पंजाब नेशनल बैंक में 13,000 करोड़ रुपए का घोटाला करके विदेश भागे भगोड़े कारोबारी मेहुल चोकसी को भी न्याय के कटघरे में लाने की कवायद शुरू हो चुकी है। इस बात की पुष्टि खुद भारत के विदेश मंत्रालय ने की है। मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने कहा कि सरकार के अनुरोध पर आरोपी हीरा कारोबारी को बेल्जियम पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। उसके भारत प्रत्यर्पण की कोशिशें शुरू हो चुकी हैं।
क्या है पूरा मामला
मामला कुछ यूं है कि 2018 में मेहुल चोकसी और इसके भांजे नीरव मोदी ने मिलकर पंजाब नेशनल बैंक को 13,000 करोड़ रुपए का चूना लगाया था। जैसे ही इस घोटाले का पता चला तो दोनों ही देश छोड़कर फरार हो गए। इस मामले में दोनों की मामा-भांजे के खिलाफ सीबीआई जांच कर रही है। जहां नीरव मोदी को ईडी और सीबीआई के अनुरोध पर 2019 में ही लंदन में गिरफ्तार कर लिया गया था। वो तो आर्थिक भगोड़ा भी घोषित हो चुका है।
वहीं मेहुल चोकसी (65) को भारत सरकार के अनुरोध पर बेल्जियम की पुलिस ने गिरफ्तार किया है। लाइव हिन्दुस्तान की रिपोर्ट के अनुसार, चोकसी बेल्जियम के एंटवर्प शहर में छुपा हुआ था, जहां से उसे गिरफ्तार कर लिया गया है। इस मामले में पिछले साल सितंबर में ही चोकसी के प्रत्यर्पण के लिए अनुरोध किया गया था। इसके बाद इसी जनवरी में विदेश मंत्रालय ने एक बार फिर से बेल्जियम सरकार से अनुरोध किया था,जिसके बाद उसे गिरफ्तार किया गया था।
इस बीच मेहुल चोकसी के वकील विजय अग्रवाल ने दावा किया है कि चोकसी कैंसर से जूझ रहे हैं। इसी को आधार बनाकर हम उनकी जमानत की अर्जी दाखिल करने की प्रक्रिया में हैं।
तहव्वुर राणा के प्रत्यर्पण से बढ़ी उम्मीदें
इसी साल फरवरी में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के अमेरिका दौरे के दौरान उन्होंने मुंबई हमले के दोषी तहव्वुर हुसैन राणा के प्रत्यर्पण की मांग की थी। इसके बाद हाल ही में उसे अमेरिका से भारत प्रत्यर्पित किया गया। ऐसे में इस बात की उम्मीद जगी है कि जल्द ही सरकार मेहुल चोकसी और नीरव मोदी को भी भारत के न्याय के कटघरे में खड़ा करेगी।
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