लीड्स अस्पताल हमले का खलनायक फारुक : कोर्ट ने सुनाई 37 साल की सजा
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लीड्स अस्पताल हमले का खलनायक फारुक : कोर्ट ने सुनाई 37 साल की सजा, मरीज की बहादुरी ने रोका था आतंकी मंसूबा

ISIS प्रेरित आतंकी फारुक को लीड्स अस्पताल में विस्फोट की योजना बनाने पर 37 साल की सजा हुई। मरीज नाथन न्यूबी की सूझबूझ से टला खौफनाक हमला। जज ने कहा- "एक सामान्य व्यक्ति ने कई जिंदगियां बचा लीं।"

by सोनाली मिश्रा
Mar 23, 2025, 07:34 pm IST
in विश्व
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यूके में लीड्स में एक पुरुष नर्स फारुक को 37 वर्षों की सजा सुनाई गई है। उसे यह सजा लीड्स के उस अस्पताल में जनवरी 2023 में आतंकी हमले की योजना बनाने के लिए सुनाई गई है, जिसमें वह खुद काम करता था। उसने केवल योजना ही नहीं बनाई थी, बल्कि वह उसे क्रियान्वित करने के लिए प्रेशर कुकर और उससे विस्फोट के लिए सामान को अस्पताल के मैटरनिटी वार्ड में भी ले आया था।

29 वर्षीय फारुक ने उत्तरी यॉर्कशायर में एक अत्यंत गोपनीय जासूसी बेस, आरएएफ मेनविथ हिल पर भी आतंकी हमले की योजना बनाई थी।

गार्डीअन के अनुसार शेफफील्ड क्राउन कोर्ट में श्रीमती जस्टिस चीमा ग्रब ने फारुक को कम से कम 37 वर्ष के साथ उम्रकैद की सजा सुनाई है।

फारुक जिस दिन सैन्ट जेम्स अस्पताल के मैटरनिटी वार्ड में हमला करने जा रहा था, उस दिन वह पूरी तैयारी के साथ आया था, मगर एक मरीज के साथ बात करने के कारण उसका यह सपना टूट गया।

कोर्ट में सुनवाई के दौरान यह पाया गया कि यह उसका प्लान बी था। उसका पहला प्लान गोपनीय जासूसी बेस, आरएएफ मेनविथ हिल पर हमला करना था। चूंकि वहाँ पर बहुत अधिक सुरक्षा थी, इसलिए वह वहाँ पर हमला करने में विफल रहा था।

सुनवाई के दौरान ज्यूरी ने यह पाया कि वह डाएश प्रोपोगैंडा से प्रेरित था और अकेला ही अपने आतंकी अभियान को पूरा करने वाला था। दाएश के आतंकी एजेंडे में हथियार खरीदना और विस्फोटक उपकरणों का निर्माण करने जैसे आतंकी काम सम्मिलित हैं।

ज्यूरी ने पाया कि उसका उद्देश्य था कि वह अपने पूर्व सहकर्मियों के खिलाफ कुछ हिंसक करे और उसने एक जानलेवा आतंकी हमले के माध्यम से अपनी खुद की शहादत की योजना बनाई थी। वह पूरी तैयारी के साथ अस्पताल पहुंचा, मगर एक मरीज नाथन न्यूबी ने जब उसे अस्पताल की गलेडहो विंग के बाहर देखा तो वह उससे पूछताछ करने लगा। और इसी बातचीत में उसका विस्फोट करने का सपना सपना ही रह गया। जज ने उस मरीज की काफी तारीफ करते हुए कहा कि वह एक असाधारण सामान्य व्यक्ति हैं, जिनकी सूझबूझ से 20 जनवरी 2023 को लीड्स के एक मुख्य अस्पताल में विस्फोट होने से रुक सका।

फारुक के विषय में जज ने कहा कि आप ज्यादा से ज्यादा ज़िंदगियाँ लेना चाहते थे, मगर अंत में आपकी हिम्मत जबाव दे गई और एक साधारण इंसान की ताकत ने उन्हें बचा लिया, जिन्हें आप मारना चाहते थे।

जज ने मरीज की तारीफ करते हुए कहा कि “नाथन न्यूबी की बहादुरी के कारण वह अपनी योजनाओं को कभी पूरी तरह साकार नहीं कर सका और योजना को पूरी करने के स्थान पर उसे अपनी चरमपंथी विचारधारा और गहरी धँसी शिकायतों के दीर्घकालीन परिणाम झेलने के लिए बाध्य होना पड़ा।

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