मध्य प्रदेश के सतना जिले में स्थित एक चर्च हॉस्टल से असम की युवती का शव बरामद किया गया है। उसके गले में फांसी के फंदे के निशान देखे गए हैं। इस बीच हिन्दू संगठनों ने नाबालिग छात्रा के साथ बर्बरता किए जाने का आरोप लगाया है। वहीं हॉस्टल का फादर खुद को पहले तो पड़ोसी बता रहा था, लेकिन बाद में जब दबाव बढ़ा तो स्वीकार किया कि वही फादर है।
क्या है पूरा मामला
दैनिक भास्कर की रिपोर्ट के अनुसार, मृतका की पहचान असम के गोलाघाट जिले के अंतर्गत संतीपुर नंबर-2 की रहने वाली प्रतिमा भागवार (16) के तौर पर हुई है। शुरुआती तौर पर कहा जा रहा है प्रतिमा ने ही शाम के करीब 4 बजे फांसी लगाई थी। लेकिन, मिशनरी कैम्पस से जुड़े फादर नोवी जॉर्ज इस मामले में कुछ भी बोलने को तैयार ही नहीं है। पुलिस हॉस्टल संचालक और फादर से लगातार पूछताछ करके कुछ जानकारी निकालने की कोशिश कर रही है, लेकिन अभी तक कुछ भी स्पष्ट नहीं हो सका है।
मरने से पहले बहन से की थी बात
प्रतिमा की मौत की गुत्थी सुलझाने में लगी पुलिस ने जब उसकी मौत की सूचना उसके घर वालों को दी तो सभी हक्के-बक्के रह गए। क्योंकि मरने से एक घंटे पहले ही प्रतिमा ने अपनी बहन से बात की थी। ये बात खुद उसके परिजनों ने ही कन्फर्म की है। बहरहाल, जांच के लिए पुलिस ने प्रतिमा के मोबाइल फोन को कब्जे में ले लिया है। पुलिस को उसके घर वालों ने बताया कि प्रतिमा ने उन्हें कभी नहीं बताया कि उसे किसी भी प्रकार की कोई समस्या थी।
फादर पर घूमी शक की सुई
रिपोर्ट्स के अनुसार, हिन्दू संगठनों की पूछताछ के दौरान चर्च हॉस्टल का फादर नोवी जॉर्ज ने पहले तो खुद को पीड़िता का पड़ोसी बताया था। लेकिन, कड़ाई के बाद उसने सच कबूल किया। ऐसे में शक उस पर भी गहराता जा रहा है। हालांकि, पुलिस को फिलहाल पोस्टमार्टम की रिपोर्ट का इंतजार है।
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