सारा काम स्थानीय एजेंटों की मदद से कर रहा था।
लल्ला ने एजेंटों की मदद से बांग्लादेशियों को सुविधाएं मुहैया कराईं
लल्ला बिहारी ने चंदोला क्षेत्र में अवैध बांग्लादेशियों को सभी सुविधाएं प्रदान करने के लिए एजेंटों की मदद ली। इनमें दो बांग्लादेशी एजेंट, दो पश्चिम बंगाल के एजेंट और चार गुजराती एजेंट शामिल हैं। इन एजेंटों की मदद से लल्ला बांग्लादेशी घुसपैठियों को अवैध रूप से आधार कार्ड, पैन कार्ड और आयकर रिटर्न देने में मदद करता था। बदले में वह उनसे हजारों रुपए भी वसूलता था। इस तरह लल्ला की देश विरोधी गतिविधियों में संलिप्तता भी सामने आई है।
अवैध आय को सोने और जमीन में निवेश करना
लल्ला बिहारी चंदोला तालाब और उसके आसपास के इलाकों में अवैध कारोबार चला रहा था और इससे करोड़ों रुपये कमा रहा था। पता चला है कि लल्ला ने इस आय को सोने में निवेश किया था। इसके अलावा लल्ला ने कंस्ट्रक्शन बिजनेस में भी पैसा लगाया। उत्तर प्रदेश के कासगंज में जमीन खरीदने का विवरण उनके घर से मिली डायरी में मिला है। इसके आधार पर आने वाले दिनों में आयकर विभाग भी इस जांच में शामिल हो सकता है।
गुजरात सरकार 210 बांग्लादेशियों को वापस भेजेगी
अहमदाबाद के चंदोला क्षेत्र में किए गए मेगा डिमोलिशन में 198 बांग्लादेशी घुसपैठिए पकड़े गए। इसके अलावा राज्य के अन्य शहरों से मिलाकर कुल 210 बांग्लादेशियों को गिरफ्तार किया गया है। गुजरात सरकार उन सभी को उनके देश वापस भेजेगी। इसके लिए केंद्र सरकार से अनुमति मिल गई है, इसलिए इन बांग्लादेशियों को अगले पांच दिनों में बांग्लादेश-भारत सीमा से वापस उनके देश भेज दिया जाएगा। क्राइम ब्रांच सभी बांग्लादेशी घुसपैठियों को ट्रेन से सीमा तक ले जाएगी। सामान्यतः किसी अवैध विदेशी नागरिक को पकड़े जाने पर उसे निर्वासित करने में लगभग दो महीने का समय लगता है, लेकिन गुजरात में पकड़े गए बांग्लादेशियों की पहचान कर उन्हें पांच दिन के भीतर निर्वासित कर दिया जाएगा, जो कि भारत के इतिहास में सबसे तेज निर्वासन प्रक्रिया है।
चरण 2 का कार्य चंदोला क्षेत्र में किया जाएगा
चंदोला क्षेत्र में दो हजार से अधिक घरों के ऐतिहासिक मेगा डिमोलिशन के बाद अहमदाबाद नगर निगम और पुलिस आयुक्त वर्तमान में कार्य के दूसरे चरण पर चर्चा कर रहे हैं। पुलिस सुरक्षा बनाए रखेगी और निगम ध्वस्तीकरण की कार्रवाई करेगा। आईबी फिलहाल इसकी जांच कर रही है। राज्य और केंद्र सरकार को आईबी की रिपोर्ट प्राप्त होने के बाद प्रथम निर्वासन प्रक्रिया पूरी की जाएगी और फिर चंदोला में दूसरे चरण की कार्रवाई की जाएगी।
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