कर्णावती: पहलगांव में हुए आतंकी हमले के बाद केंद्र सरकार ने पाकिस्तानियों को देश छोड़ने का अल्टीमेटम दिया है। जिसके चलते गुजरात सरकार ने भी कारवाई शुरू करते हुए न केवल पाकिस्तानी लेकिन बांग्लादेशी घुसपैठियों को भी पकड़-पकड़कर डिपोर्ट करना शुरू कर दिया है। बांग्लादेशियों को धर दबोचने के लिए आज सुबह से ही अहमदाबाद और सूरत में पुलिस ने खास ड्राइव शुरू कर सूरत से 134 से ज्यादा और अहमदाबाद से 890 विदेशियों को धर दबोचा है।
पहलगांव आतंकी हमले के बाद से केंद्र सरकार ने पाकिस्तानियों के खिलाफ कड़ा रुख अपनाते हुए अहम फैसले लिए हैं, जिसमें से एक है पाकिस्तानियों को भारत छोड़कर जाने का अल्टीमेटम देना। केंद्र सरकार के इस अल्टीमेटम के चलते गुजरात सरकार और गृह विभाग सक्रिय रूप से ऑपरेशन में लग गए हैं और लगातार पिछले दो दिनों से पाकिस्तान समेत के विदेशियों को खंगाला जा रहा है।
गुजरात में रहने वाले पाकिस्तानियों की सूची बनाई गई
गुजरात के गृह विभाग ने सबसे पहले गुजरात में रहने वाले पाकिस्तानियों का डेटा खंगालना शुरू किया और एक लिस्ट तैयार किया गया। इस लिस्ट के मुताबिक, गुजरात में 438 लॉन्ग टर्म वीजा वाले पाकिस्तानी मौजूद है। जिनमें से अहमदाबाद में सबसे ज्यादा 77, सूरत में 44 और कच्छ में 50 पाकिस्तानी रह रहे हैं। गुजरात में शॉर्ट टर्म वीजा पर 7 पाकिस्तानी है, जिसमें से 5 अहमदाबाद में और अन्य 2 में से एक भरूच और एक बड़ौदा में है। इन सभी को गुजरात से डिपोर्ट करने का काम शुक्रवार से ही शुरू कर दिया गया है। इस बारे में गृह राज्यमंत्री हर्ष संघवी ने सूरत में मीडिया से बातचीत करते हुए यह बयान भी दिया है कि अब पाकिस्तानियों को गुजरात से बाहर जाना ही पड़ेगा। इस मामले में अब पुलिस कड़ी कार्रवाई करेगी।
शुक्रवार देर रात से सूरत में ऑपरेशन किया गया
गुजरात पुलिस ने विदेशियों को खंगालने के लिए सूरत में शुक्रवार देर रात से कार्रवाई शुरू कर दी। जिसके तहत सूरत में रात 12 बजे से सुबह 6 बजे तक सर्च ऑपरेशन कर घुसपैठियों को धर दबोचा गया। इस कार्रवाई के बारे में प्रेस कॉन्फ्रेंस में गुजरात के डीजीपी विकास सहाय ने कहा की गृह राज्यमंत्री हर्ष संघवी के मार्गदर्शन में गुजरात पुलिस ने लंबे अरसे से गुजरात में गैरकानूनी रूप से रहने वाले बांग्लादेशियों के खिलाफ एक महाअभियान शुरू किया है। इस अभियान के दौरान सूरत से 134 बांग्लादेशियों को पकड़ा गया है जो अवैद्य रूप से गुजरात में लंबे अरसे से रह रहे थे।
अहमदाबाद में सुबह से शुरू किया गया ऑपरेशन
अहमदाबाद के चंदोला तालाब एरिया में सबसे ज्यादा बांग्लादेशी झोपड़ियां बनाकर अवैध रूप से रह रहे हैं। इस इलाके में पुलिस ने सुबह 3 बजे से सर्च ऑपरेशन शुरू कर 890 बांग्लादेशी घुसपैठियों को दबोच लिया है। अहमदाबाद में प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए डीजीपी विकास सहाय ने कहा कि फर्जी दस्तावेज बनाने वाले बंगाली आपराधिक नेटवर्क की जांच जारी है। गिरफ्तार बांग्लादेशियों को कानूनी प्रक्रिया पूरी करने के बाद उनके मूल देश बांग्लादेश वापस भेज दिया जाएगा।
यह अभियान राज्य में अवैध घुसपैठ और आपराधिक गतिविधियों पर अंकुश लगाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है और गुजरात पुलिस आने वाले दिनों में इस तरह के अभियान तेज करेगी।
गृह राज्यमंत्री ने की वीडियो कॉन्फ्रेंस
दोनों शहरों में सर्च ऑपरेशन खत्म होने पर गृह राज्यमंत्री हर्ष संघवी ने सूरत पुलिस कमिश्नर ऑफिस से राज्यभार के पुलिस अधिकारियों के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंस किया। जिसमें पूरे गुजरात में अब यह सर्च ऑपरेशन शुरू करने का आदेश भी दिया गया।
गृह राज्य मंत्री की चेतावनी
गृह राज्यमंत्री हर्ष संघवी ने अवैध बांग्लादेशियों को चेतावनी दी है कि वे दो दिन के भीतर स्वैच्छिक रूप से पुलिस थाने में आत्मसमर्पण करें, अन्यथा उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। इन अवैध घुसपैठियों को आश्रय देने वालों के खिलाफ भी सख्त कार्रवाई करने के निर्देश दिए गए हैं।
આજરોજ સુરત ખાતેથી ગુજરાત પોલીસના ઉચ્ચ અધિકારીશ્રીઓ સાથે વીડિયો કોન્ફરન્સના માધ્યમથી બેઠક યોજી, જેમાં સુરક્ષા વ્યવસ્થા સહિતના અનેક મહત્ત્વના મુદ્દાઓ પર સમીક્ષાત્મક ચર્ચા કરી. pic.twitter.com/w24Jokurnm
— Harsh Sanghavi (@sanghaviharsh) April 26, 2025
बांग्लादेशी गुजरात में किस प्रकार घुसपैठ करते हैं
गुजरात पुलिस ने राज्यव्यापी अभियान चलाया, जिसमें अहमदाबाद में 890 और सूरत में 134 अवैध बांग्लादेशी पकड़े गए। इनमें से अधिकांश बांग्लादेशी बंगाल के फर्जी दस्तावेजों का उपयोग करके गुजरात सहित भारत के विभिन्न राज्यों में रह रहे थे। संयुक्त पूछताछ केंद्र में विस्तृत जांच की जा रही है।
दो बांग्लादेशी अल कायदा के स्लीपर सेल होने की आशंका
गुजरात में बांग्लादेशियों को पहले भी नशीले पदार्थों, मानव तस्करी और अन्य आपराधिक गतिविधियों में संलिप्त पाया गया है। आज गिरफ्तार किए गए चार बांग्लादेशियों में से दो पर अल-कायदा स्लीपर सेल के रूप में काम करने का संदेह है जिसके चलते उनकी गतिविधियों की जांच चल रही है।
अहमदाबाद क्राइम ब्रांच ने शुरू किया वेरिफिकेशन
डिटेन किए गए बांग्लादेशियों का वेरिफिकेशन अहमदाबाद क्राइम ब्रांच ने शुरू कर दिया है। हिरासत में लिए गए व्यक्तियों के पास मौजूद डॉक्यूमेंट्स का सत्यापन किया जाएगा। इस बात की भी जांच की जाएगी कि यह डॉक्यूमेंट्स कैसे और किससे प्राप्त किये गये। क्योंकि कुछ बांग्लादेशियों के पास दस्तावेजी सबूत नहीं हैं तो उनका डिजिटल सत्यापन किया जाएगा। डिजिटल सत्यापन के लिए साइबर अपराध कार्यालय ले जाया गया है।
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