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रणथंभौर में भीड़ के बीच से बच्चे को दबोचकर ले गया बाघ, गर्दन पर पंजा रखकर बैठा रहा

रणथंभौर में अचानक जंगल से एक बाघ आया और बच्चे को मुंह में दबोचकर ले गया। जंगल में काफी देर तक बच्चे की गर्दन पर पंजा रखकर बैठा रहा।

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WEB DESK

सवाईमाधाेपुर, (हि.स.)। रणथंभौर में एक बाघ ने सात साल के बच्चे को मार डाला। बच्चा अपनी दादी के साथ त्रिनेत्र गणेश के दर्शन कर लौट रहा था। इस दौरान अचानक जंगल से एक टाइगर आया और बच्चे को मुंह में दबोचकर ले गया। टाइगर जंगल में काफी देर तक बच्चे की गर्दन पर पंजा रखकर बैठा रहा।

टाइगर के हमले की घटना से पूरे इलाके में हड़कंप मच गया। लोगों ने पैदल पहुंचकर घटना की जानकारी गणेश धाम चौकी पर दी। सूचना मिलने के बाद वन विभाग के अधिकारी मौके पर पहुंचे और त्रिनेत्र गणेश मंदिर जाने वाले सभी रास्ते बंद किए। वनकर्मियों ने काफी मशक्कत के बाद टाइगर को भगाया और बच्चे के शव को कब्जे में लेकर जिला अस्पताल की माेर्चरी में रखवाया। पोस्टमॉर्टम के बाद शव परिजनों को सौंप दिया गया। मृतक बच्चे की पहचान कार्तिक सुमन (7) पुत्र द्वारका माली निवासी गोहटा थाना देई खेड़ा (बूंदी) के रूप में हुई है।

कार्तिक के चाचा दीपक ने बताया कि वह, कार्तिक, कार्तिक की दादी और गांव के दो अन्य लोग त्रिनेत्र गणेश के दर्शन करने आए थे। मंदिर में दर्शन कर लौटते समय चढ़ाई पर अचानक टाइगर आया और भीड़ के बीच से कार्तिक को गर्दन से पकड़कर जंगल में ले गया। वहां मौजूद लोगों ने कार्तिक को बचाने के लिए शोर मचाया, लेकिन प्रयास असफल रहे।

प्रत्यक्षदर्शी रामसिंह गुर्जर ने बताया कि दोपहर में गणेशजी के दर्शन कर लौट रहा था। मेरे साथ एक महिला अपने सात साल के पोते के साथ आ रही थी। अचानक जंगल से निकलकर एक टाइगर बाहर आया और बच्चे को मुंह में दबोचकर ले गया। घटना के बाद लोगों में दहशत फैल गई।

बताया जा रहा है कि जिस इलाके में बच्चे पर टाइगर ने हमला किया है, वहां पिछले दो दिन‌ों से टाइगर टी-120 का मूवमेंट था। ऐसे में आशंका जताई जा रही है कि बच्चे पर हमला टाइगर टी-120 ने किया होगा। रणथंभौर त्रिनेत्र गणेश मंदिर ट्रस्ट की ओर से मृतक के परिवार को डेढ़ लाख रुपए की आर्थिक सहायता दी गई है।

 

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