बेंगलुरु में कन्नड़ भाषा न बोलने पर भारतीय वायु सेना के विंग कमांडर और उनकी पत्नी पर कुछ लोगों ने हमला कर दिया, जिससे वे गंभीर रूप से घायल हो गए। खून से लथपथ विंग कमांडर ने सोशल मीडिया पर वीडियो शेयर अपनी आपबीती साझा की है। उन्होंने बताया कि यह घटना उस समय हुई जब उनकी पत्नी उन्हें सीवी रमन नगर में डीआरडीओ कॉलोनी से एयरपोर्ट ले जा रही थीं। विंग कमांडर के अनुसार, “पीछे से एक बाइक आई और हमारी कार के सामने रुकी और उस पर बैठे लोग हमें गाली देने लगे। मेरी कार पर डीआरडीओ का स्टिकर लगा देखकर उन्होंने कहा कि ‘तुम डीआरडीओ वाले हो’ और कन्नड़ में बहुत कुछ कहा। उन्होंने मेरी पत्नी को भी गाली दी। जब मैं (कार से) बाहर आ रहा था, तो एक ने बाइक से चाबी निकाली और मेरे माथे पर खींचकर मारी। जब मैंने उन्हें बताया कि मैं भारतीय वायुसेना से हूं, तो वे उन्होंने हम दोनों को गाली देना शुरू कर दिया।”
जब हमलावर ने उनकी कार को नुकसान पहुंचाने की कोशिश की, तो उन्होंने उन्हें रोकने का प्रयास किया और कहा, “हम तुम्हारी रक्षा करते हैं और तुम हम पर ही हमला कर रहे हो।” इसके बाद हमलावर ने उनके सिर पर वार कर उन्हें घायल कर दिया।
विंग कमांडर ने पुलिस को इस हमले की जानकारी दी और कहा कि अगर कानून उनकी मदद नहीं करेगा, तो वे जवाबी कार्रवाई करेंगे। देखते ही देखते यह वीडियो वायरल हो गया है।
कांग्रेस शासित राज्य में यह कोई पहला मामला नहीं हैं, जब स्थानीय भाषा के नाम पर लोगों के साथ गाली-गलौच और मारपीट की गई है। इससे पहले भी कई ऐसे मामले सामने आ चुके हैं, जिसको लेकर यूजर्स काफी आक्रोशित हैं। यूजर्स वायरल वीडियो को ज्यादा से ज्यादा शेयर कर आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग कर रहे हैं। बाला नाम के यूजर एक्स पर गृहमंत्री अमित शाह को टैग करते हुए लिखते हैं, “भाषाई असुरक्षा चरम पर है। बेंगलुरु में कन्नड़ न बोलने पर गुंडों ने भारतीय सेना के जवान पर हमला किया। कांग्रेस भारतीयों के बीच भाषा युद्ध को बढ़ावा दे रही है। इसमें तत्काल हस्तक्षेप की आवश्यकता है।”
मधुर एक्स पर इस वायरल वीडियो को साझा करते हुए लिखते हैं कि कन्नड़ में बात न करने पर विंग कमांडर पर क्रूर हमला किया गया। भाषा के नाम पर मारपीट करने वालों को रोकने में कितना समय लगेगा? एक देशवासी को अपने ही देश में एक भाषा न बोलने पर पीटा जा रहा है? इसे जल्द से जल्द रोकना चाहिए।
सोल ने विंग कमांडर पर हमला करने वालों पर सख्त कार्रवाई करने की मांग करते हुए लिखा, “कन्नड़ कट्टरपंथियों ने कन्नड़ न बोलने के कारण विंग कमांडर शिलादित्य बोस पर क्रूरतापूर्वक हमला किया। शुद्ध भाषा आतंकवाद। बेंगलुरु ऑटो चालक पर हमला, केआरवी साइनबोर्ड तोड़फोड़, तुमकुरु दुकानदार की पिटाई, मंगलुरु में एक शख्स को परेशान करना। आपकी नफरत भारत को विभाजित करती है। कर्नाटक के मुख्यमंत्री ने इन गुंडों को खुला क्यों छोड़ दिया? सिद्धारमैया, अपनी विभाजनकारी नीतियों को बंद करें। भाषा के नाम पर लोगों के साथ अभद्र व्यवहार करने वालों, उनके साथ मारपीट करने वालों आपकी शर्म कहां गई? अब इस कायरता को बंद करो।”
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