मुंबई। नासिक जिले की काठे गली इलाके में बुधवार तड़के अवैध सातपीर दरगाह पर बुलडोजर चला। इस दौरान सैकड़ों कट्टरपंथियों की भीड़ ने पुलिस पर पथराव कर दिया, जिसमें चार पुलिस अधिकारियों सहित 31 पुलिसकर्मी घायल हो गए। पुलिस ने आंसू गैस के गोले छोड़े और स्थिति को नियंत्रित कर लिया। पुलिस ने 15 लोगों को गिरफ्तार किया है और मामले की गहन छानबीन जारी है।
नासिक के पुलिस उपायुक्त किरण कुमार चव्हाण ने बताया कि अवैध निर्माण हटाया जा रहा था। तभी भारी भीड़ जमा हो गई थी। अधिकारी भीड़ को समझाने का प्रयास कर रहे थे, उसी समय अचानक पथराव शुरू हो गया। पुलिस ने आंसू गैस और हल्के लाठीचार्ज का प्रयोग कर भीड़ को तितर-बितर कर दिया। इस मामले में अब तक 15 लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है। भीड़ द्वारा किये गए पथराव में 31 पुलिस अधिकारी मामूली रूप से घायल हुए हैं। भीड़ में शामिल संदिग्ध हमलावरों की 57 बाइकें पुलिस ने जब्त कर ली गई हैं।
उन्होंने बताया कि पत्थरबाजी की घटना के बाद पुलिस ने स्थिति को नियंत्रण में कर लिया और सतपीर दरगाह के अवैध निर्माण को दो जेसीबी की मदद से तोड़ दिया गया है। नासिक नगर निगम की टीम मौके पर मलबा तेजी से हटा रही है। फिलहाल काठे गली इलाके में भारी संख्या में पुलिस बल तैनात कर दिया गया है।
दरअसल नासिक नगर निगम ने 1 अप्रैल को नोटिस जारी कर अवैध रूप से बनी अवैध निर्माण को 15 दिनों के भीतर हटाने का नोटिस दिया था। लेकिन इस दौरान दरगाह में बने अवैध निर्माण को हटाया नहीं गया था, इसी वजह से नासिक नगर निगम ने बुलडोजर कार्रवाई की ।
(इनपुट हिंदुस्थान समाचार)
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