केरल में अभिनेता मोहनलाल अभिनीत और पृथ्वी सुकुमारन द्वारा निर्देशित फिल्म ‘एल 2 एम्पुरान’ की मुश्किलें बढ़ती ही जा रही हैं। विवादों में फंसने के बाद निर्माताओं को 24 दृश्यों में काट-छांट करनी पड़ी। पहले 17 दृश्य काटने की बात कही गई थी। इसी क्रम में प्रवर्तन निदेशालय ने फिल्म के मेकर्स में से एक गोकुलम गोपालन को नोटिस भेजकर 22 अप्रैल को पूछताछ के लिए तलब कर लिया है।
क्या कहती है ईडी
केंद्रीय जांच एजेंसी ईडी का कहना है कि जांच में उन्हें फेमा के नियमों के उल्लंघन के सबूत हासिल हुए हैं। अब इस बात की जांच कर रही है कि बड़ी मात्रा में फेमा के नियमों को तोड़ा गया है अथवा नहीं। एक दिन पहले ईडी गोपालन से पूछताछ कर चुकी है।
मौजूदा विवाद से नहीं जुड़ा है नोटिस
एल 2 एम्पुरान को लेकर चल रहे विवाद के बीच खुद जांच एजेंसी वर्ष 2022 में की गई छापेमारी का अनुवर्ती है। इसका मौजूदा फिल्म विवाद से कोई लेना देना नहीं है। 2022 में आयकर विभाग छापेमारी की थी।
क्यों विवादों में है एम्पुरान
गौरतलब है कि सुपरस्टार मोहनलाल अभिनीत फिल्म ‘एल 2 एम्पुरान’ 27 मार्च, 2025 को सिनेमाघरों में प्रदर्शित हुई थी। यह 2019 की ब्लॉकबस्टर फिल्म ‘लूसिफर’ का सीक्वल है।
हिंदू संगठनों का कहना है कि यह फिल्म राष्ट्र विरोधी भावनाएं फैलाने के साथ समाज को बांटने की कोशिश कर ही थी। इसमें हिंदुओं को कट्टर, आतंकवादी और दंगाई के रूप में चित्रित किया गया था। गुजरात दंगों को विकृत रूप में दिखाया गया था, लेकिन गोधरा ट्रेन हत्याकांड की चर्चा तक नहीं की गई थी। नानावटी आयोग की रिपोर्ट को भी नजरअंदाज किया गया।
बहरहाल, जब विवाद और विरोध बढ़ा, तो फिल्म के पैरोकारों के एक वर्ग ने बयान दिया कि फिल्म की पटकथा पूरी होने के बाद इसे 2022 में ही निर्देशक को सौंप दिया गया था। लेकिन मोहनलाल, गोकुलम गोपालन (फिल्म के वित्तपोषकों में से एक), कहानीकार व पटकथा लेखक मुरली गोपी को इसमें किए गए गंभीर बदलावों को लेकर अंधेरे में रखा गया। लेकिन हिंदू संगठन और आमजन यह स्वीकार करने को तैयार नहीं थे। उनका कहना था कि परदे के पीछे बैठे लोगों का उद्देश्य पैसा कमाना है। मोहनलाल जैसे बड़े अभिनेता पूरी पटकथा पढ़े बिना फिल्म साइन ही नहीं कर सकते। गोकुलम गोपालन जैसे चतुर व्यवसायी पूरी कहानी और पटकथा जाने बिना किसी फिल्म में पैसा लगा ही नहीं सकते हैं।
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