सीमावर्ती और संवेदनशील राज्य पंजाब में आम आदमी पार्टी (आआपा) की सरकार बनने के बाद से कानून-व्यवस्था लगातार बिगड़ रही है। जालंधर में भाजपा नेता मनोरंजन कालिया के घर हुआ बम धमाका गंभीर खतरे की ओर संकेत करता है। रोज-रोज के बम धमाकों से लोग भयभीत हैं, परंतु सत्ताधारियों को इनकी गूंज या तो सुनाई नहीं दे रही या वे फिर इनकी बेशर्म अनसुनी कर रहे हैं।
पिछले कुछ वर्षों से देखने में आ रहा है कि देश के इस सीमांत राज्य में आतंकवाद, नशा तस्करी व गिरोहबाजों का ऐसा जहरीला मिश्रण हो चुका है कि देशविरोधी शक्तियों के लिए राज्य में अशांति फैलाना आसान हो गया है। राज्य में नित नए पैदा हो रहे गैंगस्टर आतंकियों व तस्करों की नर्सरी के रूप में काम कर रहे हैं, जिनसे देशविरोधी शक्तियां बहुत आसानी से व कम खर्चे में अपना काम निकलवा लेती हैं। राज्य में कई स्थानों पर खालिस्तानी झंडे फहराए जाते हैं या नारे लिखे जाते हैं। जब इनके आरोपी पकड़े जाते हैं तो सामने आता है कि विदेश में बैठे विभाजनकारी व आतंकी संगठन मात्र कुछ हजार रुपयों का लालच देकर इस तरह की कार्रवाईयों को अंजाम दे देने में सफल हो जाते हैं। देश विरोधी शक्तियों के दिखाए इस मार्ग पर चल कर कई युवा व उनके परिवार बर्बाद हो चुके हैं।
पहले आतंकी संगठनों को आतंकी तैयार करने के लिए काफी पैसा खर्चा करना पड़ता था, परंतु गैंगस्टरों के चलते अब वे कुछ रुपयों में ही अपना काम कर लेते हैं। पंजाब में एक के बाद एक ग्रेनेड हमला हो रहा है। ये सभी हमले आतंकियों द्वारा करवाए जा रहे हैं। हमलों के पीछे विदेश में बैठे जो आका जिहादी हैं, उनकी पूरी जानकारी पुलिस के पास है। पुलिस के पास इन आतंकियों को दबोचने के अलावा कोई विकल्प नहीं है। ये बम धमाके देश की शांति भंग करने के उद्देश्य से करवाए जा रहे हैं। सितंबर 2024 से अप्रैल 2025 तक पंजाब और राजधानी चंडीगढ़ में कुल 17 बम धमाके हो चुके हैं। हालांकि ज्यादातर मामलों में पुलिस आरोपियों को पकड़ कर सलाखों के पीछे पहुंचा भी चुकी है। बावजूद इसके अभी भी आतंकियों की ये हरकतें कम नहीं हो रहीं।
भाजपा नेता मनोरंजन कालिया के घर पर हुए आतंकी हमले के पीछे पाकिस्तान और आईएसआई का हाथ सामने आया है। पुलिस ने अपनी प्राथमिक जांच में यह पता भी लगा लिया है कि गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई का गुर्गा जीशान अख्तर इस हमले का मुख्य साजिशकर्ता है। इस हमले में पाकिस्तान स्थित बब्बर खालसा इंटरनेशनल के मास्टरमाइंड हरविंदर सिंह उर्फ रिंदा और गैंगस्टर हैप्पी पासिया का भी संबंध सामने आया है, लेकिन पुलिस की मजबूरी है कि इन हमलों के आका विदेश बैठे हैं। पुलिस बिना अनुमति, केंद्रीय एजेंसियों के बिना मदद और जिन देशों में ये आतंकी छिपे बैठे हैं, वहां की सरकारों को जानकारी दिए कोई कार्रवाई नहीं कर सकती और दुखद बात यह है कि राज्य सरकार ने कभी गंभीरता से इस मसले को केंद्र के समक्ष उठाया भी नहीं है।
यहां की सत्ताधारी आआपा की इस संवेदनशील मुद्दे पर ‘गंभीरता’ कैसी है, इसका अंदाजा इसी बात से अनुमान लगाया जा सकता है कि मनोरंजन कालिया के घर हुए बम विस्फोट के बाद कई कैबिनेट मंत्रियों का बयान आया, ”लारेंस बिश्नोई को केंद्र सरकार का संरक्षण है और उसे गुजरात की जेल में सुरक्षित रखा गया है।” ये नेता आरोप लगाते समय भूल जाते हैं कि पंजाब की जेल में लारेंस बिश्नोई का इंटरव्यू लाईव होने के बाद ही उसे दूसरे राज्य की जेल में भेजा गया है। वैसे देश की एकता-अखण्डता से जुड़े मुद्दे पर इससे अधिक असंवेदनशील कोई और प्रतिक्रिया नहीं हो सकती।
आतंकवाद के खिलाफ लड़े गये युद्ध में पंजाब पुलिस का कोई सानी नहीं है, क्योंकि पिछली सदी के 80-90 के दशक में वह खालिस्तानी आतंकवाद पर सफलतापूर्वक नकेल कस चुकी है, परन्तु वर्तमान में आतंकवादियों के साथ-साथ गैंगस्टरों व तस्करों के घालमेल ने नई चुनौती प्रस्तुत की है। अभी तक यह देखने में आया है कि पुलिस सांप गुजरने के बाद लकीर पीटने के सहारे उस तक पहुंचने की कोशिश करती है। वह कभी बिल तक पहुंच भी जाती है तो उसके हाथ केवल नए आतंकी लगते हैं जबकि आतंकवाद के बड़े सरगना विदेश में बैठ कर आसानी से अपना खेल खेल रहे होते हैं।
पंजाब में गृह विभाग मुख्यमंत्री सरदार भगवंत सिंह मान के पास है। वर्तमान में उनका ज्यादा समय दिल्ली से आए अरविंद केजरीवाल, मनीष सिसोदिया व सत्येंद्र जैन की आवभगत में बीत रहा है। अगर प्रदेश में चल रहे देशविरोधी षड्यंत्र को असफल करना है, तो मुख्यमंत्री को गंभीर होना ही होगा।
पंजाब में सितंबर 2024 से अब तक हुए ग्रेनेड हमले
- 9 सितंबर, 2024 को सेक्टर-10 चंडीगढ़ में गैंगस्टर हैप्पी पासिया और पाकिस्तान में बैठे आतंकी हरविंदर सिंह रिंदा ने एक ग्रेनेड हमला कराया।
- 23 नवंबर, 2024 को अमृतसर के अजनाला पुलिस स्टेशन के पास डेढ़ किलो का विस्फोटक प्लांट किया गया।
- 29 नवंबर, 2024 को अमृतसर के गुरबख्श नगर में खाली पड़ी पुलिस चौकी में रात 11 बजे हमला।
- 2 दिसंबर, 2024 को नवांशहर के अनसारो पुलिस चौकी पर ग्रेनेड हमला।
- 4 दिसंबर, 2024 को अमृतसर के मजीठा पुलिस स्टेशन पर ग्रेनेड फेंक कर धमाका।
- 13 दिसंबर, 2024 को बटाला के घानिया के बंगर पुलिस स्टेशन पर ग्रेनेड हमला।
- 17 दिसंबर, 2024 को अमृतसर के इसलामाबाद पुलिस स्टेशन के पास सुबह ग्रेनेड हमला।
- 18 दिसंबर, 2024 को गुरदासपुर के कलानौर की बख्शीवाला पुलिस चौकी पर ग्रेनेड हमला।
- 20 दिसंबर, 2024 को गुरदासपुर के कलानौर के वडाला बंगर पुलिस चौकी पर हमला।
- 9 जनवरी, 2025 को अमृतसर के गुमटाला पुलिस चौकी पर हमला।
- 16 जनवरी, 2025 को शराब कारोबारी के घर पर हमला।
- 3 फरवरी, 2025 को फतेहगढ़ चूड़ियां बाईपास पुलिस चौकी पर हमला।
- 15 मार्च, 2025 को अमृतसर में एक मंदिर पर ग्रेनेड हमला।
- 16 मार्च, 2025 को जालंधर के गांव रायपुर रसूलपुर में यू ट्यूबर रोजर संधू पर ग्रेनेड हमला।
- 2 अप्रैल, 2025 को पटियाला में बादशाहपुर पुलिस चौकी के
बाहर विस्फोट। - 7 अप्रैल, 2025 को बटाला में तीन स्थानों पर धमाके।
- 8 अप्रैल, 2025 को रात एक बजे जालंधर में भाजपा नेता मनोरंजन कालिया के घर पर हमला।
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