नई दिल्ली, 17 मार्च (हि.स.)। अमेरिका की राष्ट्रीय खुफिया निदेशक (डीएनआई) तुलसी गबार्ड ने सोमवार को नई दिल्ली में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से मुलाकात की। प्रधानमंत्री ने उन्हें हाल ही में संपन्न प्रयागराज महाकुंभ से लाए गए गंगाजल से भरा एक कलश भी भेंट किया। वहीं गबार्ड ने उन्हें तुलसी की माला दी।
तुलसी गबार्ड ने इससे पहले कुछ साक्षात्कार दिए। इसमें उन्होंने अपनी यात्रा के बारे में बातचीत की। उन्होंने कहा कि अमेरिका और भारत के बीच संबंधों का लम्बा इतिहास रहा है। हम इसे लगातार मजबूत होते हुए देख रहे हैं। हमारा मानना है कि यह संबंध आपसी हित शांति, समृद्धि, स्वतंत्रता और सुरक्षा के आसपास केंद्रित हैं।
उन्होंने प्रधानमंत्री मोदी और राष्ट्रपति ट्रम्प को अच्छा दोस्त बताया और कहा कि दोनों नेता इस बात पर ध्यान केंद्रित किए हुए हैं कि साझा उद्देश्यों और साझा हितों को कैसे मजबूत किया जा सकता है। प्रधानमंत्री मोदी ने ट्रम्प के पद संभालने के बाद अमेरिका का दौरा किया था।
गबार्ड ने बताया कि उन्होंने अपने समकक्षों के साथ बातचीत की है। वे रक्षा मंत्री से मिलीं। उनकी यह मुलाकात प्रधानमंत्री मोदी और ट्रम्प की मुलाकात के आगे के क्रम में है। कैसे हम न केवल इंटेलिजेंस वाणिज्य और व्यापार और रक्षा में भी अपने रिश्ते को एकीकृत और मजबूत करना जारी रख सकते हैं। उन्होंने कहा कि ट्रम्प की इस्लामी आतंकवाद के खतरे को हराने की प्रतिबद्धता बहुत स्पष्ट है, जिसने अमेरिकी लोगों के लिए खतरा पैदा किया है। भारत और बांग्लादेश में भी लोग इससे प्रभावित हैं। प्रधानमंत्री मोदी भी इसे गंभीरता से लेते हैं। यह ऐसा क्षेत्र है जहां दोनों देशों के नेता एक साथ काम करेंगे और इसे हराएंंगे।
निजी जीवन के बारे में हिन्दू अमेरिकी तुलसी गबार्ड ने कहा कि वे हमेशा जीवन के अच्छे और बुरे कालखंड में भगवान कृष्ण द्वारा अर्जुन को गीता में दिए ज्ञान को याद करती हैं।
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