हिंसा की तस्वीरें
यूरोप में शरणार्थियों को लेकर तमाम तरह के मामले सामने आ रहे हैं। अब स्पेन के साल्ट शहर में आगजनी के समाचार सामने आ रहे हैं। स्पेन के साल्ट शहर में इन दिनों आग लगी हुई है और शहर को उसके नागरिक नहीं बल्कि वे लोग जला रहे हैं, जिन्हें उस शहर ने, उस देश ने शरण दी थी।
यह कुछ दिन पुरानी बात है। अर्थात 11 -12 मार्च की। स्पेन का साल्ट शहर, जहां पर भारी संख्या में अप्रवासी निवास करते हैं। जाहिर है कि कुछ लोग किराए पर भी रहते होंगे और जैसा कि यूरोप में देखा गया है कि अप्रवासी अधिकांश कब्जा करके ही रहते हैं, पेरिस का एक थिएटर तीन महीनों से उनके कब्जे में है। और यह कहते हैं कि उनके पास इतने पैसे नहीं हैं कि वे किराया दे सकें या फिर घर खरीद सकें।
तो स्पेन के साल्ट शहर में भी एक इमाम और उसका परिवार एक इमारत में दो दशकों से रह रहा था। उसकी बेटी के अनुसार उन्होंने बंधक (mortgage) का भी भुगतान किया था, मगर बैंक ने उसे पाँच साल पहले कर्ज देना बंद कर दिया, तो उन्होंने उसे सामाजिक रेन्टल के रूप में कन्वर्ट करने की मांग की, जिसे बैंक ने ठुकरा दिया। तो उसके बाद सेनेगल मूल के इमाम और उसके छह बच्चे सड़क पर आ गए और तीन दिनों तक एक होटल में रहे। और फिर परिवार ने सोशल सर्विस का रुख किया, जहां से उन्हें निराशा मिली और फिर वह परिवार अपने उसी घर में गया, जहां पर वह इतने वर्षों से रह रहा था। मगर जब वे लोग वहाँ पहुंचे तो जैसे ही उन्होंने इस इमारत को छुआ, वैसे ही अलार्म बज गया और देखते ही देखते पुलिस आ गई और उन्हें हटाना शुरू कर दिया। इमाम की बेटी ने कहा कि पुलिस ने उसके अब्बा को धक्का दिया, जिसके कारण उसे अस्पताल में भर्ती होना पड़ा।
इस घटना के बाद साल्ट शहर में अप्रवासी लोग इकट्ठे हुए और पुलिस पर पथराव और शहर में आगजनी शुरू कर दी। इस घटना के वीडियोज़ सोशल मीडिया पर वायरल हैं। सैकड़ों की संख्या में मुंह पर मुखौटा बांधे हुए या मुंह पर कपड़ा बांधे हुए लोग सड़कों पर उतर आए और उन्होंने आगजनी शुरू कर दी।
वीडियो में दिख रहा है कि कैसे स्थानीय दुकानें डर के कारण बंद हैं और लोग कह रहे हैं कि ये अवैध निवासी शहर पर कब्जा किये हुए हैं। वहीं इन अप्रवासियों के लिए काम करने वाली एजेंसीज का कहना है कि इस शहर में किराया बहुत अधिक है और बहुत सारे ऐसे अप्रवासी हैं, जिनके परिवार तो हैं, मगर उनके पास किराए के लिए पैसे नहीं हैं, इसलिए उन्हें मजबूरन ही कब्जा करके रहना पड़ रहा है।
एक यूजर ने पुलिस स्टेशन का वीडियो साझा करते हुए लिखा कि साल्ट में कई अप्रवासियों ने पुलिस स्टेशन पर हमला किया और कुछ गिरफ्तार लोगों को छुड़ाने की कोशिश की। साल्ट स्पेन के ऐसे शहरों में से एक है जहां पर 80% जन्म दर विदेशी मूल के लोगों की है। यह स्पेन के सबसे बड़े घेटो क्षेत्रों मे से एक होगा।
एक यूजर ने एक्स पर स्पेनिश भाषा में पोस्ट लिखी। उसके अंग्रेजी अनुवाद को पढ़ने पर पता चलता है कि वे भी खतरे की बात कर रहे हैं। अवैध प्रवासन का खतरा। इसमें लिखा है कि साल्ट एक प्रयोग हो सकता है। इन दिनों जब तत्काल चीजों को समझने का समय है तो हमें भी चीजों को बहुत तेजी से समझना चाहिए। यह भी लिखा कि साल्ट एक खलीफा स्टाइल के स्पेन के शहर का एक गिनी पिग है, जिसमें नफरत फैलाने वाले लोग, कट्टरपंथी जोंबीज़ और डर से भरे स्थानीय नागरिक हैं। फिर इसमें लिखा है कि साल्ट न ही पहला शहर है और न ही आखिरी जो अनियंत्रित आप्रवासन का शिकार हुआ है, जो यूरोपियन यूनियन के बिटकोइन बन गए हैं, जिन्हें किसी देश की सीमाओं को खोलकर उसे नष्ट करने का इनाम मिल रहा है।
वहीं इस घटना का वीडियो साझा करते हुए कुछ लोग बहुत ही व्यंग्य में प्रश्न कर रहे हैं कि, यह स्पेन की फ़ोटो है। यहाँ पर तो कोई भी आरएसएस या वीएचपी या बजरंग दल नहीं है, फिर स्पेन क्यों जल रहा है? क्यों वहाँ पर स्थानीय लोग मारे जा रहे हैं, आग लगाई जा रही है।
दरअसल, नागपुर में औरंगजेब की कब्र को हटाने को लेकर मुस्लिम समुदाय की ओर से हिंसा हुई थी, मगर राष्ट्र के लिए कार्य करने वाले संगठनों का विरोध करने वाले लोगों ने इस हिंसा का ठीकरा बजरंग दल, वीएचपी और आरएसएस पर लगाना शुरू कर दिया था। अब लोगों ने स्पेन के वीडियो साझा करते हुए पूछा है कि स्पेन क्यों जल रहा है, वहाँ पर तो ये सब नहीं हैं और न ही भाजपा की सरकार है।
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