मुंबई, 19 अप्रैल : अप्रैल 1965 में पंडित दीनदयाल उपाध्याय ने पहली बार रुईया महाविद्यालय में ‘एकात्म मानवदर्शन’ और ‘अंत्योदय’ जैसे विचारों की प्रस्तुति की थी, जो भारत की प्रगति की आत्मा, संस्कृति और स्थायित्व की दिशा देनेवाले थे। उसी ऐतिहासिक स्थान पर, उसी दिन, 60 वर्ष बाद, 22 से 25 अप्रैल 2025 के दरम्यान ‘पंडित दीनदयाल उपाध्याय एकात्म मानवदर्शन हिरक महोत्सव’ का आयोजन किया जा रहा है, ऐसी जानकारी कैबिनेट मंत्री मंगल प्रभात लोढ़ा ने एक पत्रकार परिषद में दी।
इस कार्यक्रम का उद्घाटन मुख्यमंत्री माननीय देवेंद्र फडणवीस जी के हाथों होगा, और इसमें तमिलनाडु के राज्यपाल आर. एन. रवि की विशेष उपस्थिति रहेगी। इस कार्यक्रम में महाराष्ट्र के राज्यपाल सी. पी. राधाकृष्णन जी, केंद्रीय मंत्री पियूष गोयल जी के साथ ही डॉ. कृष्ण गोपाल, मनमोहन वैद्य, सुनील आंबेकर, बी. एल. संतोष और सुरेश सोनी जैसे वरिष्ठ वक्ता भी भाग लेंगे।
“पंडित दीनदयाल उपाध्याय ने भारतीय राजनीति में एक अनोखी वैचारिक धारा प्रवाहित की। ‘एकात्म मानवदर्शन’ और ‘अंत्योदय’ जैसे सिद्धांत प्रस्तुत कर उन्होंने समाज के अंतिम व्यक्ति के विकास के लिए मार्ग प्रशस्त किया। आज माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी, गृह मंत्री श्री अमित शाह जी, महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री श्री देवेंद्र फडणवीस जी के कार्यों में भी एकात्म मानवदर्शन का स्पष्ट प्रभाव दिखाई देता है। आज राष्ट्रीय और राज्य स्तर पर चल रही विभिन्न योजनाओं में पंडित दीनदयाल जी के मूल्यों की झलक मिलती है।
अन्न, वस्त्र, आवास जैसी मूलभूत आवश्यकताओं की पूर्ति हो, शिक्षा, नागरिकों की सुरक्षा सुनिश्चित हो – इन सभी बातों को समाज के अंतिम व्यक्ति तक पहुँचाने के लिए हमारी सरकार प्रतिबद्ध है। पंडित जी के विचार केवल सैद्धांतिक नहीं थे, बल्कि उन्होंने आम आदमी के उत्थान के लिए क्रियाशील मार्ग भी दिखाया। आज जब हम उनके विचारों की पुनः समीक्षा कर रहे हैं, तब हमें अपने कार्यों में उनका प्रतिबिंब दिखाना चाहिए, यही इस महोत्सव का उद्देश्य है,” ऐसा कैबिनेट मंत्री मंगल प्रभात लोढ़ा ने कहा।
इस महोत्सव में भू-सांस्कृतिक राष्ट्रवाद, भारत का स्व, लोकमत परिष्कार, भारत के विकास की परिभाषा, और पंडित दीनदयाल जी की आर्थिक सोच जैसे विषयों पर व्याख्यान सुनने को मिलेंगे। पंडित जी के विचार अधिक से अधिक लोगों तक पहुँचें, इसके लिए सभी को एकजुट होने का आह्वान कैबिनेट मंत्री लोढ़ा ने किया। इस महोत्सव में भाग लेने के लिए ekatmamanavdarshan.org वेबसाइट पर पंजीकरण करना अनिवार्य है।
इस महोत्सव का आयोजन ‘पंडित दीनदयाल उपाध्याय एकात्म मानवदर्शन हिरक महोत्सव समिति’ द्वारा किया जा रहा है, जिसमें लोढ़ा फाउंडेशन और दीनदयाल शोध संस्थान सहयोगी संस्थाएं हैं।
इस समिति के अध्यक्ष कैबिनेट मंत्री मंगल प्रभात लोढ़ा हैं, जिन्होंने इस महोत्सव को राज्यव्यापी स्वरूप देने के लिए विशेष पहल की है। उनके मार्गदर्शन में यह महोत्सव केवल स्मरण तक सीमित न रहकर, पंडित जी के विचारों पर आधारित समाजहितकारी उपक्रमों के रूप में पूरे राज्य में सक्रिय रूप से क्रियान्वित किया जा रहा है।
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