भारतीय नववर्ष मनाना कुछ लोगों को रास नहीं आता है। दरभंगा के कुशेश्वरस्थान थाना अंतर्गत केवटगामा पंचायत के पछियारी गांव में मुस्लिम समुदाय ने कलश स्थापना से लौट रहे श्रद्धालुओं पर पथराव किया। मोहम्मद अलाउद्दीन के घर की छत से पथराव होने के कारण कई लोग जख्मी हो गए। अचानक हुए इस हमले से श्रद्धालु घबरा गए। पहले तो भगदड़ की स्थिति हो गई, बाद में पूजा कर लौट रहे श्रद्धालुओं ने भी पथराव किया।
पथराव की घटना का वीडियो भी सार्वजनिक हुआ है। वीडियो में कुछ लोग एक छत पर जमा दिख रहे हैं। सबके हाथों में पत्थर है और वे लोग ऊपर से पत्थरबाज़ी कर रहे हैं। इस पथराव में एक घायल महिला गिरी दिख रही है। वीडियो देखने से ऐसा लगता है कि हमलावर पहले से तैयारी करके वहां जमा थे। उन लोगों ने पहले से ही पत्थरों को जमा कर रखा था। जब हिंदुओं की ओर से प्रति उत्तर में पत्थर चलने लगे तो तुरंत किसी ने पुलिस को सूचना दे दी और स्थानीय थाना- कुशेश्वरस्थान के साथ तिलकेश्वर और बिरौल से भी भारी संख्या में पुलिस बल गांव पहुंच गया। पुलिस ने स्थिति को नियंत्रित किया। इस घटना में 6 लोगों को गिरफ्तार किया गया है और 45 नामजद आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है।
होली के दिन भी हुआ था हंगामा
केवट गामा पंचायत के पूर्व मुखिया आलोक कुमार के अनुसार यहां होली के दिन से ही विवाद चल रहा है। होली के दिन कुछ युवा स्थानीय मंदिर में होली के पारम्परिक गीत और चैता गा रहे थे। इसी बीच कुछ मुस्लिम युवा जबरदस्ती चप्पल पहनकर मंदिर में आ गए। गीत गा रहे लोगों ने उन्हें समझाया और बाहर जाने को कहा तो वे लोग उलझ पड़े, जिससे स्थिति बिगड़ी और और मामला मारपीट तक पहुंच गया। इसमें 5 से 6 लोग घायल हुए। बाद में थाना में आरोपियों को पीआर बांड भरवा कर छोड़ दिया गया।
विवादों से है पुराना नाता
स्थानीय सामाजिक कार्यकर्ता संजय कुमार के अनुसार यह क्षेत्र हमेशा से विवादों में रहा है। कुशेश्वरस्थान और अलीनगर आसपास में ही स्थित है। अलीपुर को लोग मिनी पाकिस्तान भी कहते हैं। यहां पर अक्सर हिंदुओं के ऊपर अत्याचार की घटनाएं सामने आती रहती हैं। वर्ष 2024 की छठ पूजा के समय मुसलमानों ने धमुआरा गांव में हिंदुओं के छठ घाट तक जाने का रास्ता रोक दिया था। इस गांव में वर्षों से अधिक समय से हिंदू छठ कर रहे हैं। जिस पोखर में यह छठ होता है, उसके तीन ओर कब्रिस्तान है। सामने की तरफ सार्वजनिक रास्ता है। इस रास्ते पर भी दावेदारी कर मुसलमानों ने छठ पर्व से तीन दिन पहले रास्ता रोक दिया था। काफ़ी मशक्कत के बाद हिंदुओं को पर्व करने दिया गया था। एक माह पूर्व अलीपुर के धमसाइन गांव में कबीरपंथी विक्रम शर्मा के संस्कार को लेकर भी उन लोगों ने एतराज जताया था। यहां 11 पंचायत है जिसमें 6 से 8 पंचायत में मुस्लिम ही मुखिया और सरपंच बनते हैं। इस क्षेत्र का प्रतिनिधित्व राजद के प्रदेश अध्यक्ष रह चुके अब्दुल बारी सिद्दीकी और अली अशरफ फातमी कर चुके हैं।
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