कॉमेडी के नाम पर अश्लीलता फैलाना ऐसा लगता है, जैसे आम हो गया है। रणवीर इलाहाबादिया के बाद अब स्वाती सचदेवा ने भी सेक्स टॉय बाइब्रेटर का नाम लेकर अपनी ही मां का खुले मंच से अपमान किया। इस पर एक बार फिर से लोगों का गुस्सा भड़क उठा है।
क्या है पूरा मामला
स्टैण्डअप कॉमेडियन स्वाती सचदेवा का एक वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है, जिसमें कहती हैं, “मेरी मां कूल मॉम बनने की कोशिश कर रही हैं, लेकिन उनसे हो नहीं पा रहा है। अभी हाल ही में मेरा उनके साथ एक हादसा हो गया, उन्होंने मेरा वाइब्रेटर पकड़ लिया था, वो मेरे पास पूरे आत्मविश्वास के साथ मेरे पास ठुमकते-ठुमकते आईं। मेरे पास आकर बोला कि इधर आओ और मेरे पास बैठो। आराम से बैठो, मुझे तुमसे एक दोस्त की तरह बात करनी है।
ये सुनते ही मुझे लगा कि ये पक्का मेरा वाइब्रेटर उधार मांगने वाली है। मैंने बोला हां सखी क्या हुआ। फिर मेरी मां कहती हैं कि मैंने कमरे में तुम्हारा गैजेट देखा। उनसे वाइब्रेटर नहीं बोला जा रहा है। मां को लगता है कि अगर वो वाइब्रेटर बोलेंगी तो ऑन हो जाएगा। तुम समझ गई हो तो बता दो कि वो तुम्हारा ही है। इस टाइम पर हर किसी के अंदर से न उसके बेस्ट फ्रेंड का नाम आता है। मैं बोली-कसम से मम्मी पापा का है। मेरी मां मुझसे कहती हैं कि बकवास मत कर मुझे उनकी च्वाइस अच्छे से पता है। कई मिनट तक ये बक्@# चली।
हम कुछ बोलेंगे तो विवाद हो जाएगा pic.twitter.com/sDoN6oogAy
— Kreately.in (@KreatelyMedia) March 28, 2025
जब मैंने अपनी मां से पूछा कि आप क्या बोल रही हैं। तो वो सीधे मेरे कमरे में गईं और वाइब्रेटर निकाल कर कहा कि ये क्या है? मैं बोली अरे आराम से भाई रखो उन्हें, दामाद जी हैं वो! मम्मी ने गुस्से में उसे बेड पर फेंक दिया और वाइब्रेटर ऑन हो गया। मेरी मां नाराज हो गई, उसने कहा कि बंद कर इसको, मैं बोली-अब तो इसका इस्तेमाल करना पड़ेगा, नहीं तो अपशकुन होता है। आखिर दामाद जी हैं। इस पर मेरी मां ने मेरी जमकर क्लास ली।”
इस घटना को लेकर सोशल मीडिया पर लोग भड़के हुए हैं। इसी क्रम में मधुर जोशी नाम के यूजर ने कहा, “गाली गलौज, फूहड़ता, अपमानजनक टिप्पणी कर राजनीतिक निशाना साधना को कॉमेडी कहा जा रहा है!कॉमेडी के नाम पर ये तमाशा करने वालों और सुनने वालों लोगों को मानसिक इलाज की जरूरत है!पहले जिस पर आप व्यंग करते थे वो भी बैठ कर सुनता था! जब इन्होंने मां बाप को नहीं छोड़ा, तो बाकी क्या रह गया है!”
गाली गलौज, फूहड़ता, अपमानजनक टिप्पणी कर राजनीतिक निशाना साधना को कॉमेडी कहा जा रहा है!कॉमेडी के नाम पर ये तमाशा करने वालों और सुनने वालों लोगों को मानसिक इलाज की जरूरत है!पहले जिसपर आप व्यंग करते थे वो भी बैठ कर सुनता था!जब इन्होंने मां बाप को नहीं छोड़ा, तो बाकी क्या रह गया है!
— Madhur Joshi 🇮🇳 (@MadhurJoshi16) March 28, 2025
वहीं प्रदीप आर सिंह नाम के यूजर ने टिप्पणी की कि इसमें गलती इस नगरवधु की नहीं है, गलती समाज की है, सिस्टम की है, जिसने इन जैसों को फ्रीडम ऑफ स्पीच के बहाने गंदगी और फूहड़ता फैलाने की छूट दे रखा है। माननीय न्यायालय द्वारा रणबीर इलाहाबादी के मामले में दिया गया निर्णय,इन जैसों के लिए वरदान साबित हुआ है,अभी तो लाखों आयेंगे।
दरअसल इसमें गलती इस नगरवधु की नहीं है,गलती समाज की है,सिस्टम की है जिसने इन जैसों को फ्रीडम ऑफ स्पीच के बहाने गंदगी और फूहड़ता फैलाने की छूट दे रखा है।
माननीय न्यायालय द्वारा रणबीर इलाहाबादी के मामले में दिया गया निर्णय,इन जैसों के लिए वरदान साबित हुआ है,अभी तो लाखों आयेंगे।
— pradeep र singh (@services5156) March 28, 2025
कौन हैं स्वाती सचदेवा
स्वाती सचदेवा मूल रुप से दिल्ली की रहने वाली है। इन्होंने एमिटी विश्वविद्यालय से एडवर्टाइजिंग और मार्केटिंग की पढ़ाई की। कैरियर की शुरुआत एक फ्रीलांस कंटेंट क्रिएटर के तौर पर की थी। नेटफ्लिक्स के लिए लिखा और अंक स्टैंण्डअप कॉमेडियन हैं.
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