गर्मियों का मौसम आते ही तरबूज की मांग बढ़ जाती है। यह फल न सिर्फ ठंडक देता है, बल्कि सेहत के लिए भी फायदेमंद होता है लेकिन कई बार बाहर से ताजा दिखने वाला तरबूज अंदर से फीका या बेस्वाद निकलता है। अगर आप चाहते हैं कि हर बार मीठा और रसीला तरबूज ही घर लाएं, तो नीचे दिए गए आसान सुझावों को ज़रूर अपनाएं-
- अगर एक ही आकार के दो तरबूज हों, तो जो तरबूज भारी लगे, वही चुनें। भारी तरबूज में पानी और मिठास अधिक होती है, जबकि हल्का तरबूज कम पका और सूखा हो सकता है।
- तरबूज को हल्के से थपथपाएं। अगर अंदर से खोखली और गूंजती हुई आवाज़ आए, तो समझिए कि तरबूज पका हुआ और मीठा है। यदि आवाज़ भारी और ठोस हो, तो वह कच्चा हो सकता है।
- तरबूज के नीचे की सतह पर पीला या क्रीम रंग का धब्बा होना चाहिए। यह धब्बा बताता है कि तरबूज ज़मीन पर पक रहा था और पूरी तरह तैयार है। अगर यह धब्बा सफेद या हरे रंग का हो, तो तरबूज कच्चा हो सकता है।
- मीठे तरबूज का छिलका गहरे हरे रंग का और थोड़ा खुरदुरा होता है। अगर छिलका बहुत चमकदार और चिकना हो, तो वह तरबूज अधपका हो सकता है।
- गोल आकार के तरबूज अक्सर अधिक मीठे होते हैं, जबकि लंबे या अंडाकार तरबूज कम मीठे हो सकते हैं।
- अगर तरबूज के छिलके पर जाल या दरार जैसे हल्के निशान हों, तो यह संकेत है कि उसमें शुगर की मात्रा ज्यादा है और वह मीठा होगा। इन आसान तरीकों को अपनाकर आप हर बार बाजार से मीठा, रसीला और स्वादिष्ट तरबूज ही खरीद पाएंगे। अगली बार जब तरबूज खरीदने जाएं, तो इन बातों का ध्यान ज़रूर रखें।
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