'टैरिफ युद्ध' के रोज खुल रहे नए मोर्चे, यूरोपीय संघ ने पास किया कड़ा प्रस्ताव, क्या ट्रंप कदम खींचेंगे वापस?
May 8, 2025
  • Read Ecopy
  • Circulation
  • Advertise
  • Careers
  • About Us
  • Contact Us
android app
Panchjanya
  • ‌
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • अधिक ⋮
    • विश्लेषण
    • लव जिहाद
    • खेल
    • मनोरंजन
    • यात्रा
    • स्वास्थ्य
    • संस्कृति
    • पर्यावरण
    • बिजनेस
    • साक्षात्कार
    • शिक्षा
    • रक्षा
    • ऑटो
    • पुस्तकें
    • सोशल मीडिया
    • विज्ञान और तकनीक
    • मत अभिमत
    • श्रद्धांजलि
    • संविधान
    • आजादी का अमृत महोत्सव
    • मानस के मोती
    • लोकसभा चुनाव
    • वोकल फॉर लोकल
    • जनजातीय नायक
    • बोली में बुलेटिन
    • पॉडकास्ट
    • पत्रिका
    • ओलंपिक गेम्स 2024
    • हमारे लेखक
SUBSCRIBE
  • ‌
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • अधिक ⋮
    • विश्लेषण
    • लव जिहाद
    • खेल
    • मनोरंजन
    • यात्रा
    • स्वास्थ्य
    • संस्कृति
    • पर्यावरण
    • बिजनेस
    • साक्षात्कार
    • शिक्षा
    • रक्षा
    • ऑटो
    • पुस्तकें
    • सोशल मीडिया
    • विज्ञान और तकनीक
    • मत अभिमत
    • श्रद्धांजलि
    • संविधान
    • आजादी का अमृत महोत्सव
    • मानस के मोती
    • लोकसभा चुनाव
    • वोकल फॉर लोकल
    • जनजातीय नायक
    • बोली में बुलेटिन
    • पॉडकास्ट
    • पत्रिका
    • ओलंपिक गेम्स 2024
    • हमारे लेखक
Panchjanya
panchjanya android mobile app
  • होम
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • विश्लेषण
  • मत अभिमत
  • रक्षा
  • संस्कृति
  • पत्रिका
होम विश्व

‘टैरिफ युद्ध’ के रोज खुल रहे नए मोर्चे, यूरोपीय संघ ने पास किया कड़ा प्रस्ताव, क्या ट्रंप कदम खींचेंगे वापस?

यूरोपीय संघ ही नहीं, बल्कि चीन और अन्य देश भी लामबंद हो रहे हैं। चीन ने अमेरिकी उत्पादों पर 84 प्रतिशत तक टैरिफ लगाने की घोषणा की है

by Alok Goswami
Apr 10, 2025, 12:22 pm IST
in विश्व, विश्लेषण
Representational Image

Representational Image

FacebookTwitterWhatsAppTelegramEmail

दुनिया की विभिन्न् अर्थव्यवस्थाओं में टैरिफ को लेकर मचे संघर्ष के दौरान अब यूरोपीय संघ और अमेरिका के बीच व्यापारिक तनाव एक बार फिर से सुर्खियों में आया है। यूरोपीय संघ ने अमेरिकी उत्पादों पर 25 प्रतिशत टैरिफ लगाने का प्रस्ताव पारित कर दिया है। यह कदम अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की टैरिफ नीति के जवाब में उठाया गया है, जिसने वैश्विक व्यापार को अस्थिर कर किया हुआ है।

राष्ट्रपति ट्रंप ने अपने कार्यकाल के दौरान “अमेरिका फर्स्ट” नीति के तहत कई देशों पर भारी टैरिफ लगाए हैं। उनका दावा था कि यह कदम अमेरिकी उद्योगों को बढ़ावा देगा और घरेलू रोजगार पैदा करेगा। हालांकि, इस नीति ने वैश्विक व्यापार में असंतुलन पैदा किया है जिससे आहत कई देशों को जवाबी कदम उठाने पर मजबूर होना पड़ा है।

उदाहरण के लिए, यूरोपीय संघ ने अमेरिकी उत्पादों की एक लंबी सूची पर टैरिफ लगाने का प्रस्ताव रखा है, जिसमें हीरे, मोटरसाइकिल, नौकाएं और कृषि उत्पाद शामिल हैं। हालांकि, बॉर्बन व्हिस्की को इस सूची से बाहर रखा गया है, जिससे यह संकेत मिलता है कि यूरोपीय संघ बातचीत के लिए दरवाजा खुला रखना चाहता है।

ट्रंप की टैरिफ नीति के खिलाफ केवल यूरोपीय संघ ही नहीं, बल्कि चीन और अन्य देश भी लामबंद हो रहे हैं। चीन ने अमेरिकी उत्पादों पर 84 प्रतिशत तक टैरिफ लगाने की घोषणा की है। यह स्थिति वैश्विक व्यापार युद्ध की ओर इशारा करती है।

ऐसे में सवाल उठता है कि क्या ट्रंप अपनी इस नीति के बारे में पुनर्विचार करेंगे? क्या वे कोई बीच का रास्ता निकालेंगे? 90 दिन की रियायत देना क्या काफी रहेगा? क्या हैं उनके सामने रास्ते? इस पर गौर करें तो साफ है कि बातचीत का रास्ता खुला हुआ है। यूरोपीय संघ ने स्पष्ट किया है कि वह बातचीत के जरिए समाधान निकालने को प्राथमिकता देता है। ट्रंप इस अवसर का उपयोग कर सकते हैं।

दूसरे, ट्रंप अपनी टैरिफ नीति में संशोधन कर सकते हैं, जिससे व्यापारिक तनाव कम हो सके। तीसरे, ट्रंप अन्य देशों के साथ मिलकर एक संतुलित व्यापार नीति बना सकते हैं, जो सभी पक्षों के लिए लाभकारी हो।

कहना न होगा कि ट्रंप की टैरिफ नीति ने वैश्विक व्यापार को एक कठिन दौर में ला खड़ा किया है। हालांकि, बातचीत और सहयोग के जरिए इस समस्या का समाधान संभव है। यूरोपीय संघ और अन्य देशों के कदम यह दर्शाते हैं कि वैश्विक व्यापार में संतुलन बनाए रखना कितना महत्वपूर्ण है। लेकिन क्या ट्रंप अपने कदम वापस खींचेंगे? क्योंकि, यह स्थिति केवल अमेरिका और यूरोपीय संघ के लिए नहीं, बल्कि वैश्विक अर्थव्यवस्था के लिए भी एक महत्वपूर्ण मोड़ साबित हो सकती है।

Topics: americatrumpEuropean Unionट्रंपTariff Warटैरिफ नीतिChina
ShareTweetSendShareSend
Subscribe Panchjanya YouTube Channel

संबंधित समाचार

भारत के एनएसए अजीत डोवल

Operation Sindoor: NSA Doval ने जिन्ना के देश के एनएसए से कहा-भारत तनाव नहीं चाहता, लेकिन हिमाकत की तो कड़ा जवाब मिलेगा

रोबोट ने मचाया तांडव

चीन की फैक्ट्री में रोबोट ने मचाया तांडव, बेकाबू मशीन ने किए हमले, कई मजदूर घायल

Representational Image

पाकिस्तान विरोधी मोर्चे में भारत के साथ आया रूस, जिन्ना के देश के छूटे पसीने, फौरन अपना दूत मॉस्को रवाना किया

खालिस्तानी तत्वों को पोसने वाले एनडीपी अध्यक्ष जगमीत सिंह

खालिस्तानी सोच के जगमीत को पड़ा तमाचा, कनाडा में मार्क कार्नी बढ़े जीत की ओर, लिबरल की बन सकती है सरकार

Encounter between army and terrorist

इस कांग्रेसी नेता ने कहा-युद्ध हुआ तो हार जाएगा भारत

पहलगाम आतंकी हमले की दुनियाभर में निंदा, आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में सभी भारत के साथ

टिप्पणियाँ

यहां/नीचे/दिए गए स्थान पर पोस्ट की गई टिप्पणियां पाञ्चजन्य की ओर से नहीं हैं। टिप्पणी पोस्ट करने वाला व्यक्ति पूरी तरह से इसकी जिम्मेदारी के स्वामित्व में होगा। केंद्र सरकार के आईटी नियमों के मुताबिक, किसी व्यक्ति, धर्म, समुदाय या राष्ट्र के खिलाफ किया गया अश्लील या आपत्तिजनक बयान एक दंडनीय अपराध है। इस तरह की गतिविधियों में शामिल लोगों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी।

ताज़ा समाचार

पाकिस्तान को भारत का मुंहतोड़ जवाब : हवा में ही मार गिराए लड़ाकू विमान, AWACS को भी किया ढेर

बौखलाए पाकिस्तान ने दागी रियाशी इलाकों में मिसाइलें, भारत ने की नाकाम : जम्मू-पंजाब-गुजरात और राजस्थान में ब्लैकआउट

‘ऑपरेशन सिंदूर’ से तिलमिलाए पाकिस्तानी कलाकार : शब्दों से बहा रहे आतंकियों के लिए आंसू, हानिया-माहिरा-फवाद हुए बेनकाब

राफेल पर मजाक उड़ाना पड़ा भारी : सेना का मजाक उड़ाने पर कांग्रेस नेता अजय राय FIR

घुसपैठ और कन्वर्जन के विरोध में लोगों के साथ सड़क पर उतरे चंपई सोरेन

घर वापसी का जोर, चर्च कमजोर

‘आतंकी जनाजों में लहराते झंडे सब कुछ कह जाते हैं’ : पाकिस्तान फिर बेनकाब, भारत ने सबूत सहित बताया आतंकी गठजोड़ का सच

पाकिस्तान पर भारत की डिजिटल स्ट्राइक : ओटीटी पर पाकिस्तानी फिल्में और वेब सीरीज बैन, नहीं दिखेगा आतंकी देश का कंटेंट

Brahmos Airospace Indian navy

अब लखनऊ ने निकलेगी ‘ब्रह्मोस’ मिसाइल : 300 करोड़ की लागत से बनी यूनिट तैयार, सैन्य ताकत के लिए 11 मई अहम दिन

पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ

पाकिस्तान की आतंकी साजिशें : कश्मीर से काबुल, मॉस्को से लंदन और उससे भी आगे तक

Live Press Briefing on Operation Sindoor by Ministry of External Affairs: ऑपरेशन सिंदूर पर भारत की प्रेस कॉन्फ्रेंस

  • Privacy
  • Terms
  • Cookie Policy
  • Refund and Cancellation
  • Delivery and Shipping

© Bharat Prakashan (Delhi) Limited.
Tech-enabled by Ananthapuri Technologies

  • Search Panchjanya
  • होम
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • विश्लेषण
  • लव जिहाद
  • खेल
  • मनोरंजन
  • यात्रा
  • स्वास्थ्य
  • संस्कृति
  • पर्यावरण
  • बिजनेस
  • साक्षात्कार
  • शिक्षा
  • रक्षा
  • ऑटो
  • पुस्तकें
  • सोशल मीडिया
  • विज्ञान और तकनीक
  • मत अभिमत
  • श्रद्धांजलि
  • संविधान
  • आजादी का अमृत महोत्सव
  • लोकसभा चुनाव
  • वोकल फॉर लोकल
  • बोली में बुलेटिन
  • ओलंपिक गेम्स 2024
  • पॉडकास्ट
  • पत्रिका
  • हमारे लेखक
  • Read Ecopy
  • About Us
  • Contact Us
  • Careers @ BPDL
  • प्रसार विभाग – Circulation
  • Advertise
  • Privacy Policy

© Bharat Prakashan (Delhi) Limited.
Tech-enabled by Ananthapuri Technologies