जगदलपुर (हि.स.) । छत्तीसगढ़ में नक्सलियों के खात्मे की घाेषणा लगभग साल भर पहले हुई है। केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने ऐलान किया है कि मार्च 2026 तक छत्तीसगढ़ से नक्सलियों का खात्मा कर दिया जाएगा। इस तय लक्ष्य काे पाने के लिए बस्तर संभाग के नक्सल प्रभावित अंदरूनी इलाकाें को नक्सलवाद से मुक्त कराने के लिए छत्तीसगढ़ में सुरक्षाबलों का अभियान अनवरत जारी है। लगातार हाे रही मुठभेड़ाें से नक्सलियों के पैर उखड़ रहे हैं। नक्सल मोर्चे पर सुरक्षाबलाें को एक के बाद एक बड़ी कामयाबी मिल रही है। बस्तर संभाग के बीजापुर और कांकेर जिले में सुरक्षाबलों और नक्सलियों के बीच गुरुवार 20 मार्च दोपहर तक 30 नक्सली ढेर हुए हैं। वर्ष 2025 में अब तक 100 नक्सली मारे जा चुके हैं।
बस्तर संभाग के नक्सल प्रभावित इलाकाें में वर्ष 2025 के बीते ढाई महीने में कुल सात मुठभेड़ाें में अब तक कुल 100 नक्सलियाें काे सुरक्षा बलाें ने ढेर कर दिया है। इतने कम वक्त में नक्सलियों के खात्मे का सबसे बड़ा शतकीय आंकड़ा का रिकार्ड बनाने में सुरक्षाबल सफल रहे हैं। इसी तरह पिछले वर्ष 2024 में कुल 16 मठभेड़ाें में 203 नक्सलियाें के सफाया करने का सर्वाधिक रिकार्ड बनाया था। वर्ष 2025 में मारे जा रहे नक्सलियाें के आंकड़े काे देखते हुए कहा जा सकता है कि बस्तर संभाग नक्सलियाें के सफाये की ओर तेजी से कदम बढ़ा रहा है।
वर्ष 2025 में हुए सात नक्सली मुठभेड में अबूझमाड़ के जंगल में हुई मुठभेड़ में 4 जनवरी 2025 को पांच नक्सली मारे गये। सुकमा-बीजापुर सीमा पर 9 जनवरी को हुई मुठभेड़ में तीन नक्सली ढेर हुए थे। बीजापुर जिले में 12 जनवरी को 5 नक्सली ढेर हुए थे। 16 जनवरी को बीजापुर जिले के उसूर ब्लॉक के पुजारी कांकेर और मारुड़बाका के जंगल में सुरक्षाकर्मियों और नक्सलियों के बीच मुठभेड़ में 18 नक्सलियों को मार गिराया था। बीजापुर जिले के गंगालुर थाना क्षेत्र के तोड़का जंगल में 2 फरवरी को मुठभेड़ में जवानों ने 8 नक्सलियों को मार गिराया था, छत्तीसगढ़-महाराष्ट्र बॉर्डर पर 9 फरवरी को बीजापुर जिले के इंद्रावती नेशनल पार्क इलाके में 31 नक्सली मारे गये। बीजापुर में पुलिस नक्सल मुठभेड़ में आज 26 और कांकेर मुठभेड़ में 4 नक्सली मारे गये हैं। इस तरह 20 मार्च को कुल 30 नक्सली मारे गये।
वर्ष 2024 में कुल 16 मुठभेड़ाें में 203 नक्सली मारे गए-वर्ष 2024 में हुए 16 नक्सली मुठभेड़ में 203 नक्सली मारे गए थे, जिसमें कांकेर में 16 अप्रैल 2024 को पुलिस नक्सली मुठभेड़ में 33 नक्सली मारे गये थे। अबूझमाड़ के टेकामेटा के जंगलों में 30 अप्रैल को 9 घंटे तक चली मुठभेड़ जवानों ने 10 नक्सलियों को मार गिराया था। 27 मार्च को छत्तीसगढ़ के बीजापुर जिले के चिपुरभट्टी-पुसबाका के पास वन क्षेत्र में हुई मुठभेड़ जवानों ने 6 नक्सलियों को मार गिराया था। बीजापुर के गंगालूर थाना क्षेत्र के कोरचोली और लेंड्रा के जंगल में 02 अप्रैल काे हुई मुठभेड़ में पुलिस ने तीन महिला नक्सली समेत 13 नक्सलियों को मार गिराया था। तेलंगाना-छत्तीसगढ़ सीमा पर पुजारी कांकेर के कर्रीगुटा के जंगलों में 6 अप्रैल को हुए मुठभेड़ में तीन नक्सली ढेर हुए थे। कांकेर जिले के छोटे बेठिया थाना क्षेत्र के माड़ इलाके में 16 अप्रैल को हुए मुठभेड़ में 29 नक्सली मारे गये थे।
पुलिस फोर्स और नक्सलियों के साथ हुई मुठभेड़ में नक्सली कमांडर शंकर राव ढेर हो गया था। शंकर राव पर 25 लाख का इनाम था। पुलिस ने मौके से भारी मात्रा में हथियार बरामद किया था। मारे गए सभी नक्सलियों पर कुल एक करोड़ 78 लाख रुपये का इनाम घोषित था। बीजापुर के पीड़िया जंगल में 10 मई को 12 घंटे तक चली मुठभेड़ में 12 नक्सली ढेर, नारायणपुर के अबूझमाड़ के जंगलों में 23 मई को एवं 24 मई काे हुई मुठभेड़ में 8 नक्सली ढेर हुए थे। सुकमा- बीजापुर जिले में मई 2024 को पुलिस नक्सली मुठभेड़ में 3 नक्सली ढेर, अबूझमाड़ के आमदई एरिया में 8 जून काे हुए मुठभेड़ में 6 नक्सली मारे गये। बीजापुर में 10 मई काे हुए मुठभेड़ में 12 नक्सली मारे गये।
नारायणपुर जिले के ओरछा थाना के फरसबेड़ा-धुरबेड़ा के बीच 15 जून को सुरक्षाबलों की नक्सलियों के मुठभेड़ में 8 नक्सली मारे गये, दंतेवाड़ा-बीजापुर सीमा पर सुरक्षा बलों और नक्सलियों से 3 सितंबर काे हुए मुठभेड़ में 9 नक्सली मारे गये। छत्तीसगढ़ और तेलंगाना सीमा पर पुलिस और नक्सलियों के बीच 5 सितंबर काे हुए मुठभेड़ में 6 नक्सली मारे गये। दंतेवाड़ा और नारायणपुर जिले के सीमा पर थुलथुली गांव में 4 अक्टूबर को 35 नक्सली मारे गये थे। यह वर्ष 2024 की देश की सबसे बड़ी नक्सली मुठभेड़ थी। इस मुठभेड़ में पुलिस ने 31 नक्सलियों के शव करामद किए थे, जिसके बाद 13 अक्टूबर काे नक्सलियों ने स्वयं प्रेस नोट जारी कर बताया था कि 31 नहीं 35 नक्सली मारे गये थे। सुकमा जिले के थाना भेज्जी इलाके में सुरक्षाबलों और नक्सलियों के बीच नवंबर 2024 को हुए मुठभेड़ में 10 नक्सली मारे गये थे।
बस्तर आईजी सुंदरराज पी. का कहना है कि नक्सलियों के कोर इलाके तक पुलिस फोर्स पहुंच चुकी है। नक्सलियों के अंदरूनी आधार वाले इलाकों में सुरक्षाबलों के नए-नए कैंप भी स्थापित किए गए हैं, जिससे नक्सली बैकफुट पर हैं। बस्तर संभाग में पिछले ढाई महीने में 100 नक्सली मुठभेड़ में मारे जा चुके हैं। इसमें कई बड़े कैडर्स के नक्सली भी शामिल हैं। उन्हाेंने बताया कि नक्सलियों की कंपनी नंबर 6 का लगभग सफाया हो गया है।
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