नागपुर, 13 मार्च (हि.स.)। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के वरिष्ठ प्रचारक डॉ. शंकर विनायक राव तत्ववादी का गुरुवार सुबह 10.30 बजे नागपुर में निधन हो गया। नागपुर स्थित संघ मुख्यालय में उन्होंने अंतिम सांस ली। वे 92 वर्ष के थे। उनकी पार्थिव देह शाम 5 बजे तक स्वयंसेवकों और कार्यकर्ताओं के दर्शनार्थ नागपुर कार्यालय में रखी गयी है। उनकी अंतिम इच्छा के अनुसार पार्थिव देह को नागपुर के अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान को सौंप दिया जाएगा।
संघ के प्रचार विभाग के मुताबिक, मूलतः नागपुर के निवासी शंकर तत्ववादी का जन्म 1933 में हुआ था। वे बाल्यकाल में ही संघ से जुड़ गए। उन्होंने प्रारंभिक शिक्षा प्राप्त करने के बाद नागपुर विश्वविद्यालय से रसायन विज्ञान में परास्नातक की डिग्री ली। इसके बाद उन्होंने बनारस हिंदू विश्वविद्यालय (बीएचयू) से डॉक्टरेट की उपाधि प्राप्त की। आगे चलकर वे 1960 के दशक में अमेरिका गए, जहां उन्होंने टेक्सास विश्वविद्यालय, ऑस्टिन और कंसास विश्वविद्यालय में उच्च शिक्षा प्राप्त की। स्वदेश लौटने के बाद डॉ. शंकरराव ने बीएचयू के फार्मेसी विभाग में कार्यभार संभाला और विभागाध्यक्ष के रूप में सेवा दी। उन्होंने 1992 में समय से पूर्व सेवानिवृत्ति ले ली। इस दौरान वे निरंतर संघ कार्यों से जुड़े रहे।
नागपुर में शाखा स्तर से लेकर वाराणसी में प्रांत स्तर तक उन्होंने कई दायित्वों का निर्वहन किया और कई संघ शिक्षा वर्गों में शिक्षक भी रहे। अमेरिका में हिंदू स्वयंसेवक संघ की शाखा शुरू करने में डॉ. तत्ववादी ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई और कुछ समय के लिए वहां विस्तारक के रूप में कार्य किया। इसके अलावा उन्होंने यूके सहित अन्य देशों की यात्राएं कीं और विभिन्न कार्यक्रमों में सहभागिता की। संघ की ओर से 1989 में उन्हें यूके में प्रचारक के रूप में भेजा गया। वर्ष 1993 में वे संघ के विश्व विभाग संयोजक बने और 60 से अधिक देशों की यात्रा की। उनके कार्यकाल में विश्व संघ शिक्षा वर्ग, विश्व संघ शिविर, मिल्टन कीन्स (यूके) में हिंदू संगम, हिंदू मैराथन (यूके) जैसे प्रमुख कार्यक्रम प्रारंभ हुए। इस अवधि में भारत के बाहर शाखा कार्य का व्यापक विस्तार हुआ।
वर्ष 2011 के बाद वे विज्ञान भारती से मार्गदर्शक के रूप में जुड़े और देशभर में प्रवास कर कार्यकर्ताओं को मार्गदर्शन देते रहे। विज्ञान क्षेत्र की अनेक प्रतिष्ठित हस्तियों से उनकी भेंट होती रही। डॉ. शंकरराव तत्त्ववादी कि अंतिम इच्छा के अनुसार उनका पार्थिव शरीर नागपुर एम्स को सौंपा जाएगा।
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