पहलगाम आतंकी हमले में जिस क्रूरता के साथ आतंकियों ने लोगों की हत्या की है, वह अकथनीय है। बावजूद इसके देश में कुछ लोग इस आतंकी हमले के खिलाफ देश के साथ एकजुट होकर खड़े होने की जगह घातक बयानबाजियां कर रहे हैं। इन लोगों में विधायक, वकील, पत्रकार औऱ कुछ छात्र भी शामिल हैं। ऐसे लोगों के खिलाफ सरकार ने भी कार्रवाई की है, जिसके तहत देश के अलग-अलग राज्यों से अब तक कुल 26 लोगों को गिरफ्तार किया गया है।
दैनिक भास्कर की रिपोर्ट के अनुसार, इन सभी ने सोशल मीडिया के जरिए इस बर्बर आतंकी हमले को लेकर ही सवाल खड़े किए थे, तो कुछ लोगों ने इसे सरकार की ही साजिश करार दिया था। गिरफ्तार किए गए घृणा फैलाने वाले लोग मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश, छत्तीसगढ़, असम, त्रिपुरा, मेघालय और झारखंड से आते हैं। इसमें भी सबसे अधिक गिरफ्तारियां असम में की गई हैं। जहां AIDUF अमीनुल इस्लाम समेत कुल 14 लोग, मध्य प्रदेश औऱ त्रिपुरा से 4-4, उत्तर प्रदेश, छत्तीसगढ़, मेघालय और झारखंड से 1-1 आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है।
इस मामले में असम के मुख्यमंत्री हिमंता बिस्व सरमा ने दो टूक कहा है कि पहलगाम आतंकी हमले को लेकर गलत बयानबाजी करने वाले के खिलाफ NSA अधिनियम के तहत कार्रवाई की जाए। उनका कहना है कि कोई कितना ही बड़ा क्यों न हो। गलत बयानबजियों को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। मुख्यमंत्री सरमा ने दो मीडिया से बात करते हुए दो टूक कहा है कि भारत और पाकिस्तान के बीच किसी भी प्रकार की समानता नहीं है। हम सभी सोशल मीडिया अकाउंट्स पर पैनी नजर रख रहे हैं। किसी भी राष्टविरोधी तत्व को बक्शा नहीं जाएगा।
पहलगाम हमले की जांच करेगी NIA
इस बीच केंद्र सरकार ने भी पहलगाम हमले की जांच को राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) को सौंप दिया है। घाटी की सुरक्षा को और अधिक कड़ा कर दिया गया है। घाटी में सुरक्षा बल आतंकियों औऱ उनके ठिकानों को ढूंढ ढूंढ कर ध्वस्त कर रहे हैं।
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