डीएमके मंत्री के पोनमुडी
तमिलनाडु की डीएमके सरकार की सनातन धर्म से नफरत जग जाहिर है। इसी क्रम में तमिलनाडु के वन मंत्री पोनमुडी ने हिन्दू धर्म को लेकर आपत्तिजनक टिप्पणी की है। पोनमुडी ने शैव, वैष्णव और सामान्य रुप से महिलाओं के खिलाफ सार्वजनिक रूप से अश्लील कमेंट किया है। एक आदमी सेक्स वर्कर के पास गया और महिला ने उस आदमी से पूछा कि वह शैव या वैष्णव।
पोनमुडी ने आगे कहा कि वह आदमी नहीं समझा तो महिला ने उससे पूछा कि क्या वह पट्टई (आड़ा तिलक) लगाता है या नामम (सीधा तिलक) लगाता है। महिला उसे समझाती है कि अगर आप शैव हैं तो स्थिति लेटी हुई है। अगर आप वैष्णव हैं तो ये खड़ी स्थिति हुई।
के पोनमुडी के बयान पर विरोध प्रदर्शन तेज हो गए हैं। इसी क्रम में मद्रास हाई कोर्ट ने आरोपी मंत्री के खिलाफ केस दर्ज करने का आदेश दिया है। इसके साथ ही हाई कोर्ट ने मंत्री के खिलाफ दर्ज किए गए एफआईआर की रिपोर्ट मांगी। हाई कोर्ट ने मामले में प्रदेश के डीजीपी से रिपोर्ट तलब की है। कोर्ट ने कहा कि डीजीपी को यह रिपोर्ट आज ही देनी। इसके साथ ही पोनमुडी को मंत्रिमंडल से अयोग्य घोषित करने की मांग जनहित याचिका में की गई है।
हाई कोर्ट का कहना था कि पोनमुडी की टिप्पणियां बहुत ही अपमानजनक थीं, जिसके खिलाफ कार्रवाई की जानी चाहिए। जिस प्रकार से भ्रष्टाचार के खिलाफ की जाती है।
चेन्नई के पुलिस कमिश्नर को लिखे अपने पत्र में भाजपा ने कहा कि 6 अप्रैल को थनथई पेरियार द्रविणकर कझगम के द्वारा आयोजित कार्यक्रम में डीएमके के उप महासचिव के पोनमुडी ने एक कहानी के बहाने शैव और वैष्णव धर्म, सनातन धर्म को बदनाम करने की नीयत से महिलाओं को लेकर बहुत ही अश्लील भाषा का इस्तेमाल किया। इस तरीके की अश्लील बातें करके डीएमके मंत्री ने हिन्दुओं की सांस्कृतिक व्यवस्था और विरासत को बदनाम करने की कोशिश की।
भाजपा ने आरोप लगाया कि पोनमुडी द्वारा सनातन धर्म के प्रतीक तिलक को लेकर इस तरीके के अपमानजनक बयान से न केवल पूरे भारत, बल्कि पूरी दुनिया में हिन्दू धर्म को मानने वाले लोगों को बेइज्जती और शर्मिंदगी का सामना करना पड़ा है। इसके साथ ही भाजपा ने पुलिस कमिश्नर से आरोपी मंत्री और उस इवेंट के ऑर्गनाइजर के खिलाफ उचित कार्रवाई करने का निवेदन किया है। साथ ही भाजपा ने अपने पत्र में ये भी कहा कि पोनमुडी का बयान आईपीसी और बीएनएस की धाराओं के तहत दंडनीय अपराध है।
सनातन धर्म के प्रतीक तिलक को सेक्स से जोड़कर उसका अपमान करने को लेकर भाजपा नेता के अन्नामलाई और खुशबू सुंदर एमके स्टालिन को घेरते हुए उन्हें तत्काल मंत्रिमंडल से बर्खास्त करने की मांग की। इस बीच डीएमके सांसद कनिमोझी ने भी इसकी आलोचना की है।
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