देश दुनिया को महिला सशक्तिकरण के अनेकों राष्ट्रीय अभियान देने वाले एवं देश के पहले महिला हितैषी बीबीपुर गाँव में ‘बेटी हूँ बेटी बोलो’ राष्ट्रीय अभियान की शुरुआत की गई है, जिसका मुख्य उद्देश्य समाज में लैंगिक समानता को बढ़ावा देना और बेटियों को उनके अधिकारों के प्रति जागरूक करना है। इस अभियान की शुरुआत पूर्व सरपंच सुनील जागलान ने अपनी बेटी याचिका जागलान के जन्मदिन पर की। गाँव बीबीपुर की हजारों महिलाओं ने इस अभियान में भाग लिया और समाज में व्याप्त उस मानसिकता पर चर्चा की जिसमें बेटियों को बेटा कहकर बुलाया जाता है।
सुनील जागलान ने कहा उन्होंने पिछले 15 वर्षों के दौरान किए गए ज़मीनी स्तर के बेसलाइन सर्वे में पाया गया कि देश भर में बहुत बड़ी आबादी चाहे वो माता पिता के रूप में हो, शिक्षक शिक्षिका के रूप में हो, प्रोफेसर के रूप में तो अपनी बेटियों व अन्य लड़कियों को बेटा कहकर संबोधित करते हैं, जिससे उनके मन पर सीधे रूप से असर पड़ता है कि बेटा शब्द ज्यादा असरदार व ताक़तवर है और यह लैंगिक समानता के रास्ते में बड़ा बाधक साबित हो जाता है। उन्होंने कहा कि बेटियों को हमेशा बेटी कहकर बोलना चाहिए क्योंकि आप कहीं अपने बेटे को बेटी कहकर नहीं संबोधित करते अन्य सभी रिश्ते नातों में भी ऐसा नहीं करते तो फिर बेटी को बेटा कहना कहीं न कहीं एक प्रकार का पहला पड़ाव है लैंगिक असमानता को बढ़ावा देने के लिए।
गाँव की महिलाओं ने सुनील जागलान की बात को स्वीकार किया और कहा कि वे भी अनजाने में इस शब्द का प्रयोग करती हैं। उन्होंने अभियान को समर्थन देने का वादा करते हुए शपथ ली कि वो भविष्य में इस पर ध्यान देते हुए बेटी को बेटी के नाम से संबोधित करेंगी ।
सुनील जागलान ने कहा कि इस अभियान को सोशल मीडिया, ग्राम सभाओं, विश्वविद्यालयों, स्कूलों और विभिन्न हितधारकों के माध्यम से आगे बढ़ाया जाएगा। उन्होंने कहा कि देश भर के एक लाख गाँवों में ग्राम सभाओं का आयोजन किया जाएगा और ‘बेटी हूँ बेटी बोलो’ अभियान को समर्थन दिलाया जाएगा।
ग़ौरतलब है कि दो बार राष्ट्रीय पुरस्कार विजेता सुनील जागलान हरियाणा राज्य के जींद ज़िले के बीबीपुर गॉंव के वही सरपंच हैं, जिन्होंने वर्ष 2012 में बेटी बचाओ अभियान शुरू किया एवं उनके द्वारा शुरू किए गए सेल्फ़ी विद् डॉटर अभियान की प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी ने 9 बार मन की बात व अमेरिका व इंग्लैंड के कार्यक्रमों में सराहना की । प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी द्वारा 100 वें ऐतिहासिक मन की बात के एपिसोड में इनसे बातचीत कर अभियान के लिए बधाई भी दी थी।
अभी सुनील जागलान पर बनी राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार विजेता डॉक्युमेंट्री सनराइज़ को अमेरिका की हावर्ड व येल यूनिवर्सिटी में भी दिखाया गया था।
सुनील जागलान पर कई भाषाओं में डॉक्युमेंट्री के अलावा दूरदर्शन पर सीरियल भी बन चुका है, इसके साथ ही आठवीं कक्षा में आईसीएसई बोर्ड में उनका पाठ भी आ चुका है। सुनील जागलान अब तक महिला सशक्तिकरण से जुड़े 76 अभियान शुरू कर रिकार्ड बना चुके हैं। अभी हाल ही में डिबीयर्स लंदन द्वारा उन्हें महिलाओं के लिए कार्य करने के लिए 35 लाख रुपए का पुरस्कार भी दिया गया था। उनके बीबीपुर मॉडल को पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी द्वारा देश के 100 गांवों में लागू किया था।
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