How to Use Neem Leaves
नीम को आयुर्वेद में बहुत खास जगह दी गई है। इसके पत्ते, छाल और तने में ऐसे गुण पाए जाते हैं जो शरीर को कई बीमारियों से बचाते हैं। खासतौर पर दांतों और मसूड़ों की देखभाल में नीम बहुत फायदेमंद होता है। अगर आप रोजाना नीम का सही तरीके से इस्तेमाल करें, तो दांत मजबूत बनते हैं और मुंह की दुर्गंध भी दूर होती है। अगर किसी को दांत दर्द की शिकायत है, तो नीम के पत्तों का रस निकालकर दर्द वाले हिस्से पर लगाने से आराम मिल सकता है। नीम दर्द और सूजन को कम करता है और संक्रमण को फैलने से रोकता है।
नीम के पत्ते चबाने या उनके काढ़े से कुल्ला करने से मसूड़ों की सूजन कम होती है। यह मसूड़ों को मजबूत बनाता है और उनमें खून आने की समस्या को दूर करने में मदद करता है।
नीम के अर्क का नियमित उपयोग दांतों की सड़न और कैविटी बनने की संभावना को कम करता है। इससे दांत लंबे समय तक स्वस्थ और मजबूत बने रहते हैं।
नीम के पत्तों को चबाने से मुंह में मौजूद हानिकारक बैक्टीरिया खत्म होते हैं, जिससे सांसों की बदबू दूर होती है और मुंह की सफाई बनी रहती है।
अगर दांत या मसूड़ों में मवाद हो या बार-बार संक्रमण हो रहा हो, तो नीम के पानी से कुल्ला करने या पत्तों का पेस्ट लगाने से राहत मिलती है। यह प्राकृतिक रूप से बैक्टीरिया और फंगस को मारता है।
नीम के पत्ते चबाए जा सकते हैं, उनका काढ़ा बनाकर कुल्ला किया जा सकता है या पत्तों का पेस्ट बनाकर दांतों पर लगाया जा सकता है।
(इस लेख में दी गई जानकारी और सुझावों को अमल में लाने से पहले पाठक किसी डॉक्टर या संबंधित विशेषज्ञ से सलाह जरूर लें।)
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