उत्तराखंड के अवैध मदरसों में बाहरी राज्यों के बच्चे पढ़ रहे?
July 10, 2025
  • Read Ecopy
  • Circulation
  • Advertise
  • Careers
  • About Us
  • Contact Us
android app
Panchjanya
  • ‌
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • अधिक ⋮
    • जीवनशैली
    • विश्लेषण
    • लव जिहाद
    • खेल
    • मनोरंजन
    • यात्रा
    • स्वास्थ्य
    • धर्म-संस्कृति
    • पर्यावरण
    • बिजनेस
    • साक्षात्कार
    • शिक्षा
    • रक्षा
    • ऑटो
    • पुस्तकें
    • सोशल मीडिया
    • विज्ञान और तकनीक
    • मत अभिमत
    • श्रद्धांजलि
    • संविधान
    • आजादी का अमृत महोत्सव
    • मानस के मोती
    • लोकसभा चुनाव
    • वोकल फॉर लोकल
    • जनजातीय नायक
    • बोली में बुलेटिन
    • पॉडकास्ट
    • पत्रिका
    • ओलंपिक गेम्स 2024
    • हमारे लेखक
SUBSCRIBE
  • ‌
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • अधिक ⋮
    • जीवनशैली
    • विश्लेषण
    • लव जिहाद
    • खेल
    • मनोरंजन
    • यात्रा
    • स्वास्थ्य
    • धर्म-संस्कृति
    • पर्यावरण
    • बिजनेस
    • साक्षात्कार
    • शिक्षा
    • रक्षा
    • ऑटो
    • पुस्तकें
    • सोशल मीडिया
    • विज्ञान और तकनीक
    • मत अभिमत
    • श्रद्धांजलि
    • संविधान
    • आजादी का अमृत महोत्सव
    • मानस के मोती
    • लोकसभा चुनाव
    • वोकल फॉर लोकल
    • जनजातीय नायक
    • बोली में बुलेटिन
    • पॉडकास्ट
    • पत्रिका
    • ओलंपिक गेम्स 2024
    • हमारे लेखक
Panchjanya
panchjanya android mobile app
  • होम
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • विश्लेषण
  • मत अभिमत
  • रक्षा
  • धर्म-संस्कृति
  • पत्रिका
होम भारत उत्तराखंड

उत्तराखंड: क्या अवैध मदरसों में बाहरी राज्यों के बच्चे पढ़ रहे हैं? धामी सरकार एक्शन में

सामने आया है कि इन अवैध मदरसों में ऐसे छात्र भी है जो कि बाहरी राज्यों जैसे असम, झारखंड, बंगाल, छत्तीसगढ़, यूपी, बिहार से यहां लाकर पढ़ाए जा रहे हैं और इनकी संख्या सैकड़ों में नहीं हजारों में बताई जा रही है। 

by दिनेश मानसेरा
Mar 20, 2025, 09:06 am IST
in उत्तराखंड
Uttarakhand Illegal madarsa

मदरसों को सील करती पुलिस

FacebookTwitterWhatsAppTelegramEmail

देहरादून: पिछले साल एक खबर ने उत्तराखंड की धामी सरकार को चौंका दिया था, जिसमें हरिद्वार जिले के मदरसों में हिंदू छात्रों के होने का उल्लेख किया गया। ये सूचना एक पत्र के माध्यम से बाल अधिकार संरक्षण आयोग के तत्कालीन अध्यक्ष प्रियंक कानूनगौ के द्वारा उत्तराखंड सरकार को मिली थी।

इस सूचना के बाद मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने राज्य में चल रहे मदरसों के सत्यापन करने के निर्देश दिए। दो चरणों में हुई जांच में ये जानकारी मिली है कि उत्तराखंड मदरसा बोर्ड में जितने मदरसे पंजीकृत है उससे कहीं अधिक अवैध मदरसे राज्य में चल रहे है।

जानकारी में एक और महत्वपूर्ण विषय ये भी सामने आया है कि इन अवैध मदरसों में ऐसे छात्र भी है जो कि बाहरी राज्यों जैसे असम, झारखंड, बंगाल, छत्तीसगढ़, यूपी, बिहार से यहां लाकर पढ़ाए जा रहे हैं और इनकी संख्या सैकड़ों में नहीं हजारों में बताई जा रही है।

फर्जी आधार कार्ड बना कर इन्हें यहां रखा गया है। इस बात की पुष्टि तब हुई जब राजधानी देहरादून में ही आजाद कालोनी के एक अवैध मदरसे में बाल अधिकार संरक्षण आयोग की अध्यक्ष डा गीता खन्ना ने छापा मारा। इस मदरसे में मिली खामियों के बाद देहरादून पुलिस में प्रथम सूचना रिपोर्ट भी दर्ज की गई।

इसे भी पढ़ें: उत्तराखंड में 10 और अवैध मदरसों पर लगा ताला : उधम सिंह नगर में धामी सरकार का ताबड़तोड़ एक्शन, अब तक 92 सील

देहरादून ही नहीं उधम सिंह नगर जिले में चल रहे अवैध मदरसों में भी बाहरी राज्यों के बच्चे होने की जानकारी सामने आई है।
महत्वपूर्ण बात ये है कि उत्तराखंड में 416 पंजीकृत मदरसे चल रहे है, जिनमें करीब 46 हजार बच्चे पढ़ते है जबकि अवैध रूप से चल रहे मदरसों की संख्या 529 बताई गई है और इनमें भी करीब इतनी की संख्या है। अवैध मदरसा संचालकों अपना पंजीकरण क्यों नहीं कराते? इस पर जानकारी मिली है कि उन्हें फिर राज्य सरकार द्वारा निर्धारित पाठ्यक्रम पढ़ाना पड़ेगा, संचालकों को मिलने वाले चंदे या अन्य सहायता का हिसाब किताब सरकार को देना पड़ेगा और एक विद्यालय के लिए बने नियम,कानून अथवा गाइड लाइंस का पालन करना पड़ेगा।

मदरसा इंतजामिया कमेटी के कुछ कर्ताधर्ता ऐसे है जो कि बच्चों के तालीम के नाम पर जिस तरह से फंड एकत्र कर रहे है वो अपने ऊपर ज्यादा खर्च करके ऐशो आराम की जिंदगी गुजार रहे हैं। ये बात भी सामने आई है कि यूपी की योगी सरकार ने इन अवैध मदरसों के खिलाफ सख्ती की तो ये उत्तराखंड के बॉर्डर जिलों में आकर स्थापित हो गए। उत्तराखंड में डेमोग्राफी चेंज को लेकर शोर शराबा हो रहा है। बाहरी राज्यों के बच्चे यहां लाकर पढ़ाए जा रहे है कल वो यहां के स्थाई निवासी होने का दावा करेंगे जिनकी संख्या हजारों में पहुंचेगी।

ये ही समस्या उत्तराखंड की धामी सरकार के आगे आ रही है, जिसके बाद से अवैध मदरसों को सील करने का अभियान छेड़ा गया है। गृह विभाग सूत्रों के मुताबिक हर जिले में एक टीम गठित है जो कि अवैध मदरसों के बारे में जांच पड़ताल कर रही है, जिसमें ये देखा जा रहा है कि अवैध मदरसों का भू स्वामित्व क्या है? क्या ये सरकारी जमीन पर कब्जे कर बनाए गए है ?यहां पढ़ने वाले बच्चों के सत्यापन हुआ कि नहीं है? इन सभी पहलुओं को ध्यान में रख कर आगे कारवाई की जाएगी। बहरहाल, धामी सरकार की इस सख्त कारवाई को लेकर मुस्लिम संगठन आंदोलन भी कर रहे है। जबकि सरकार का कहना है कि अवैध मदरसों के खिलाफ सीलिंग की कारवाई की जा रही है, पंजीकृत मदरसों को कुछ नहीं कहा जा रहा है।

अवैध मदरसों में पढ़ने वाले स्थानीय बच्चों को सरकारी स्कूलों में दाखिला दिया जाएगा। जानकारी के मुताबिक, धामी सरकार ने अब तक करीब सौ मदरसों को सील कर दिया है। शेष के खिलाफ कार्रवाई जारी है। मुख्यमंत्री पुष्कर धामी स्पष्ट कह चुके हैं कि अवैध मदरसों के खिलाफ सख्त कारवाई होगी। सरकारी भूमि से अतिक्रमण हटाया जायेगा। श्री धामी का ये अभियान, पूर्व में अवैध मजारों के खिलाफ चलाए गए अभियान की तरह प्रतीत हो रहा है। उल्लेखनीय है कि राज्य में धामी सरकार ने 530 अवैध मजारों को ध्वस्त किया था।

Topics: UttarakhandमदरसाMadrasaअवैध मदरसाIllegal Madrasaअवैध मदरसों में बाहरी राज्यों के लड़केboys from outside states in illegal Madrasasपुष्कर सिंह धामीPushkar Singh Dhamiउत्तराखंड
ShareTweetSendShareSend
Subscribe Panchjanya YouTube Channel

संबंधित समाचार

उत्तराखंड में बुजुर्गों को मिलेगा न्याय और सम्मान, सीएम धामी ने सभी DM को कहा- ‘तुरंत करें समस्याओं का समाधान’

प्रतीकात्मक तस्वीर

12 साल बाद आ रही है हिमालय सनातन की नंदा देवी राजजात यात्रा

ECI issues notice 6 political parties of UK

उत्तराखण्ड के 6 राजनैतिक दलों को चुनाव आयोग का नोटिस, जानिए कारण

Pushkar Singh Dhami Demography

विकसित भारत @2047 : CM धामी ने पूर्व सैनिकों संग डेमोग्राफी चेंज और धर्मान्तरण पर की चर्चा

Uttarakhand forest animal food

सीएम धामी ने कॉर्बेट पार्क में शुरू की वन्यजीव भोजन मुहिम, लगाए 1000 फलदार पौधे

नाबालिग लड़की का निकाह

13 साल की बच्ची का 45 साल के शख्स से निकाह, FIR दर्ज, आरोपी फरार

टिप्पणियाँ

यहां/नीचे/दिए गए स्थान पर पोस्ट की गई टिप्पणियां पाञ्चजन्य की ओर से नहीं हैं। टिप्पणी पोस्ट करने वाला व्यक्ति पूरी तरह से इसकी जिम्मेदारी के स्वामित्व में होगा। केंद्र सरकार के आईटी नियमों के मुताबिक, किसी व्यक्ति, धर्म, समुदाय या राष्ट्र के खिलाफ किया गया अश्लील या आपत्तिजनक बयान एक दंडनीय अपराध है। इस तरह की गतिविधियों में शामिल लोगों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी।

ताज़ा समाचार

‘अचानक मौतों पर केंद्र सरकार का अध्ययन’ : The Print ने कोविड के नाम पर परोसा झूठ, PIB ने किया खंडन

UP ने रचा इतिहास : एक दिन में लगाए गए 37 करोड़ पौधे

गुरु पूर्णिमा पर विशेष : भगवा ध्वज है गुरु हमारा

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को नामीबिया की आधिकारिक यात्रा के दौरान राष्ट्रपति डॉ. नेटुम्बो नंदी-नदैतवाह ने सर्वोच्च नागरिक सम्मान दिया।

प्रधानमंत्री मोदी को नामीबिया का सर्वोच्च नागरिक सम्मान, 5 देशों की यात्रा में चौथा पुरस्कार

रिटायरमेंट के बाद प्राकृतिक खेती और वेद-अध्ययन करूंगा : अमित शाह

फैसल का खुलेआम कश्मीर में जिहाद में आगे रहने और खून बहाने की शेखी बघारना भारत के उस दावे को पुख्ता करता है कि कश्मीर में जिन्ना का देश जिहादी भेजकर आतंक मचाता आ रहा है

जिन्ना के देश में एक जिहादी ने ही उजागर किया उस देश का आतंकी चेहरा, कहा-‘हमने बहाया कश्मीर में खून!’

लोन वर्राटू से लाल दहशत खत्म : अब तक 1005 नक्सलियों ने किया आत्मसमर्पण

यत्र -तत्र- सर्वत्र राम

NIA filed chargesheet PFI Sajjad

कट्टरपंथ फैलाने वाले 3 आतंकी सहयोगियों को NIA ने किया गिरफ्तार

उत्तराखंड : BKTC ने 2025-26 के लिए 1 अरब 27 करोड़ का बजट पास

  • Privacy
  • Terms
  • Cookie Policy
  • Refund and Cancellation
  • Delivery and Shipping

© Bharat Prakashan (Delhi) Limited.
Tech-enabled by Ananthapuri Technologies

  • Search Panchjanya
  • होम
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • विश्लेषण
  • लव जिहाद
  • खेल
  • मनोरंजन
  • यात्रा
  • स्वास्थ्य
  • धर्म-संस्कृति
  • पर्यावरण
  • बिजनेस
  • साक्षात्कार
  • शिक्षा
  • रक्षा
  • ऑटो
  • पुस्तकें
  • सोशल मीडिया
  • विज्ञान और तकनीक
  • मत अभिमत
  • श्रद्धांजलि
  • संविधान
  • आजादी का अमृत महोत्सव
  • लोकसभा चुनाव
  • वोकल फॉर लोकल
  • बोली में बुलेटिन
  • ओलंपिक गेम्स 2024
  • पॉडकास्ट
  • पत्रिका
  • हमारे लेखक
  • Read Ecopy
  • About Us
  • Contact Us
  • Careers @ BPDL
  • प्रसार विभाग – Circulation
  • Advertise
  • Privacy Policy

© Bharat Prakashan (Delhi) Limited.
Tech-enabled by Ananthapuri Technologies