कर्णावती । अहमदाबाद के चंदोला क्षेत्र में गृह विभाग के आदेश पर, गैरकानूनी रूप से लंबे अरसे से इस विस्तार में रहने वाले बांग्लादेशियों के 2000 से अधिक मकानों पर बुलडोज़र चलाया गया। स्वयं गृह राज्यमंत्री हर्ष संघवी इस ऐतिहासिक डिमोलिशन के दौरान दो बार चंदोला का दौरा कर चुके हैं। लेकिन इस डिमोलिशन के दौरान घुसपैठिए बांग्लादेशियों का आतंकी कनेक्शन भी सामने आया है। क्राइम ब्रांच की जांच में चंदोला के टपोरी लल्लू बिहारी का नाम सामने आया है, जो बांग्लादेशियों को चंदोला में अवैध रूप से घुसपैठ करवाता था और उसके बदले में पैसे भी ऐंठता था। पुलिस ने लल्लू के बेटे फतेह मोहम्मद पठान को गिरफ्तार कर उसे पांच दिन की रिमांड पर लिया है।
अहमदाबाद पुलिस ने चंदोला तालाब के आसपास बनी अवैध कॉलोनियों में जाकर बांग्लादेशियों को दबोचना शुरू किया, तभी उस सर्वे में ही अहमदाबाद पुलिस कमिश्नर को लल्लू पठान का फार्महाउस नजर आया था। इस रिपोर्ट में हम आपको बताएंगे लल्लू पठान की कहानी…
पहले दिन सर्वे में नजर आया फार्महाउस
पहले दिन जब अहमदाबाद पुलिस कमिश्नर समेत अधिकारी चंदोला तालाब क्षेत्र में गए, तब उन्हें एक बहुत बड़ा फार्महाउस दिखा जो आगे से झाड़ियों से ढका हुआ था। यह बहुत बड़ा फार्महाउस लल्लू पठान का था, जो बांग्लादेश से गैरकानूनी तरीके से बांग्लादेशियों को लाता था और उन्हें अवैध तरीके से चंदोला में स्थायी करने के बदले में पैसे भी ऐंठता था। फार्महाउस इस तरह से ढंककर रखा गया था कि पहली नजर में तो पता भी नहीं चलता कि यहां झाड़ियों के अंदर कुछ है भी। लेकिन फिर झाड़ियों के अंदर जाने के बाद बहुत बड़ा फार्महाउस सामने आता है, जिसे देखकर खुद पुलिस भी हैरान रह गई थी।
लल्लू पठान करवाता था महिलाओं से गंदे काम
लल्लू पठान ने चंदोला में बांग्लादेशी घुसपैठियों को रहने की सुविधा देने का जैसे कि धंधा ही खोल रखा था। वह बांग्लादेश से काम का लालच देकर बांग्लादेशी महिलाओं को भी अहमदाबाद लाता था और फिर उनको वेश्या व्यवसाय में धकेल देता था। सुबह वह महिलाओं से सिलाई मशीन और झाड़ू बनाने की फैक्टरी में काम करवाता था और रात को बांग्लादेशी महिलाओं से शरीर का व्यापार करवाता था। चंदोला में हर तरह के गैरकानूनी धंधे चल रहे थे।
लल्लू के 3 मकानों में सर्च हुआ
पुलिस ने लल्लू पठान के तीन मकानों में सर्च की कार्रवाई की, जिसमें कई दस्तावेज भी मिले हैं, जिनमें स्टाम्प पेपर, लेटरपैड, किराए के मकान का दस्तावेज समेत कई महत्वपूर्ण दस्तावेज हाथ लगे हैं। पुलिस ने लल्लू पठान के बेटे फतेह मोहम्मद को गिरफ्तार कर पांच दिन की रिमांड पर लिया है, जिसकी पूछताछ में कई बड़े खुलासे हो सकते हैं। लल्लू पठान फरार है, जिसे किसी भी कीमत पर दबोच लेने के आदेश गृह राज्यमंत्री हर्ष संघवी ने दिए हैं। दोनों बाप-बेटा पहले राजस्थान में रहते थे, वहां से बिहार गए थे और फिर वहां से गुजरात रहने आए थे।
बांग्लादेशियों को भारतीय बनाने का लेता था लल्लू पैकेज
गैरकानूनी रूप से भारत में घुसपैठ करने वाले बांग्लादेशियों को भारतीय बनाने के लिए लल्लू पठान ने पूरा प्लान बनाकर रखा था। वह दो लाख रुपए में बांग्लादेशियों को भारतीय नागरिकता दिलवा देता था। ₹25,000 में आधार कार्ड और ₹5,000 में पैन कार्ड बनवा देता था। लल्लू पठान घुसपैठिए बांग्लादेशियों को रहने के लिए घर देता था और इसके लिए उसने 150 झोपड़ियां भी बनाई थीं, जिनका वह महीने में ₹2,000 से ₹2,500 तक का भाड़ा लेता था।
लल्लू पठान की मासिक आय ₹9 लाख से ज्यादा
लल्लू पठान ने भिखारियों की एक गैंग बनाकर रखी थी, जिसमें वह हर एक भिखारी से ₹500 लेता था। उसने एक पार्टी प्लॉट भी बनाकर रखा था। इन सभी गैरकानूनी धंधों से उसकी आय हर महीने लाखों में होती थी। उसका रोज का टर्नओवर ₹10 लाख का था और पार्टी प्लॉट, दुकानें, झोपड़ियां – सब मिलाकर उसकी महीने भर की कमाई तकरीबन ₹9 लाख थी। वह बांग्लादेशियों को ब्याज पर पैसे भी देता था। उसने भाड़े पर ऑटो रिक्शा भी देना शुरू किया था।
गैरकानूनी रूप से लाइट कनेक्शन भी दिए
लल्लू पठान ने बांग्लादेशियों को रहने के लिए जो झोपड़ियां दी थीं, उनमें अवैध रूप से लाइट कनेक्शन भी दिलवाया था। इसके चलते पुलिस ने लल्लू के बेटे पर कार्रवाई करते हुए उसे हिरासत में लिया और फिर कोर्ट में रिमांड मांगा। कोर्ट ने फतेह मोहम्मद को पांच दिन की रिमांड पर सौंपा है। लल्लू ने यह लाइट कनेक्शन किस प्रकार लिए, इसमें कोई सरकारी अधिकारी भी शामिल है या नहीं, इन सभी दिशाओं में पुलिस ने जांच शुरू की है। लल्लू के बैंक अकाउंट्स को भी खंगाला जा रहा है।
चंदोला में हर तरह के गैरकानूनी धंधे चल रहे थे: हर्ष संघवी
चंदोला डिमोलिशन का दौरा करने गए गृह राज्यमंत्री हर्ष संघवी ने बताया कि चंदोला में हर प्रकार के अवैध काम हो रहे थे। पिछले छह महीनों से यहां पर ड्रग्स, देह व्यापार, चोरी समेत कई गैरकानूनी धंधे किए जा रहे थे। जो भी बांग्लादेशी यहां से मिले हैं, सभी को डिपोर्ट किया जाएगा।
चंदोला में 1.5 लाख वर्ग मीटर जगह पर डिमोलिशन
चंदोला तालाब क्षेत्र बहुत बड़ा है और यहां लगभग 15,000 से भी ज्यादा कच्चे-पक्के मकान होने की आशंका है। लेकिन इतने बड़े पैमाने पर अवैध मकानों को हटाने में एक सप्ताह जितना समय लगने की संभावना है। पिछले तीन दिनों में अहमदाबाद कॉर्पोरेशन ने 1.5 लाख वर्ग मीटर जगह पर से अवैध मकान हटाए हैं। जिस जगह पर डिमोलिशन कर उस जगह को खाली किया गया है, वहां पर फिर से कब्जा न हो, इसलिए वहां फेंसिंग भी की जाएगी।
टिप्पणियाँ