जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए भयावह जिहादी हमले ने पूरी दुनिया को झकझोर कर रख दिया है। 26 निर्दोष लोगों की जान लेने वाले कायर इस्लामी जिहादियों ने यह हमला पाकिस्तान की शह पर किया है, इस बात के पुख्ता संकेत मिल रहे हैं। मारे गए लोगों में दो विदेशी नागरिक भी शामिल हैं। इस घटना की निंदा करते हुए, अंतरराष्ट्रीय समुदाय ने गहरी संवेदनाएं व्यक्त की हैं और आतंकवाद के खिलाफ एकजुट होने का आह्वान किया है।
रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने इस हमले को “क्रूर और अमानवीय” करार देते हुए कहा है कि इसके पीछे कोई औचित्य नहीं हो सकता। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को संबोधित करते हुए लिखा, “प्रिय मित्र नरेंद्र मोदी, मैं आतंकवाद के सभी रूपों और अभिव्यक्तियों से लड़ने में भारतीय साझेदारों के साथ सहयोग बढ़ाने की अपनी प्रतिबद्धता दोहराना चाहता हूं। मृतकों के परिजनों के प्रति मेरी सच्ची सहानुभूति है।”

इस्रायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने भी इस जिहादी हमले की कड़ी निंदा करते हुए लिखा, “मेरे प्रिय मित्र नरेंद्र मोदी, पहलगाम में हुए बर्बर आतंकवादी हमले से मैं बहुत आहत हूं। हमारी संवेदनाएं और प्रार्थनाएं पीड़ितों और उनके परिवारों के साथ हैं। आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में इस्रायल भारत के साथ खड़ा है।”
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने जिहादी हमले पर टिप्पणी करते हुए कहा, “कश्मीर से बहुत परेशान करने वाली खबर आई है। आतंकवाद के खिलाफ़ भारत के साथ अमेरिका मजबूती से खड़ा है। हम मारे गए लोगों की आत्मा की शांति और घायलों के स्वस्थ होने की प्रार्थना करते हैं।”
भारत में फ्रांस के राजदूत थिएरी मथौ ने एक्स पर लिखा, “जम्मू और कश्मीर में हुए नृशंस हमले की कड़ी निंदा करता हूं। मेरी संवेदनाएं पीड़ितों और उनके परिवारों के साथ हैं। फ्रांस आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में भारत के साथ एकजुटता से खड़ा है।”
उधर संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंतोनियो गुतेरस ने भी इस हमले की निंदा करते हुए कहा है कि आतंकवाद के खिलाफ वैश्विक समुदाय को एकजुट होकर काम करना चाहिए। उन्होंने भारत के लोगों के प्रति संवेदना व्यक्त की और कहा कि संयुक्त राष्ट्र आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में भारत के साथ खड़ा है।
भारत सरकार ने इस हमले की खबर लगते ही सुरक्षा व्यवस्था को और मजबूत करने के निर्देश दिए हैं। गृहमंत्री अमित शाह श्रीनगर गए और वहां सुरक्षा एजेंसियों के साथ बैठक की। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस आतंकी हमले के संदर्भ में कहा, “यह हमला हमारे देश की शांति और स्थिरता को चुनौती देने का प्रयास है, लेकिन हम आतंकवाद के खिलाफ अपनी लड़ाई जारी रखेंगे।”
इसमें संदेह नहीं है कि पहलगाम में जिहादी हमले ने न केवल भारत बल्कि पूरे विश्व को झकझोर दिया है। विभिन्न देशों के नेताओं ने इस हमले की निंदा करके यह जताया है कि आतंकवाद के विरुद्ध कोई किसी भी प्रकार की कसर नहीं छोड़ना चाहता। एक प्रकार से इस हमले ने सबको आतंकवाद के खिलाफ एकजुटता का संदेश दिया। यह घटना एक बार फिर साबित करती है कि आतंकवाद के खिलाफ वैश्विक सहयोग और सख्त कार्रवाई की आवश्यकता है और इस बर्बरता का हर स्तर पर प्रतिकार करना होगा। जिन्ना के देश जैसे आतंकवाद के प्रायोजक ‘सत्ता अधिष्ठानों’ का चेहरा एक बार फिर दुनिया के सामने उजागर करने की जरूरत है, उन्हें हर मंचे से धिक्कारे जाने की जरूरत है।
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