नई दिल्ली। राष्ट्रीय महिला आयोग ने भोपाल के एक कॉलेज में हिंदू छात्राओं से दुष्कर्म और ब्लैकमेल मामले में स्वतः संज्ञान लिया है। आयोग ने जांच के लिए तीन सदस्यीय समिति का गठन कर दिया है। यह समिति 3 से 5 मई तक भोपाल का दौरा करेगी और विस्तृत रिपोर्ट तैयार कर आयोग को सौंपेगी।
राष्ट्रीय महिला आयोग की राष्ट्रीय अध्यक्ष विजया रहाटकर ने मंगलवार को पत्रकारों को बताया कि घटना का स्वत: संज्ञान लेकर संबंधित अधिकारियों को त्वरित कारवाई के निर्देश दिए गए हैं। जांच के लिए समिति का गठन किया गया है। समिति की अध्यक्षता सेवानिवृत आईपीएस अधिकारी निर्मल कौर करेंगी। अन्य सदस्यों में जबलपुर हाई कोर्ट की अधिवक्ता निर्मला नायक और आयोग के अवर सचिव आशुतोष पांडेय शामिल हैं।
रहाटकर ने बताया कि जांच समिति घटना से जुड़ी कार्रवाई की जानकारी लेने के लिए संबंधित अधिकारियों, पीड़ित छात्राओं, उनके परिजनों और अन्य संबन्धित लोगों से मुलाकात करेगी। सभी पक्षों से बातचीत के आधार पर समिति अपनी रिपोर्ट में ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति रोकने के लिए जरूरी सुझाव देगी। आयोग यह सुनिश्चित करेगा कि पीड़िताओं को न्याय मिले और दोषियों के खिलाफ उचित कानूनी कार्रवाई की जाए।
यह है मामला
भोपाल के एक कॉलेज में कुछ मुस्लिम छात्रों ने अपनी पहचान छिपाकर कई हिंदू छात्राओं को अपने झूठे प्रेम में फंसाया। इसके बाद दुष्कर्म किया। आरोपियों ने दुष्कर्म का वीडियो बनाकर पीड़ित छात्राओं को ब्लैकमेल किया। मामले में कुछ आरोपी गिरफ्तार भी किए गए हैं। अपराध का पैटर्न अजमेर कांड जैसा है।
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