इजरायल हमास के बीच चल रहे युद्ध और शांति वार्ता के बार-बार निष्फल होने बाद इजरायल के और तेज होते हमले के बीचत अब फिलिस्तीन के राष्ट्रपति महमूद अब्बास का सब्र जबाव दे गया है। इसी नतीजा है कि अब उन्होंने ने भी हमास को ‘कु्त्तों की औलाद’ कह दिया है। उन्होंने तुरंत हमास से इजरायली बंधकों को बिना शर्त रिहा करने और हथियार डालने को कहा है।
महमूद अब्बास पहली बार इस तरह से दबाव में हैं। उन्हें नहीं लगा था कि हमास अगर इजरायल में आतंकी हमले के बाद इजरायल के लोगों को बंधक बना लेगा तो भी इजरायल इतना करारा पलटवार करेगा। लेकिन, ठीक इसका उल्टा हो रहा है। इजरायल पूरे दमखम के साथ गाजा में तबाही मचा रहा है। इसलिए अब महमूद अब्बास भी यह कहने लगे हैं कि हमास को सबसे पहले इजरायली बंधकों को रिहा करने को सर्वोच्च प्राथमिकता देनी चाहिए। फिलिस्तीनी राष्ट्रपति का यह मानना है कि हमास द्वारा इजरायली बंधकों को रिहा न करना इजरायल को गाजा में तबाही मचाने का बहाना दे रहा है।
हमास को गाजा खाली करने की नसीहत
इजरायली हमले का दबाव ऐसा है कि अब तक हमास की भाषा बोलने वाले फिलिस्तीनी राष्ट्रपति महमूद अब्बास ने हमास को ही गाजा छोड़ने, हथियार छोड़ने और राजनीतिक पार्टी की तरह से काम करने को कहा है। उन्होंने फिलिस्तीनी मुक्ति संगठन को गाजा का नियंत्रण देने को कहा है। उल्लेखनीय है कि महमूद अब्बास तो फिलिस्तीन के नाम मात्र हैं। असल में वहां सिक्का हमास का ही चलता है। गाजा पर उसका नियंत्रण है।
हालांकि, महमूद अब्बास के बयान पर हमास को मिर्ची लग गई है। उसने अब्बास को अयोग्य करार दे दिया। उसने आरोप लगाया कि अब्बास इजरायल के कृत्यों का दोष फिलिस्तीन की ही जनता पर मढ़ रहे हैं।
गौरतलब है कि इजरायल और हमास के बीच पिछले एक साल से जंग चल रही है। इजरायल के ताबड़तोड़ हमलों के कारण गाजा राख का ढेर सा बन गया है। हालांकि, ये बात अलग है कि अभी भी इजरायल हमास के कब्जे से अपने लोगों को नहीं छुड़ा पाया है।
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