कौन हैं हामिद पटेल, क्या ये ब्रिटेन के इस्लामीकरण की शुरुआत है ?
July 14, 2025
  • Read Ecopy
  • Circulation
  • Advertise
  • Careers
  • About Us
  • Contact Us
android app
Panchjanya
  • ‌
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • अधिक ⋮
    • जीवनशैली
    • विश्लेषण
    • लव जिहाद
    • खेल
    • मनोरंजन
    • यात्रा
    • स्वास्थ्य
    • धर्म-संस्कृति
    • पर्यावरण
    • बिजनेस
    • साक्षात्कार
    • शिक्षा
    • रक्षा
    • ऑटो
    • पुस्तकें
    • सोशल मीडिया
    • विज्ञान और तकनीक
    • मत अभिमत
    • श्रद्धांजलि
    • संविधान
    • आजादी का अमृत महोत्सव
    • मानस के मोती
    • लोकसभा चुनाव
    • वोकल फॉर लोकल
    • जनजातीय नायक
    • बोली में बुलेटिन
    • पॉडकास्ट
    • पत्रिका
    • ओलंपिक गेम्स 2024
    • हमारे लेखक
SUBSCRIBE
  • ‌
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • अधिक ⋮
    • जीवनशैली
    • विश्लेषण
    • लव जिहाद
    • खेल
    • मनोरंजन
    • यात्रा
    • स्वास्थ्य
    • धर्म-संस्कृति
    • पर्यावरण
    • बिजनेस
    • साक्षात्कार
    • शिक्षा
    • रक्षा
    • ऑटो
    • पुस्तकें
    • सोशल मीडिया
    • विज्ञान और तकनीक
    • मत अभिमत
    • श्रद्धांजलि
    • संविधान
    • आजादी का अमृत महोत्सव
    • मानस के मोती
    • लोकसभा चुनाव
    • वोकल फॉर लोकल
    • जनजातीय नायक
    • बोली में बुलेटिन
    • पॉडकास्ट
    • पत्रिका
    • ओलंपिक गेम्स 2024
    • हमारे लेखक
Panchjanya
panchjanya android mobile app
  • होम
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • विश्लेषण
  • मत अभिमत
  • रक्षा
  • धर्म-संस्कृति
  • पत्रिका
होम विश्व

हामिद पटेल की OFSTED नियुक्ति पर बवाल: क्या यह ब्रिटेन के इस्लामीकरण की शुरुआत है?

ब्रिटेन में सर हामिद पटेल को OFSTED का अंतरिम अध्यक्ष बनाए जाने पर विवाद छिड़ा। लोग पूछ रहे हैं- क्या यह ब्रिटेन के इस्लामीकरण की शुरुआत है? हिजाब, इस्लामिक स्कूल और उनके विचारों पर सवाल किए जा रहे हैं।

by सोनाली मिश्रा
Mar 16, 2025, 10:05 am IST
in विश्व, विश्लेषण
Hamid Patel becomes Ofsted chief UK

हामिद पटेल

FacebookTwitterWhatsAppTelegramEmail

ब्रिटेन में इन दिनों एक नियुक्ति को लेकर उबाल और बवाल दोनों ही है। सोशल मीडिया से लेकर आम जनों तक लोग इस नियुक्ति पर प्रश्न उठा रहे हैं? और पूछ रहे हैं कि क्या ब्रिटेन का इस्लामीकरण पूरा हो गया है? इंग्लैंड में शिक्षा में मूल्य और मानक बनाए रखने के लिए ऑफिस फॉर स्टैन्डर्ड इन एजुकेशन (OFSTED) है। जिसका अंतरिम अध्यक्ष “सर हामिद पटेल” को बनाया गया है। यूके की सरकार ने भी इस नियुक्ति की पुष्टि की है।

अब इस नियुक्ति को लेकर वहाँ पर सोशल मीडिया में उबाल है। लोग हैरान हैं, परेशान हैं कि आखिर क्यों? दरअसल लोगों को ऐसा लग रहा है कि पूरी तरह से इस्लामिक वेशभूषा वाला व्यक्ति, जिसने ब्रिटेन के मूल्यों को धारण नहीं किया है, वह कैसे ब्रिटेन के बच्चों की शिक्षा के मूल्यों का निर्धारण कर सकता है? कैसे वह अध्यक्षता कर सकता है?

इस संस्था के अध्यक्ष डैम क्रिस्टीन रयान ने इस्तीफा दे दिया है और उनके स्थान पर नई नियुक्ति होने तक हामिद पटेल को अंतरिम अध्यक्ष नियुक्त किया है। हामिद का समर्थन करने वाले लोग तमाम अकादमिक रेकॉर्ड्स का हवाला दे रहे हैं। मगर लोगों को आपत्तियाँ हैं। क्योंकि हामिद पटेल का इतिहास मजहबी तालीम की तरफ ही रहा है। जीबी न्यूज़ के अनुसार पटेल स्टार एकेडमीज़ ट्रस्ट का चीफ इग्ज़ेक्यटिव है, जो लगभग 40 प्राइमरी और सेकंडरी स्कूल्स चलाता है और इसमें इस्लामिक स्कूल्स, ग्रामर स्कूल्स और एक ईसाई स्कूल भी शामिल है।

वह OFSTED के बोर्ड पर वर्ष 2019 से हैं। इससे पहले वह तौहीदुल इस्लाम गर्ल्स हाई स्कूल में हेड टीचर भी रह चुका है और जब ब्लैकपूल में वह इस स्कूल में प्रिंसिपल था, तब उसने लड़कियों से कहा था कि वे स्कूल से बाहर भी हिजाब पहनें, उन स्टेशनरी आइटम्स को न लाएं, जिनमें गैर-इस्लामिक छवियाँ हैं और साथ ही उसने सऊदी अरब के शेख अब्दुल रहमान को बुलाया था, जिसने यहूदियों को “सूअर” कहा था और अल्लाह से उनके खात्मे की दुआ की थी।

अब इन सब तथ्यों को लेकर लोग प्रश्न उठा रहे हैं कि आखिर ऐसा आदमी कैसे ब्रिटेन की शिक्षा को बरकरार रख पाएगा? एक पत्रकार ने वीडियो पोस्ट करते हुए लिखा कि गणित और अंग्रेजी हम भूल जाएं, हम अब स्कूल्स में अल्लाह और हलाल के बारे में पढ़ेंगे

Truth is, if the head of Ofsted was a Christian that had invited a speaker that called Muslims pigs to a school, he or she wouldn't work again.https://t.co/2kj92BGbpV

— Darren Grimes (@darrengrimes_) March 15, 2025

वहीं हामिद पटेल की नियुक्ति का विरोध करने वालों को नस्लवादी एवं घृणा फैलाने वाला कहा जा रहा है। एक यूजर नेमो सलूस ने लिखा कि मुझे नस्लवादी कहा जाएगा, मगर ब्रिटेन में रहने वाला कोई व्यक्ति जिसने अपना हुलिया ऐसा बना रखा है, जो यह बताता है कि उसका आपके कल्चर को अपनाने में कोई इन्टरेस्ट नहीं है और न ही उसका समर्थन करने में, तो ऐसे व्यक्ति को हमारे बच्चों की शिक्षा का प्रभारी नहीं बनाया जाना चाहिए

Hey, I’m going to be a racist, someone resident in Britain who curates his appearance like this has no interest in adopting, let alone supporting our culture and should not be in charge of our children’s education. https://t.co/bK14QJVCOF

— Nemo Salus (@NemoSalus) March 13, 2025

पाकिस्तानी मूल के ही ऐसे ब्रिटिश लेखक Momus Najmi, जो वोक कल्चर और इस्लामी कट्टरता के खिलाफ लिखते हैं, उन्होनें भी इस नियुक्ति को लेकर एक्स पर अपना असंतोष जाहिर किया। उन्होनें लिखा कि लेफ्ट अब हाथ से निकल गया है इसलिए उसकी बात नहीं करनी है। परंतु सेंटर राइट का यह कहना कि “इस्लाम समस्या नहीं है, इस्लामिस्ट हैं” समस्या को हल नहीं करेगा।

Left is a gone case anyway, so don't even bother. But the centre right's "Islam is not the problem but only the Islamists" is not going to solve the problem of our elite and ruling class been sold on to the idea of Islam being the future of Britain.

This is one of the main… pic.twitter.com/fXCV59joOy

— Momus Najmi (@theworldofmomus) March 13, 2025

उन्होनें लिखा कि अगर आपको ब्रिटेन को बचाना है और इसके मूल कल्चर को बनाए रखना है तो हमें बहुत बड़े कदम उठाने होंगे और उन्होनें चेताते हुए लिखा कि “या तो सभी संस्थाओं से इस्लाम और उसके प्रभाव को हटाने के लिए प्रतिबद्ध हो जाइए, या फिर दावा की सॉफ्ट पावर या इस्लामवादियों के गृहयुद्ध के माध्यम से ब्रिटेन को इस्लामिक बना दिए जाने के लिए तैयार रहिए।“

बहरहाल इसे लेकर कई लोग आवाज उठा रहे हैं कि उन्हें मुफ्ती हामिद पटेल की इस नियुक्ति से चिंता है। इजरायल और यहूदियों के लिए आवाज उठाने वाले खालिद हसन ने भी लिखा कि उन्हें इस नियुक्ति को लेकर बहुत ही चिंता है क्योंकि हामिद पटेल के विचार कई मामलों पर कट्टर इस्लामिस्ट हैं और उनमें फ्री स्पीच जैसे मामले भी हैं।

उन्होनें लिखा कि इससे भी अधिक चिंता की बात यह है कि सर हामिद स्टार एकेडमीज ट्रस्ट के मुख्य कार्यकारी अधिकारी हैं, जो लगभग 36 स्कूलों का संचालन करता है, जिनमें से अधिकांश इस्लामी आस्था वाले स्कूल हैं, जहां हिजाब/सिर ढकने वाला कपड़ा युवा/किशोर लड़कियों की यूनिफॉर्म का हिस्सा है।

लोग कह रहे हैं कि क्या हामिद की नियुक्ति ब्रिटेन के धीमे इस्लामीकरण की शुरुआत है? लोग पूछ रहे हैं कि आखिर हामिद के विचार 7 अक्टूबर 2023 को हमास द्वारा किये गए हत्याकांड के विषय में क्या हैं?

मगर जहां एक ओर आम लोग इस नियुक्ति पर शोर मचा रहे हैं, वहीं इस निर्णय का समर्थन करने वाले यही कह रहे हैं कि हामिद पटेल का रिकार्ड शानदार रहा है और उसका ट्रस्ट कई स्कूल्स का संचालन करता है और उसका विरोध करने वाले केवल और केवल नस्लवादी हैं।

Topics: ब्रिटिश मूल्यSir Hamid PatelOFSTED appointmentहिजाब विवादIslamisation of BritainHijab Controversyeducation standardsइस्लामिक स्कूलStar Academies Trustसर हामिद पटेलIslamic schoolsOFSTED नियुक्तिBritish valuesब्रिटेन का इस्लामीकरणशिक्षा मानकस्टार एकेडमीज ट्रस्ट
Share2TweetSendShareSend
Subscribe Panchjanya YouTube Channel

संबंधित समाचार

ईरान के कट्टरपंथी सांसद मोहम्मद मन्नान रईसी की चेतावनी: हिजाब और शरिया लागू न हुई तो इस्लामी शासन खतरे में

"हिजाब" पहने छात्राएं (चित्र - प्रतीकात्मक)

मुरादाबाद में भी मुस्लिम छात्राओं ने कहा नहीं उतारेंगे हिजाब, परीक्षा छोड़ देंगे

छात्रा से मारपीट करती ईरानी पुलिस (बाएं) और विरोध में छात्रा ने कपड़े उतारे

हिजाब नहीं पहने थी छात्रा तो ईरान की मॉरल पुलिस ने सारी हदें कर दी पार, विरोध में युवती ने उतारे कपड़े

Iran Hijab controversy

ईरान: वक्त आ गया है कि मसूद पजेशकियान ‘हिजाब’ पर अपनी जिम्मेदारी तय करें

Bombay High court

मुंबई: कॉलेज ने हिजाब-बुर्के को किया बैन, भड़के मुस्लिम, बॉम्बे हाई कोर्ट बोला-मौलिक अधिकारों का उल्लंघन नहीं

Iran clerics criticize Hijab enforcement corruption

‘हिजाब शुद्धता की गारंटी नहीं’, ईरानी सरकार पर मौलवियों ने उठाए सवाल, भ्रष्टाचार पर भी बोले

टिप्पणियाँ

यहां/नीचे/दिए गए स्थान पर पोस्ट की गई टिप्पणियां पाञ्चजन्य की ओर से नहीं हैं। टिप्पणी पोस्ट करने वाला व्यक्ति पूरी तरह से इसकी जिम्मेदारी के स्वामित्व में होगा। केंद्र सरकार के आईटी नियमों के मुताबिक, किसी व्यक्ति, धर्म, समुदाय या राष्ट्र के खिलाफ किया गया अश्लील या आपत्तिजनक बयान एक दंडनीय अपराध है। इस तरह की गतिविधियों में शामिल लोगों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी।

ताज़ा समाचार

London crime rises

लंदन में बढ़ता अपराध: चोरी, चाकूबाजी और आप्रवासियों का प्रभाव, देश छोड़ रहे लोग

Uttarakhand illegal Majars

देहरादून: देवभूमि में वक्फ संपत्तियों और अवैध मजारों का खेल, धामी सरकार की सख्त कार्रवाई

मुरादाबाद: मदरसे के मौलाना पर नाबालिग छात्रा लगाया दुष्कर्म का आरोप, जांच जारी

Chasingya Khadu Maa Nandadevi

चमोली: माँ नंदा देवी राजजात यात्रा 2026 के लिए शुभ संकेत, कोटी गांव में जन्मा चौसिंग्या खाडू

Currution free Uttrakhand

मुख्यमंत्री धामी ने देहरादून में ‘भ्रष्टाचार मुक्त उत्तराखंड’ अभियान को दी मजबूती, दिलाई शपथ

soaked chana benefits

रोज सुबह भीगे हुए चने खाने के ये हैं 8 फायदे

Mauala Chhangur ISI

Maulana Chhangur: हिंदू महिलाओं का निकाह ISI एजेंट्स से करवाकर स्लीपर सेल बनाने की साजिश

terrorist attack in congo

इस्लामिक आतंकवादी समूह ADF का कांगो में कहर: वाल्से वोनकुतु में 66 की गला काटकर हत्या

धर्मशाला में परम पावन दलाई लामा से आशीर्वाद लेते हुए केन्द्रीय मंत्री श्री किरन रिजीजू

चीन मनमाने तरीके से तय करना चाहता है तिब्बती बौद्ध गुरु दलाई लामा का उत्तराधिकारी

EC to start SIR

Voter Verification: चुनाव आयोग का बड़ा फैसला: पूरे देश में लागू होगा SIR

  • Privacy
  • Terms
  • Cookie Policy
  • Refund and Cancellation
  • Delivery and Shipping

© Bharat Prakashan (Delhi) Limited.
Tech-enabled by Ananthapuri Technologies

  • Search Panchjanya
  • होम
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • विश्लेषण
  • लव जिहाद
  • खेल
  • मनोरंजन
  • यात्रा
  • स्वास्थ्य
  • धर्म-संस्कृति
  • पर्यावरण
  • बिजनेस
  • साक्षात्कार
  • शिक्षा
  • रक्षा
  • ऑटो
  • पुस्तकें
  • सोशल मीडिया
  • विज्ञान और तकनीक
  • मत अभिमत
  • श्रद्धांजलि
  • संविधान
  • आजादी का अमृत महोत्सव
  • लोकसभा चुनाव
  • वोकल फॉर लोकल
  • बोली में बुलेटिन
  • ओलंपिक गेम्स 2024
  • पॉडकास्ट
  • पत्रिका
  • हमारे लेखक
  • Read Ecopy
  • About Us
  • Contact Us
  • Careers @ BPDL
  • प्रसार विभाग – Circulation
  • Advertise
  • Privacy Policy

© Bharat Prakashan (Delhi) Limited.
Tech-enabled by Ananthapuri Technologies