बेंगलुरु, (हि.स.)। भारतीय जनता पार्टी कर्नाटक के प्रदेश अध्यक्ष और विधायक बी वाई विजयेंद्र ने हनीट्रैप मामले में शुक्रवार को कहा कि इस मामले की जांच हाई कोर्ट के मौजूदा जज या सीबीआई से कराई जाए।
विजयेंद्र ने मीडिया से बातचीत में कहा कि प्रदेश सहकारिता मंत्री केएन राजन्ना ने कहा है कि राज्य और देश के 48 से अधिक प्रतिष्ठित लोग हनीट्रैप में फंसे हैं और इसकी जांच होनी चाहिए। राज्य के गृह मंत्री जी. परेश्वर ने कहा कि यह बहुत गंभीर मामला है और वे इसकी जांच कराएंगे। सदन की कार्यवाही समाप्त होने के बाद बाहर आए गृह मंत्री ने बताया कि उन्हें अभी तक किसी भी अधिकारी ने इसकी आधिकारिक तौर पर कोई सूचना नहीं दी है।
भाजपा के प्रदेश विजयेंद्र ने कहा कि गृह मंत्री परेश्वर ने यह कहकर दोहरा मापदंड प्रदर्शित किया है कि वे अधिकारियों द्वारा जानकारी उपलब्ध कराए जाने के बाद इस बारे में विचार करेंगे। उन्होंने कहा कि हमने सदन में मुख्यमंत्री सिद्धारमैया से जवाब लेने की कोशिश की लेकिन उनके सही उत्तर नहीं देने के लिए आलोचना की है। यह एक गंभीर मामला है। यह सदन और राज्य के 224 विधायकों के सम्मान का सवाल है। उन्होंने कहा कि भाजपा और जेडीएस मिलकर विरोध प्रदर्शन करेंगे।
विजयेंद्र ने कहा कि प्रदेश के मुख्यमंत्री ने राज्य में सरकारी ठेकों में अल्पसंख्यकों को दिए गए 4 प्रतिशत आरक्षण को लेकर बयान दिया है। इसको लेकर भाजपा प्रदेश अध्यक्ष ने घोषणा की कि हम इसके खिलाफ राज्यव्यापी जन आंदोलन का आह्वान करेंगे।
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