सहरसा, (हि.स.)। आरएसएस के सक्रिय स्वयंसेवक व शतरंज खेल के जादूगर कहे जाने वाले शहर के महावीर चौक निवासी वयोवृद्ध गंगा प्रसाद सुमन का बुधवार को निधन हो गया। वे 104 वर्ष के थे और एक पखवाड़ा पूर्व ब्रेन हेम्ब्रेज होने के कारण अस्वस्थ चल रहे थे। इनके निधन से रौनियार व स्वर्णकार वैश्य सहित समग्र वैश्य समाज के बीच शोक व्याप्त है।
गंगा प्रसाद डेहरीओनसोन सीमेंट फैक्ट्री से सेवानिवृत होकर शहर सहरसा में बच्चों के बीच शतरंज खेल का अभिरुचि जगाने का काम करते थे। लोग इन्हें खेल के पुरोधा के रूप में जानते थे। ये आजीवन शतरंज व रूबिक क्यूब खेल को बच्चों के बीच न केवल सिखाते थे बल्कि शतरंज व रूबिक क्यूब खुद के पैसे से खरीद कर जिज्ञासा जगाने के लिए वितरित भी किया करते थे।
स्वर्णकार वैश्य समाज के संरक्षक संजय स्वर्णकार ने गहरी शोक व्यक्त करते हुए कहा कि गंगा प्रसाद सुमन समग्र वैश्य समाज में विज्ञान विषय के एक अद्भुत विद्वान थे। युवावस्था में ही मनोहर हाई स्कूल में गणित सहित विज्ञान विषय के कुशल शिक्षक के रूप में जाने जाते थे।वे जीवन पर्यत राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की शाखा मे जाकर नित्य अभ्यास व भारत माता की प्रार्थना मे शामिल रहें।
उनके निधन पर विभाग संचालक राधेश्वर झा,जिला संघचालक शतीश चन्द्र वर्मा नगर संचालक रामेश्वर ठाकुर,गौ सेवा संरक्षण प्रांत सह प्रमुख उमाशंकर खां नगर कार्यवाह श्रवण कुमार,डा मुरलीधर साहा,रमेश चंद्र यादव सुशील सिंह, लाजवंती झा, शशिशेखर सम्राट,सुभाष चंद्र झा,सुरेंद्र भगत,सुभाष अग्रवाल,डा मुरारी कुमार सहित अन्य स्वयंसेवक ने गहरी शोक संवेदना व्यक्त की।
टिप्पणियाँ