लखनऊ (हि.स.) । समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं सांसद अखिलेश यादव के गौशाला व दुर्गंध के बयान पर सियासत एक बार फिर गरमा गई है। अखिलेश के बयान को लेकर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) नेता, संघ कार्यकर्ता एवं गौभक्तों में खासी नाराजगी है। भाजपा नेताओं ने कहा कि अखिलेश यादव पर मुगलिया सोच हावी हो चुकी है। वह लगातार भारतीय सनातन संस्कृति और मूल्यों का अपमान करते जा रहे हैं। जिन्होंने गौशाला में कदम तक नहीं रखा, वह सुगंध और दुर्गंभ की बात करते हैं।
उत्तर प्रदेश के पूर्व उपमुख्यमंत्री और राज्यसभा सांसद दिनेश शर्मा ने गुरुवार को कहा कि इत्र पार्क बनाने के साथ-साथ इत्र का घोटाला भी हो चुका है। गौशाला में आप दुर्गंध और सुगंध क्यों तलाश रहे हो। गौशाला में सनातन की आस्था को तलाश करो। ये गौमाता है और मां पर टिप्पणी नहीं की जाती। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ में गौ सेवा में लखनऊ विभाग के संयोजक शरद ने कहा कि सपा मुखिया अखिलेश यादव को अपनी पहले की पीढ़ियों से शिक्षा लेनी चाहिए। जिन्होंने गाय माता की जीवनभर सेवा की है। गाय माता के दूध दही का व्यापार किया है। आज भी यदुवंश बड़ी संख्या में दूध दही का व्यापार कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि गाय माता के घर को हम गौशाला के रूप में जानते हैं। गौशाला में गोबर से दुर्गंध की बात करने वाले यह नहीं जानते है कि आज भी लोगों के घरों में यज्ञ हवन करने से पहले जमीन को गोबर से स्वच्छ करते है। गोबर से दीपक और गणेश लक्ष्मी की मूर्ति बनती है। गौशाला में प्रतिदिन गिरने वाली गौमूत्र की धार से औषधि तक बन रही है।
भारतीय जनता पार्टी के नेता और पूर्व सांसद सुब्रत पाठक ने कहा कि अखिलेश यादव की सरकार में गौकशी केन्द्र खुला करते थे। उन्हें यह सबसे ज्यादा पीड़ा है कि आज गौकशी केन्द्र बंद हो गये है। वहीं प्रदेश में गौशालाएं खुल रही है।
भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता राकेश त्रिपाठी ने कहा कि अखिलेश यादव को स्लॉटर हाउस से खुशबू आती है। अखिलेश राज में बड़े पैमाने पर अवैध स्लॉटर हाउस चलते थे और पशुपालन करने वाली बिरादरी की राजनीति करने वाले अखिलेश यादव के इस बयान को उनका ही समाज स्वीकार नहीं करेगा। अखिलेश यादव की सोच पर तीखी टिप्पणी करते हुए कहा कि मुगलिया सोच अखिलेश यादव पर इतनी हावी हो चुकी है ।
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