बीजेपी सांसद किरेन रिजिजू ने लोकसभा में वक्फ संशोधन बिल 2024 पेश किया है। इस पर अगले आठ घंटे तक चर्चा होने की संभावना है। इस मुद्दे पर सत्तारूढ़ एनडीए और विपक्षी दलों के बीच तीखी बहस और हंगामा हो सकता है। भारतीय जनता पार्टी (भा.ज.पा.) ने अपने सांसदों को आदेश दिया है कि वे विधेयक पेश होते समय सदन में मौजूद रहें।
एनडीए के सहयोगी दल जैसे जेडीयू, टीडीपी और चिराग पासवान की लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) ने भी सरकार को समर्थन देने का ऐलान किया है। दूसरी तरफ, विपक्षी गठबंधन इस विधेयक का विरोध करने के लिए तैयार है। लोकसभा में एनडीए के पास संख्या बल मजबूत है, जहां 293 सांसद हैं, जबकि विधेयक पारित करने के लिए 272 वोटों की आवश्यकता है। किरेन रिजिजू ने कहा है कि संयुक्त संसदीय समिति (जेपीसी) में वक्फ संशोधन विधेयक पर व्यापक चर्चा हुई है।
विपक्षी दलों ने वक्फ विधेयक का कड़ा विरोध किया है। उनका कहना है कि यह विधेयक अल्पसंख्यकों के अधिकारों पर हमला है। वहीं, सरकार का दावा है कि इससे वक्फ संपत्तियों का बेहतर प्रबंधन किया जा सकेगा।
ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड ने चेतावनी दी है कि यदि यह विधेयक संसद में पारित हो जाता है, तो वे इसके खिलाफ देशव्यापी आंदोलन करेंगे।
लोकसभा में वक्फ विधेयक पर बहस के दौरान केंद्रीय मंत्री और भाजपा नेता अमित शाह ने कांग्रेस पर हमला बोला। उन्होंने कहा, “कैबिनेट ने विधेयक को मंजूरी दी और इसे संसद में पेश किया। विपक्ष की मांग पर इसे संयुक्त संसदीय समिति को भेजा गया। समिति ने इस पर विचार किया और अपनी सिफारिशें कैबिनेट को दीं। किरण रिजिजू जी अब इन्हीं सिफारिशों को सदन में रख रहे हैं। हमारी समितियां गहराई से सोचकर फैसले लेती हैं, जबकि कांग्रेस के शासन में समितियां केवल औपचारिक मंजूरी देती थीं।”
लोकसभा में वक्फ विधेयक पेश होने से पहले भाजपा नेता मोहसिन रजा ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का आभार व्यक्त किया। उन्होंने इसे मुसलमानों के लिए सबसे बड़ी ईदी” बताया।
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