राहुल गांधी
नई दिल्ली l कांग्रेस नेता और लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी जब भी विदेश दौरे पर होते हैं तो भारत का अपमान किए बिना नहीं रहते हैं। अपने विवादित बयानों से कभी वह खालिस्तान अलगाववादियों के जमीन तैयार कर देत हैं तो कभी चीन की वाहवाही करते हैं। इस बार उन्होंने भारत के लोकतंत्र का अपमान किया है। समय भी ऐसा चुना है जब अमेरिका के उपराष्ट्रपति भारत दौरे पर हैं।
अमेरिका यात्रा के दौरान बोस्टन यूनिवर्सिटी में भारतीय चुनाव आयोग पर आरोप लगाते हुए समझौता करने वाला बताया। राहुल गांधी के इस बयान पर भारतीय जनता पार्टी ने तीखा हमला करते हुए इसे विदेशी भूमि पर देश का अपमान बताया। भाजपा नेता संबित पात्रा ने कहा कि राहुल गांधी विदेशी भूमि पर जाकर वही कर रहे हैं, जो वो कई दशकों से करते आ रहे हैं, यानि भारत की बेइज्जती और भारत का अपमान। अमेरिका में राहुल गांधी ने भारत का अपमान किया है।
सोमवार को भाजपा मुख्यालय में प्रेस वार्ता में सांसद संबित पात्रा ने कहा कि राहुल गांधी की हताशा है कि आज वो विदेशी भूमि पर जाकर भारत और भारत के महान लोकतंत्र को अपमानित कर रहे हैं और बदनाम कर रहे हैं। राहुल अमेरिका में जाकर इलेक्शन कमीशन को समझौता करने वाला बताते हैं। वो कहते हैं कि महाराष्ट्र के चुनाव में जो मतदान हुआ, वो एक प्रकार से फर्जीवाड़ा था। महाराष्ट्र में भाजपा और उनके सहयोगियों को नहीं जीतना था लेकिन मैं राहुल गांधी से पूछना चाहता हूं कि उसी समय झारखंड में भी चुनाव था, क्या आपने और हेमंत सोरेन ने इलेक्शन कमीशन से समझौता किया था?
संबित पात्रा ने कहा कि आज से कांग्रेस के सभी बड़े नेता चोर मचाए शोर की तर्ज पर देश के भिन्न-भिन्न भागों में जाकर मां-बेटे को बचाने के लिए प्रेस कांफ्रेंस करेंगे। ईडी ने सोनिया और राहुल को अपनी चार्जशीट में नामांकित किया है। उन दोनों के खिलाफ कोर्ट में जो कार्रवाई हो रही है, उसे लेकर कांग्रेस पूरे देश में एक अशांत माहौल बनाने का प्रयास कर रही है।
उन्होंने कहा कि राहुल और देशवासियों से कहना चाहता हूं कि जो व्यक्ति (राहुल) और उनकी माता (सोनिया) 50 हजार के मुचलके पर जमानत पर बाहर हैं, वो विदेशी धरती पर जाकर हिंदुस्तान को अपमानित कर रहा है। अगर उन्हें लगता है कि लोग उन पर विश्वास करेंगे, तो ये उनका भ्रम है। 2018 में मां-बेटे को नेशनल हेराल्ड केस में 50 हजार के मुचलके पर जमानत मिली थी।
मां-बेटे बचेंगे नहीं, कानून के हाथ लंबे
उन्होंने कहा कि ईडी के अनुसार 988 करोड़ रुपये का बोगस डोनेशन राहुल गांधी-सोनिया गांधी की जेब में गया है। मां-बेटे को लगता है कि वो बच जाएंगे तो ये गलत है। कानून के हाथ लंबे होते हैं, उनसे ये नहीं बचने वाले।
भाजपा सांसद संबित पात्रा ने कहा कि खरगे और पी. चिदंबरम जैसे कांग्रेस नेता कह रहे हैं और कहते रहेंगे कि कोई संपत्ति बेची या स्थानांतरित नहीं की गई, तो कोई गड़बड़ी कैसे हुई? गड़बड़ी वहीं है लेकिन चिदंबरम ने ईडी की चार्जशीट को ठीक से पढ़ा ही नहीं। ईडी ने स्पष्ट रूप से कहा है कि एजेएल की संपत्तियां, चाहे वह दिल्ली में बहादुर शाह जफर मार्ग पर हेराल्ड बिल्डिंग हो, लखनऊ में प्राइम लोकेशन वाली संपत्ति हो या भोपाल में, उनका उपयोग समाचार पत्र कार्यालयों के रूप में नहीं बल्कि ‘अपराध की आय’ उत्पन्न करने के साधन के रूप में किया गया था।
विदेश में भारत के खिलाफ राहुल गांधी के बयान
ब्रिटेन (मार्च 2023): राहुल गांधी ने कैंब्रिज जज बिजनेस स्कूल में “लर्निंग टू लिसन इन द 21st सेंचुरी” विषय पर व्याख्यान दिया था। उन्होंने भारत में लोकतंत्र पर खतरे की बात कही। जबकि, भारत लोकतंत्र के मामले में दुनिया को राह दिखाता है। राहुल गांधी ने कहा था कि भारत में सभी स्वतंत्र एजेंसियों पर कब्जा हो चुका है। विपक्ष की आवाज दबाई जा रही है। उनके इस बयान को लेकर दिल्ली में एक वकील ने शिकायत दर्ज कराई थी।
अमेरिका दौरा (सितंबर 2024): टेक्सास और वाशिंगटन डीसी दौरे के दौरान राहुल गांधी ने सिख समुदाय की धार्मिक स्वतंत्रता और आरक्षण जैसे मुद्दों पर बयान दिया था। उन्होंने कहा था कि भारत में सिखों को अपनी पगड़ी और कड़ा पहनने में “घबराहट” महसूस होती है। राहुल के इस बयान की भी कड़े शब्दों में निंदा की गई थी। बीजेपी नेता हरदीप सिंह पुरी ने “भयावह” और “झूठ फैलाने वाला” करार दिया।
चीन की तारीफ: राहुल ने चीन की नीतियों की प्रशंसा की, जिसे बीजेपी ने भारत विरोधी करार दिया।
भारत विरोधी नेताओं से मुलाकात: राहुल गांधी ने अमेरिका दौरे के दौरान भारत विरोधी बयान देने वाले नेताओं, जैसे इल्हान उमर, से मुलाकात की। इससे भी विवाद हुआ।
वाशिंगटन डीसी (जून 2023): राहुल गांधी ने मुस्लिम लीग को “धर्मनिरपेक्ष” पार्टी बताया, जिस पर बीजेपी ने तीखी प्रतिक्रिया दी। केंद्रीय मंत्री प्रह्लाद सिंह पटेल ने इसे “खतरनाक” और “बंटवारे का बीज बोने वाला” बयान कहा। बीजेपी ने दावा किया कि राहुल गांधी विदेश में भारत के लोकतंत्र और प्रेस की स्वतंत्रता को बदनाम करते हैं।
सिंगापुर और बहरीन (2018): राहुल ने सिंगापुर में खान-पान की स्वतंत्रता पर बयान दिया था। उन्होंने कहा था भारत में कोई तय नहीं कर सकता कि लोग क्या खाएं। यह बयान उस समय विवादास्पद रहा जब भारत में बीफ को लेकर हंगामा चल रहा था। उन्होंने भारत में भाईचारे और विविधता को खत्म करने का आरोप लगाया, जिसे बीजेपी ने देश को बदनाम करने वाला बताया।
लंदन (मई 2022): राहुल ने भारतीय विदेश सेवा को “अहंकारी” कहा। इस पर विदेश मंत्री एस जयशंकर ने उन्हें करारा जवाब दिया था। एस जयशंकर ने कहा था कि यह अहंकार नहीं, बल्कि आत्मविश्वास है।
(इनपुट हिंदुस्थान समाचार)
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