यूके में बर्मिंघम में जिस प्रकार सफाई कर्मियों की हड़ताल के बीच लोगों के सामने समस्याएं आ रही हैं, उसे लेकर वहाँ के आम लोग दुखी हैं। लगातार नए मामले सामने आ रहे हैं। एक समय में उद्योगों का केंद्र रहा बर्मिंघम इन दिनों कचराघर बना हुआ है। कूड़े के काले थैलों के पहाड़ लगे हुए हैं और उनमें बिल्ली के आकार के विशालकाय चूहे न केवल आ रहे हैं, बल्कि वे सड़कों पर और लोगों के घरों में भी आतंक मचा रहे हैं।
जहां लोग इस समस्या से दुखी हैं, तो वहीं प्रश्न यह भी उठ रहे हैं कि आखिर उस क्षेत्र के सांसद क्या कर रहे हैं? क्या जनप्रतिनिधियों का यह उद्देश्य नहीं है कि वे लोगों को इस समस्या से मुक्ति दिलाएं। वहाँ के सांसद हैं पाकिस्तानी मूल के ताहिर अली। ताहिर अली पर यह आरोप लग रहे हैं कि उनकी रुचि अपने क्षेत्र की जनता को इस कचरे की समस्या से छुटकारा दिलवाने में न होकर इस बात में है कि कैसे उनके कुछ मित्रों के लिए पाकिस्तान ने भारत के कश्मीर के जिस हिस्से पर अवैध कब्जा कर रखा है, वहां मीरपुर में हवाई अड्डा बन जाए।
ताहिर अली के इस रवैये की निरंतर आलोचना हो रही है। स्वतंत्र सांसद रूपर्टलो ने इस बात की लगातार आलोचना की, कि जब ताहिर अली को अपने क्षेत्र के साथ रहना चाहिए था, उस समय वे कश्मीर में हवाई अड्डे को बनवाने पर अड़े हुए हैं। उन्होंने कहा कि ब्रिटेन को अपने नागरिकों के बारे में सोचना चाहिए, न कि पाकिस्तान के बारे में। उन्होंने एक्स पर पोस्ट भी किया।
I’ve been called out by @TahirAliMP in Parliament because I criticised his eager lobbying for the construction of an airport in Mirpur, Pakistan.
Let me repeat myself – I do not care about Pakistani airports.
British MPs should prioritise Britain over Pakistan.
EVERY TIME. pic.twitter.com/FPeDJmgEMp
— Rupert Lowe MP (@RupertLowe10) April 7, 2025
मगर यह बहुत हैरानी की बात है कि जहाँ ताहिर अली अपने क्षेत्र के स्थान पर पाकिस्तान में हवाई अड्डे को बनाने की बात कर रहे हैं और जब उनकी आलोचना हो रही है तो उन्होनें इसे इस्लामोफोबिया से जोड़ दिया। लेबर के सांसद ताहिर अली ने ब्रिटेन की संसद में कहा कि उनपर कुछ उनके साथी यह आरोप लगा रहे हैं कि वे पाकिस्तान में हवाई अड्डा बनवाना चाहते हैं और उनके ये साथी उनपर हमला करके इस्लामोफोबिया का परिचय दे रहे हैं।
इस पर लोगों का कहना है कि अगर ताहिर अली को मीरपुर में हवाई अड्डा बनवाना था तो उन्हें वहीं से चुनाव लड़ना चाहिए था। पश्चिम की पहचान की बात करने वाले जोनाथन वॉनग ने लिखा कि मैं विदेशी हितों की अपने संसद में बात होते देखकर बहुत दुखी हूँ।
If Ali wants an airport built in Pakistan, he should emigrate and run as an MP in Pakistan.
I am sick to death of foreign agents in our parliament campaigning for foreign interests.
GET OUT!! https://t.co/wen4iBUBa1
— Jonathan Wong (@WGthink) April 7, 2025
लोग प्रश्न कर रहे हैं। लोग पूछ रहे हैं कि उनकी वफादारी किधर है? उनकी वफादारी अपने क्षेत्र और देश के प्रति है या फिर पाकिस्तान के प्रति? ताहिर अली ने मीरपुर में प्रस्तावित हवाई अड्डे को लेकर हो रही अपनी आलोचना में कहा था कि यह इस्लामोफोबिक और नस्लवादी है। लोग पूछ रहे हैं कि ताहिर को बर्मिंघम का प्रतिनिधित्व करने के लिए चुना गया था, न कि दूसरे दिवालिया देशों में काम करने के लिए। और इस समय ताहिर का निर्वाचन क्षेत्र कचरे से भरा पड़ा है।
हालांकि एक कचरा ताहिर अली के भी दिमाग में है, कि वे मीरपुर को पाकिस्तान का बता रहे हैं। मीरपुर दरअसल कश्मीर के उस क्षेत्र में है, जिस पर पाकिस्तान ने जबरन कब्जा कर रखा है। वह भारत का ही क्षेत्र है। वह भारत के कब्जा किये हुए भूभाग पर कैसे अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा बनवाने का वादा भी कर सकते हैं? और इसके लिए ब्रिटिश संसद में बात कर सकते हैं?
हालांकि इस बिन्दु पर अभी तक कोई बात नहीं हुई है, बात अभी केवल इस पर हो रही है कि आखिर कचरे के ढेर में तब्दील हुए बर्मिंघम के सांसद ताहिर अली की प्राथमिकता उनका अपना निर्वाचन क्षेत्र है या फिर हजारों किलोमीटर दूर पाकिस्तान?
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