पश्चिम के मालदा में 26 मार्च को कट्टरपंथियों के द्वारा किए गए दंगे के मामले में अब जाकर पुलिस ने कार्रवाई करनी शुरू कर दी है। इस मामले में 34 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। इसके साथ ही दंगे से प्रभावित मोथाबारी में इंटरनेट सर्विस को भी बंद कर दिया गया है। इस मामले में संज्ञान लेते हुए कोलकाता हाई कोर्ट ने स्टेट पुलिस को तीन अप्रैल पर हिंसा के मामले में कार्रवाई की फुल डिटेल्स देने का आदेश दिया है।
इस बीच हालात को देखते हुए ऑर्म्ड और रैपिड एक्शन फोर्स की तीन कंपनियों को कालियाचक ब्लॉक के संवेदनशील माने जा रहे इलाकों में तैनात की गई हैं। पुलिस महानिरीक्षक राजेश यादव ने कहा है कि पुलिस की टीम लगातार इलाकों और बाजारों में गश्त कर रही है और स्थिति को नियंत्रित करने की कोशिश कर रही है। इसके अलावा अराजकता फैलाने वालों की गिरफ्तारी और छापेमारी के अलावा संवेदनशील क्षेत्रों में पुलिस पिकेट और मोबाइल यूनिट्स को तैनात किया गया है।
इस घटना को लेकर भाजपा नेता अमित मालवीय ने एक्स पर कहा कि दक्षिण मालदा के मोथाबारी में सांप्रदायिक हिंसा भड़क उठी है – जानलेवा मुस्लिम भीड़ सड़कों पर उत्पात मचा रही है, बिना किसी उकसावे के हिंदुओं के घरों, दुकानों और कारों पर हमला कर रही है। इस बीच, पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी लंदन में इधर-उधर घूम रही हैं, उन्हें अपने देश में मची अराजकता से कोई मतलब नहीं है। उन्होंने इसका एक वीडियो भी शेयर किया है, जिसमें देखा जा सकता है कि किस प्रकार से कट्टरपंथी हिन्दुओं के घरों पर हमले कर रहे हैं।
https://Twitter.com/amitmalviya/status/1905219174970061006
क्या है पूरा मामला
दैनिक भास्कर की रिपोर्ट के अनुसार, मालदा के मोथाबाड़ी स्थित मस्जिद में 26 मार्च को नमाज पढ़ी जा रही थी। उसी दौरान वहां की मुख्य रोड से एक जलूस निकल रहा था औऱ लोगों ने इस दौरान नारे लगाए। इससे कट्टरपंथी चिढ़ गए। बस फिर क्या था, उन्होंने एक एक करके बवाल काटना शुरू कर दिया। उन्मादी भीड़ दुकानों, घरों और गाड़ियों में तोड़फोड़ की और लूट को अंजाम दिया।
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