वक्फ कानून-2025 के खिलाफ पूरा पश्चिम बंगाल कट्टरपंथियों के कारण सुलग रहा है। इसमें सबसे ज्यादा बुरे हालात राज्य के मुर्शिदाबाद जिले के हैं। जुमे की नमाज के बाद उन्मादी भीड़ ने तोड़ फोड़ मचाना शुरू कर दिया। हिन्दुओं को टार्गेट कर मारा गया। इस हिंसा में अब तक तीन लोगों की मौत हो चुकी है। पुलिसवालों पर भी हमले किए गए। उनकी गाड़ियों को निशाना बनाया गया। इस झड़प में 15 पुलिसवाले भी घायल हुए हैं। वहीं 150 दंगाइयों को गिरफ्तार किया गया है।
घर में घुसकर हिन्दू पिता-पुत्र की हत्या
शमशेरगंज के जाफराबाद इलाके में दंगाइयों ने हरगोबिंदा दास और उनके बेटे चंदन की चाकुओं से गोदकर बेरहमी से हत्या कर दी गई। पीड़ित परिवार ने आऱोप लगाया है कि दंगाइयों ने घर में घुसकर पहले लूटपाट की औऱ फिर हत्या की। इसके साथ ही सूती के साजूर मोड़ पर झड़प में इजाज अहमद नाम के युवक को भी गोली लग गई, जिससे उसकी मौत हो गई। इस बीच हिंसाग्रस्त क्षेत्र में पुलिस की टीम ने भी गश्त शुरू कर दी है।
केंद्र ने भी लिया संज्ञान
इस बीच इस हिंसा के मामले में केंद्र सरकार भी एक्टिव हो गई है। इस बीच केंद्रीय गृह सचिव ने पश्चिम बंगाल के डीजीपी औऱ मुख्य सचिव से बात की। इस दौरान डीजीपी ने बताया कि हालात तनावपूर्ण हैं। बीएसएफ की सहायता से उसे नियंत्रित करने की कोशिशें की जा रही हैं। अब तक हमने 150 दंगाइयों को गिरफ्तार किया है। इस पर केंद्रीय गृह सचिव ने कहा कि बीएसएफ के करीब 300 कर्मियों के अलावा राज्य सरकार के अनुरोध पर 5 और कंपनियों को मौके पर रवाना किया गया है। केंद्र ने राज्य सरकार को हर संभव मदद का आश्वासन दिया है।
केवल मुर्शिदाबाद में 1600 जवान तैनात
मुर्शिदाबाद में वक्फ कानून के विरोध में भड़की हिंसा पर कोलकाता हाई कोर्ट ने चिंता जाहिर की है। हाई कोर्ट के आदेश पर 1600 अर्धसैनिकों की तैनाती मुर्सिदाबाद में की जा रही है।
राजनीति कर रहीं ममता बनर्जी
वहीं राज्य की मुख्यमंत्री होने के बाद भी ममता बनर्जी वहां के हालात को संभालने की जगह तुष्टिकरण की राजनीति कर रही हैं। वो कहती हैं कि हम राज्य में वक्फ कानून को लागू ही नहीं होने देंगे। ये केंद्र का कानून है तो फिर राज्य में हिंसा क्यों की जा रही है। वो कहती हैं कि हमारी सरकार का इस कानून से कोई लेना देना नहीं है। इस बीच भाजपा नेता सुवेंदु अधिकारी की याचिका पर कोलकाता हाईकोर्ट ने केंद्र और राज्य से 17 अप्रैल तक जवाब मांगा है।
टिप्पणियाँ